दिसंबर 2020 में कृषि वस्तुओं के लिए बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज द्वारा शुरू किए गए इलेक्ट्रॉनिक स्पॉट प्लेटफॉर्म का नाम क्या है?

SBI PO Prelims Admit Card was released on 3rd December for the SBI PO Prelims exam. The Prelims exam is scheduled for 17th, 18th, 19th, and 20th December 2022. The State Bank of India (SBI) released the official notification of the SBI PO 2022 Recruitment. A total of 1673 vacancies have been released under SBI PO 2022-23 Recruitment. Candidates who will qualify in the prelims are eligible to attend the mains. The SBI has revised the main exam pattern a bit. The candidates can check out the SBI PO Mains Exam Pattern here.

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है

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  • किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश, 2020 को 5 जून, 2020 को जारी किया गया। यह अध्यादेश राज्यों के कृषि उत्पाद मार्केट कानूनों (राज्य एपीएमसी एक्ट्स) के अंतर्गत अधिसूचित बाजारों के बाहर किसानों की उपज के निर्बाध व्यापार का प्रावधान करता है। इस अध्यादेश के प्रावधान राज्यों के एपीएमसी एक्ट्स के प्रावधानों के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है होते हुए भी लागू रहेंगे।
  • किसान उपज का व्यापार: अध्यादेश अनुमति देता है कि उपज का राज्यों के बीच और राज्य के भीतर व्यापार निम्नलिखित के बाहर भी किया जा सकता है: (i) राज्य एपीएमसी एक्ट्स के अंतर्गत गठित मार्केट कमिटी द्वारा संचालित मार्केट यार्ड्स के भौतिक परिसर, और (ii) राज्य एपीएमसी एक्ट्स के अंतर्गत अधिसूचित अन्य बाजार, जैसे निजी मार्केट यार्ड्स और मार्केट सब यार्ड्स, प्रत्यक्ष मार्केटिंग कलेक्शन सेंटर्स और निजी किसान उपभोक्ता मार्केट यार्ड्स। उपज के उत्पादन, उसे जमा और एकत्र करने वाली किसी भी जगह पर व्यापार किया जा सकता है, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं: (i) फार्म गेट्स, (ii) कारखाने के परिसर, (iii) वेयरहाउस, (iv) सिलो, और (v) कोल्ड स्टोरेज।
  • किसान उपज का अर्थ खाद्य पदार्थ हैं जिनमें अनाज, जैसे गेहूं और चावल, तिलहन, तेल, सब्जियां, फल, मसाले और गन्ना आता है। इनमें निम्नलिखित भी शामिल हैं: (i) पोल्ट्री, पिगरी, गोटरी, फिशरी और डेयरी उत्पाद, (ii) कच्चा कपास और जूट, और (iii) मवेशियों का चारा।
  • व्यापार के लिए पात्रता: अध्यादेश किसानों, किसान उत्पादक संगठनों और किसान उपज की खरीद करने वालों को राज्यों के बीच और राज्य के भीतर व्यापार में निम्नलिखित की अनुमति देता है: (i) थोक व्यापार, (ii) रीटेल, (iii) एंड यूज, (iv) मूल्य संवर्धन, (v) प्रोसेसिंग, (vi) मैन्यूफैक्चरिंग, (vii) निर्यात, या (viii) उपभोग।
  • किसान को ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित किया गया है जोकि किसान उपज के उत्पादन में खुद या भाड़े के मजदूरों के जरिए संलग्न है। किसान उत्पादक संगठन का अर्थ किसानों का ऐसा संगठन या समूह है जोकि: (i) कानून के अंतर्गत पंजीकृत है, या (ii) केंद्र या राज्य सरकार की किसी योजना के अंतर्गत प्रमोट किया गया है।
  • हालांकि अधिसूचित किसान उपज (राज्य एपीएमसीज़ एक्ट्स के अंतर्गत निर्दिष्ट और रेगुलेटेड कृषि उत्पाद) का व्यापार करने के लिए एंटिटी को निम्नलिखित में से एक होना चाहिए: (i) एक किसान उत्पादक संगठन या कृषि सहकारी संघ, या (iii) एक ऐसा व्यक्ति जिसके पास इनकम टैक्स एक्ट इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है के अंतर्गत परमानेंट एकाउंट नंबर हो या ऐसा कोई दस्तावेज जिसे केंद्र सरकार ने अधिसूचित किया हो। अधिसूचित किसान उपज के व्यापार से संबंधित प्रावधान का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति को 25,000 रुपए से पांच लाख रुपए के बीच जुर्माना भरना पड़ सकता है। निरंतर उल्लंघन करने पर ऐसे व्यक्ति से प्रति दिन 5,000 रुपए के हिसाब से जुर्माना लिया जा सकता है।
  • इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग: अध्यादेश निर्दिष्ट व्यापार क्षेत्र में किसान उपज की इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की अनुमति देता है। इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग और ट्रांज़ैक्शन प्लेटफॉर्म को तैयार किया जा सकता है ताकि किसान उपज को इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और इंटरनेट के जरिए खरीदा और बेचा जा सके तथा उसकी फिजिकल डिलिवरी की जा सके। इन प्लेटफॉर्म्स को निम्नलिखित एंटिटीज़ बना और संचालित कर सकती हैं: (i) कंपनियां, पार्टनरशिप फर्म्स या पंजीकृत सोसायटियां, जिसके पास इनकम टैक्स एक्ट के अंतर्गत परमानेंट एकाउंट नंबर हो या ऐसा कोई दस्तावेज जिसे केंद्र सरकार ने अधिसूचित किया हो, और (ii) किसान उत्पादक संगठन या कृषि सहकारी संघ।
  • केंद्र सरकार ऐसे प्लेटफॉर्म्स के लिए मोडैलिटी तय कर सकती हैं, जैसे (i) प्रक्रिया, नियम और पंजीकरण का तरीका, और (ii) आचार संहिता, गुणवत्ता का आकलन, और भुगतान का तरीका। अगर कोई प्लेटफॉर्म केंद्र सरकार की मोडैलिटी का उल्लंघन करता है इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है या अनुचित तरीके से व्यापार करता है तो उसका प्लेटफॉर्म को संचालित करने का अधिकार निरस्त या रद्द किया जा सकता है। प्लेटफॉर्म से संबंधित प्रावधानों का उल्लंघन करने पर उसे संचालित करने वाले व्यक्ति को 50,000 से लेकर 10 लाख रुपए तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है। निरंतर उल्लंघन करने पर ऐसे व्यक्ति से प्रति दिन 10,000 रुपए के हिसाब से जुर्माना लिया जा सकता है।
  • किसानों को भुगतान: किसानों से लेनदेन करने वाले व्यक्ति से यह अपेक्षा की जाती है कि वह अधिसूचित किसान उपज के लेनदेन पर उसी दिन भुगतान करे या कुछ शर्तों के साथ, तीन कार्यदिवसों के भीतर भुगतान करे।
  • राज्यों द्वारा कोई फीस नहीं वसूली जाएगी: अध्यादेश के अंतर्गत कोई भी व्यापार करने पर राज्य सरकार किसानों, व्यापारियों और इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स से कोई बाजार फीस, सेस या प्रभार नहीं वसूलेगी।
  • विवाद निवारण तंत्र: व्यापार संबंधी विवाद का कोई भी पक्ष सुलह के माध्यम से राहत के लिए सब डिविजनल मेजिस्ट्रेट को आवेदन कर सकता है। मेजिस्ट्रेट एक कंसीलिएशन बोर्ड नियुक्त करेगा और उस विवाद को बोर्ड को सौंप देगा। अगर विवाद 30 दिनों बाद भी नहीं सुलझता तो सभी पक्ष विवाद को निपटाने के लिए मेजिस्ट्रेट से संपर्क कर सकते हैं। पक्षों के पास यह अधिकार है कि वे मेजिस्ट्रेट के फैसले के खिलाफ अपीलीय अथॉरिटी (कलेक्टर या कलेक्टर द्वारा नामित एडीशनल कलेक्टर) में अपील कर सकते हैं।

अस्वीकरणः प्रस्तुत रिपोर्ट आपके समक्ष सूचना प्रदान करने के लिए प्रस्तुत की गई है। पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च (पीआरएस) के नाम उल्लेख के साथ इस रिपोर्ट का पूर्ण रूपेण या आंशिक रूप से गैर व्यावसायिक उद्देश्य के लिए पुनःप्रयोग या पुनर्वितरण किया जा सकता है। रिपोर्ट में प्रस्तुत विचार के लिए अंततः लेखक या लेखिका उत्तरदायी हैं। यद्यपि पीआरएस विश्वसनीय और व्यापक सूचना का प्रयोग करने का हर संभव प्रयास करता है किंतु पीआरएस दावा नहीं करता कि प्रस्तुत रिपोर्ट की सामग्री सही या पूर्ण है। पीआरएस एक स्वतंत्र, अलाभकारी समूह है। रिपोर्ट को इसे प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के उद्देश्यों अथवा विचारों से निरपेक्ष होकर तैयार किया गया है। यह सारांश मूल रूप से अंग्रेजी में तैयार किया गया था। हिंदी रूपांतरण में किसी भी प्रकार की अस्पष्टता की स्थिति में अंग्रेजी के मूल सारांश से इसकी पुष्टि की जा सकती है।

जानिये ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए DMAT अकाउंट के महत्त्व के बारे में यहां सब कुछ

वित्तीय प्रतिभूतियों की ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए आपके पास DMAT अकाउंट जरुर होना चाहिए. देश की फाइनेंशियल मार्केट में प्रवेश करने से पहले, अपना DMAT अकाउंट जरुर खोलें. DMAT अकाउंट के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस लेख को बड़े ध्यान से पढ़ें.

Know all about the importance of DMAT account

आपके लिए, एक बैंक अकाउंट की तरह ही, जहां व्यक्ति इन्वेस्टमेंट करके अपना धन अपने भविष्य के लिए बचा सकते हैं, वित्तीय बाजार में, DMAT अकाउंट होता है, जो शेयर बाजार में शेयरों के कारोबार के लिए एक आवश्यक माध्यम है. वित्तीय प्रतिभूतियों की ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए आपके पास DMAT अकाउंट जरुर होना चाहिए. देश की फाइनेंशियल मार्केट में प्रवेश करने से पहले, आप अपना DMAT अकाउंट जरुर खोलें.इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है

अब, अगर आप वित्तीय प्रतिभूतियों अर्थात फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ के ऑनलाइन कारोबार के लिए DMAT अकाउंट खोलना चाहते हैं तो आपको इस आर्टिकल को पढ़कर सारी जरुरी जानकारी पहले जुटा लेनी चाहिए. आइये आगे पढ़ें यह आर्टिकल:

आखिर यह DMAT अकाउंट है क्या?

देश के शेयर बाजार में इक्विटी शेयरों में इन्वेस्टमेंट करने के लिए DMAT अकाउंट अनिवार्य होता है. आपका DMAT अकाउंट डिमैटीरियलाइज्ड या इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में आपके शेयरों और प्रतिभूतियों/ सिक्योरिटीज़ का ट्रैक रिकॉर्ड रखता है. कुछ वर्ष पहले तक, शेयरों का भौतिक रूप में कारोबार होता था और जिसके लिए शेयर सर्टिफिकेट जारी किए जाते थे.

हालांकि, आजकल यह शेयर ट्रेडिंग इलेक्ट्रॉनिक मोड से, DMAT अकाउंट संख्या के माध्यम से की जा रही है. यहां उन वित्तीय साधनों की सूची दी गई है जिनका आप DMAT अकाउंट के माध्यम से लेन-देन कर सकते हैं:

  1. इक्विटी शेयर
  2. एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETFs)
  3. म्युचुअल फंड (MF)
  4. बॉन्ड
  5. सरकारी प्रतिभूतियां.

एक इन्वेस्टर के तौर पर, इन्वेस्टमेंट के किसी भी एक साधन पर निर्भरता के जोखिम को कम करने के लिए कई प्रकार के इन्वेस्टमेंट मोड्स में अपना धन इन्वेस्ट करने की सलाह आपको अक्सर दी जाती है. अगर लोग कुछ कम इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो DMAT अकाउंट ऐसे इन्वेस्टर्स को अकाउंट में शून्य शेष या जीरो बैलेंस रखने की भी अनुमति देता है.

DMAT अकाउंट प्रदान करता है ये सुविधाएं

यहां ऐसी सुविधाओं की सूची दी जा रही है जो DMAT अकाउंट के माध्यम से आपको प्रदान की जाती हैं:

शेयरों की ट्रेडिंग - शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने के लिए, ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर एक DMAT अकाउंट का उपयोग किया जाता है.

ऋण सुविधा - इन्वेस्टर DMAT अकाउंट के माध्यम से ऋण सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. एक इन्वेस्टर विभिन्न बैंकों से ऋण प्राप्त करने के लिए अपने DMAT अकाउंट में निहित प्रतिभूतियों को संपार्श्विक के तौर पर गिरवी रख सकता है.

डिमैटीरियलाइजेशन और रिमैटीरियलाइजेशन - शेयरों के भौतिक प्रमाणपत्र को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में परिवर्तित करना एक महत्वपूर्ण सुविधा है जिसे इन्वेस्टर्स DMAT अकाउंट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं. दरअसल, इन्वेस्टर अपनी आवश्यकताओं के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक प्रतिभूतियों को वापस भौतिक रूप में परिवर्तित करवा सकते हैं. जिस ब्रोकर के माध्यम से आप DMAT अकाउंट की सुविधा हासिल कर रहे हैं, उसकी मदद लें.

मल्टीपल एक्सेस प्लेटफॉर्म - एक DMAT अकाउंट होल्डर शेयरों के कारोबार के लिए कई प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से अपने अकाउंट का उपयोग कर सकता है. एक इन्वेस्टर कंप्यूटर, स्मार्टफोन या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करके DMAT अकाउंट पर ट्रेडिंग, ट्रैक और एक्सेस कर सकता है.

जानिये आप अपना DMAT अकाउंट कैसे खोल सकते हैं?

यहां कुछ ऐसी पूर्व-आवश्यकताएं दी गई हैं जिन्हें, हरेक व्यक्ति को अपना DMAT अकाउंट खोलने के लिए जरुर फ़ॉलो करना चाहिए:

आपके लिए DMAT अकाउंट खोलने के लिए जरुरी दस्तावेज़

आपके लिए अपना DMAT अकाउंट खोलने के लिए जरुरी दस्तावेजों की सूची निम्नलिखित है:

आय का प्रमाण (निम्नलिखित इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है में से कोई एक)

• आयकर रिटर्न (ITR) पावती पर्ची की एक फोटोकॉपी.
• नेट वर्थ का प्रमाणपत्र या चार्टर्ड एकाउंटेंट द्वारा प्रमाणित अकाउंट्स के वार्षिक विवरण की फोटोकॉपी.
• वर्तमान माह की सैलरी स्लिप या फॉर्म 16.
• पात्र डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के पास DMAT अकाउंट होल्डिंग्स का विवरण.
• बैंक अकाउंट का नवीनतम विवरण जिसमें पिछले 06 महीनों के इनकम डिटेल्स शामिल हों.
• ऐसा कोई भी दस्तावेज जो स्व-घोषणा के माध्यम से संपत्ति के स्वामित्व को साबित करता हो.
• पहचान का सबूत.
• वैध फोटो वाला पैन कार्ड.
• पहचान प्रमाण - आधार कार्ड/ वोटर ID कार्ड/ ड्राइविंग लाइसेंस/ पासपोर्ट.

पते का प्रमाण (निम्न में से कोई एक)

• पासपोर्ट/ मतदाता पहचान पत्र/ राशन कार्ड/ पंजीकृत पट्टा या निवास का बिक्री समझौता/ ड्राइविंग लाइसेंस/ फ्लैट रखरखाव बिल/ बीमा प्रति.
• यूटिलिटी बिल जैसे लैंडलाइन टेलीफोन बिल, बिजली/ गैस बिल जो 03 महीने से अधिक पुराना न हो.
• बैंक पासबुक जो 03 महीने से अधिक पुरानी न हो.
• पति/ पत्नी के नाम से दिया गया पता प्रमाण.

DMAT अकाउंट खोलने की प्रक्रिया

आप अपना DMAT अकाउंट खोलने के लिए, नीचे दिए गए चरणों को फ़ॉलो करें:

चरण 1- DMAT अकाउंट खोलने के लिए एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) चुनें.

चरण 2 - अकाउंट खोलने का फॉर्म भरें और ऊपर बताए गए दस्तावेजों की फोटोकॉपी और एक पासपोर्ट आकार की तस्वीर संलग्न करें

चरण 3- DMAT अकाउंट खोलने के लिए मूल दस्तावेजों को डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के पास ले जाएं.

चरण 4 - डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट द्वारा आपके दस्तावेजों का व्यक्तिगत सत्यापन किया जाएगा. फिर, आप अपना KYC करवाएं और DMAT अकाउंट के लिए वार्षिक रखरखाव शुल्क/ मेंटेनैंस फ़ीस का भुगतान करें.

*अस्वीकरण - इस आर्टिकल में दी गई यह जानकारी केवल आपके वित्तीय ज्ञान और समझ बढ़ाने के लिए प्रदान की गई है. इसे किसी भी इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है व्यक्ति के द्वारा वित्तीय सलाह के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए.

इलेक्ट्रॉनिक-राष्ट्रीय कृषि बाजार से जोड़ी जा रही तमाम अन्य सुविधाएं, किसानों को होगा और अधिक मुनाफा

देश के किसान अब एक ही जगह पर रहकर e-NAM यानि इलेक्ट्रॉनिक-राष्ट्रीय कृषि बाजार की सभी सुविधाओं का लाभ आसानी से उठा सकेंगे.

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हाल ही में यह ऐलान किया गया है कि इलेक्ट्रॉनिक-राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) से तमाम सुविधाओं को जोड़ा जाएगा. जिसमें निजी संस्थाओं के द्वारा दी जानी वाली सभी सेवाओं जैसे कि- ट्रांसपोर्टेशन, लॉजिस्टिक, मौसम पूर्वानुमान और फिनटेक आदि सेवाओं पर काम जारी है.


आपको बता दें कि इलेक्ट्रॉनिक-राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) में लगभग 1.75 करोड़ पंजीकृत किसान, FPO, व्यापारी, कमीशन एजेंट और अन्य हितधारक e-NAM प्लेटफॉर्म के साथ इन सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकते हैं.

जानकारी के मुताबिक, स्मॉल फार्मर्स एग्री-बिजनेस कंसोर्टियम (SFAC) के एमडी नील कमल दरबारी ने इस संबंध में फाइनेंशियल एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि ई-नाम के माध्यम से किसान अपनी फसल के लिए बेहतर दाम देने वाले व्यापारी की खोज कर सकेंगे. जिससे उनको अधिक मुनाफा होगा. यहीं नहीं किसानों को इस प्लेटफॉर्म के द्वारा एंड-टू-एंड सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएगी.


क्या है e-NAM


इलेक्ट्रॉनिक-राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है. जो किसान के लिए एक बेहतर राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराता है.

साथ ही यह पोर्टल किसानों को ऑनलाइन नेटवर्क से भी जोड़ता है. जिससे उन्हें अपने उत्पादकों के उचित दाम के लिए कहीं भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वह घर बैठे-बैठे अपने उत्पादकों का सही दाम लगाकर अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं.


आपको बता दें कि ई-नाम प्लेटफॉर्म को अप्रैल 2016 में लॉन्च किया गया था. जिसमें अबतक देश के 22 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की 1 हजार मंडियों को शामिल किया गया है.

आंकड़ों के अनुसार इस पोर्टल पर लगभग 1.72 करोड़ किसान, 2050 एफपीओ, 2.13 लाख व्यापारी और 1 लाख कमीशन एजेंट ने पंजीकृत किया हैं.

वर्तमान समय में यह पोर्ट लगभग 530 मंडिया किसानों को ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं. इस प्लेटफार्म में खाद्यान्न, तिलहन, मसाले, फल और सब्जियों का व्यवसाय किया जाता है.

RBI ने जारी की 34 गैर-कानूनी Forex Trading प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट, यूजर्स को दी चेतावनी

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 34 गैर-कानूनी फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की लिस्ट जारी की है। आरबीआई ने यूजर्स को आगाह किया है कि वो ऐसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए फॉरेक्स ट्रेडिंग न करें, जो आरबीआई में रजिस्टर्ड नहीं हैं।

  • Devesh Jha
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  • Updated: September 12, 2022 1:57 PM IST

RBI

Reserve Bank of India यानी आरबीआई ने फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए पैसा कमाने वाले यूजर्स को एक बार फिर चेतावनी दी है और एक लिस्ट भी जारी की है, जिसमें 34 ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स का नाम है, जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मंजूरी के बिना ट्रेडिंग करा रहे हैं। लिहाजा, ये सभी प्लेटफॉर्म्स गैर-कानूनी हैं। Also Read - RBI ने किया ऐलान, जल्द शुरू होगा E-Rupee का पायलट प्रोजेक्ट

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि ट्रेडिंग के ऐसे इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है प्लेटफॉर्म्स फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट या इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स से संबंधित नियमों का पालन नहीं करते हैं और ना ही नियमों के तहत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में रजिस्टर्ड हैं। Also Read - RBI जल्द करेगा Digital Currency की शुरुआत, अब कैश रखने की नहीं होगी कोई जरूरत

34 गैर-कानूनी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने फिलहाल 34 गैर-कानूनी प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट जारी की है, जिसके जरिए लाखों यूजर्स फॉरेक्स एक्सचेंज ट्रेडिंग करते हैं। आरबीआई का कहना है कि ऐसा जरूरी नहीं है कि जिस प्लेटफॉर्म का नाम इस ऐप में शामिल नहीं है, वो आरबीआई के पास रजिसटर्ड हैं। आरबीआई फिलहाल इस मुद्दे पर जांच कर रहा है और आने वाले वक्त में इस लिस्ट में और भी कई प्लेटफॉर्म्स के नाम जुड़ सकते हैं। Also Read - RBI ने UPI यूजर्स को दी खुशखबरी, अब क्रेडिट कार्ड की मदद से भी होगा UPI पेमेंट

आरबीआई का कहना है कि अगर रजिस्टर्ड फॉरेक्स एक्सचेंज ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में जानना है तो यूजर्स रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मुहैया कराए गए ऑथराइज्ड लोगो और ऑथराइज्ड इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट से मैच करके चेक कर सकते हैं, कि जिस प्लेटफॉर्म से वो ट्रेडिंग करना चाह रहे हैं, वो रजिस्टर्ड है या नहीं।

रजिस्टर्ड ट्रेडिंग इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्या है प्लेटफॉर्म्स से करें ट्रेंड

रिजर्व बैंक ने पहले भी लोगों को इसके बारे में जागरुक किया है और एक बार इस बात की जानकारी दी है कि फॉरेक्स ट्रेडिंग सिर्फ ऑथराइज्ड प्लेटफॉर्म्स से ही की जा सकती है। यूजर्स इसके लिए उसी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करें जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया या BSE, NSE जैसे मान्यता प्राप्त एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स के जरिए रजिस्टर्ड हो। अगर कोई अधिकृत संस्थाओं से ही फॉरेक्स ट्रेडिंग करता है तो उस पर फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) नियमों के तहत कानूनी कार्यवाई की जा सकती है।

आजकल ऐसे कई प्लेटफॉर्म्स हैं, जो सोशल मीडिया, टीवी और अलग-अलग प्रचार माध्यमों के जरिए लोगों को रातों-रात अमीर होने का सपना दिखाते हैं। यूजर्स को पहली ट्रेडिंग के लिए फ्री कैश देते हैं या फ्री ट्रेडिंग कोर्स कराते हैं, जिससे यूजर्स को उस प्लेटफॉर्म पर भरोसा हो सके। हालांकि आरबीआई के मुताबिक ऐसे सभी प्लेटफॉर्म गैर-कानूनी है। आइए हम आपको आरबीआई द्वारा जारी किए गए 34 प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट बताते हैं।

  • Alpari
  • AnyFX
  • Ava Trade
  • Binomo
  • e Toro
  • Exness
  • Expert Option
  • FBS
  • FinFxPro
  • Forex.com
  • Forex4money
  • Foxorex
  • FTMO
  • FVP Trade
  • FXPrimus
  • FXStreet
  • FXCm
  • FxNice
  • FXTM
  • HotFores
  • ibell Markets
  • IC Markets
  • iFOREX
  • IG Market
  • IQ Option
  • NTS Forex Trading
  • Octa FX
  • Olymp Trade
  • TD Ameritrade
  • TP Global FX
  • Trade Sight FX
  • Urban Forex
  • Xm
  • XTB
  • Published Date: September 12, 2022 1:56 PM IST
  • Updated Date: September 12, 2022 1:57 PM IST

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