आइपीओ की तैयारी में है एनएसई
एनएसई ने चार मार्च को अपने प्रबंध निदेशक और सीईओ पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। चौहान 2009 से बीएसई में हैं। उन्हें बीएसई को सबसे तेज एक्सचेंज बनाने का श्रेय जाता है। चौहान के पास बीएसई के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को सफलतापूर्वक पूरा करने का अनुभव भी है। उल्लेखनीय है कि एनएसई काफी समय से भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज आईपीओ की तैयारी कर रहा है। एनएसई ने प्रबंध निदेशक और सीईओ पद के लिए ऐसे उम्मीदवारों से आवेदन मांगे थे, जिनके पास आईपीओ का भी अनुभव हो।

16621121475129

Kaun Vyakti Haal Hee Me , National Stock Exchange (NSE) Ke Naye MD & CEO Bane Hai ?
कौन व्यक्ति हाल ही में, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के नए MD & CEO बने है?


हाल ही में, SEBI ने आशीष कुमार चौहान (Ashish Kumar Chauhan) को भारत के प्रमुख शेयर बाजार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का नया प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया है। आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की आशीष यहाँ इस पद आगामी 5 साल के लिए नियुक्त किए गए है। और आशीष यहाँ इस पद पर विक्रम लिमये (Vikram Limaye) का स्थान लेंगे।

Haal Hee Me , SEBI ne Asheesh Kumar Chauhan (Ashish Kumar Chauhan) Ko Bharat Ke Pramukh Share Bazar National Stock Exchange (NSE) Ka Naya Prabandh Nideshak Aur Mukhya Karyakari Adhikari Niyukt Kiya Hai . Apki Behtar Jankari Ke Liye Bata De Ki Asheesh Yahan Is Pad Agami 5 Sal Ke Liye Niyukt Kiye Gaye Hai . Aur Asheesh Yahan Is Pad Par Vikram लिमये (Vikram Limaye) Ka Sthan Lenge .

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख आशीष कुमार चौहान ने दिया इस्तीफा, NSE की संभालेंगे जिम्मेदारी

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख आशीष कुमार चौहान ने दिया इस्तीफा, NSE की संभालेंगे जिम्मेदारी

देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज बीएसई (Bombay Stock Exchange) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) आशीष कुमार चौहान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और उन्हें सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया है. बीएसई ने चौहान के इस्तीफे की जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें सोमवार को ही सभी दायित्वों एवं भूमिकाओं से मुक्त कर दिया गया. वह वर्ष 2012 से ही बीएसई के सीईओ के रूप में कार्यरत थे. चौहान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ के तौर पर नई जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें

Gautam Adani AGM Speech: अडाणी ग्रुप का मार्केट कैप 200 बिलियन डॉलर के पार, क्लीन एनर्जी का निर्यातक बनेगा भारत

Gautam Adani AGM Speech: अडाणी ग्रुप का मार्केट कैप 200 बिलियन डॉलर के पार, क्लीन एनर्जी का निर्यातक बनेगा भारत

स्विस बैंक में कितना जमा है ब्लैकमनी? जानिए इस सवाल का निर्मला सीतारमण ने क्या दिया जवाब

स्विस बैंक में कितना जमा है ब्लैकमनी? जानिए इस सवाल का निर्मला सीतारमण ने क्या दिया जवाब

अब तक 3 करोड़ रिटर्न फाइल किए जा चुके हैं, 5000 रुपए की पेनाल्टी से बचने के लिए 31 जुलाई तक पूरा करें काम

स्टॉक एक्सचेंज क्या है ?

भारत में स्टॉक एक्सचेंज परंपरागत रूप से ब्रोकर्स तथा बाजार-विशेषज्ञों का एसोसिएशन है। आम जनता तथा वित्तीय संस्थानों द्वारा सिक्यूरिटीज की ट्रेडिंग (खरीदफरोख्त) का नियमत: संचालन करने के लिए इसकी स्थापना की गई है। 'सिक्यूरिटीज एंड कॉण्ट्रेक्ट (रेग्यूलेशन) ऐक्ट-1956' के अंतर्गत स्टॉक एक्सचेंज भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। स्टॉक एक्सचेंज एकमात्र ऐसा अधिकृत संस्थान है, जिसके तत्त्वावधान में सेकंडरी मार्केट में सिक्यूरिटीज की ट्रेडिंग होती है। भारत में स्टॉक एक्सचेंज एक बाजार के रूप में कार्य करता है जहां वित्तीय उपकरण जैसे स्टॉक, बॉन्ड और कमोडिटीज का कारोबार होता है।

स्टॉक एक्सचेंज वह जगह है, जहां पर कंपनियों के शेयर को सूचीबद्ध किया जाता है ,जैसे ही कंपनी अपना आईपीओ लाकर जनता से फण्ड raise करते है उसके बाद भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज कंपनी को स्टॉक एक्सचेंज सूचीबद्ध कर दिया जाता है । स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर्स को ब्रोकर्स के माध्यम से खरीदा व बेचा जाता है , स्टॉक मार्किट में खरीदने और बिकने वाले शेयर किसी भी प्रकार के हो सकते हैं जैसे कि स्टॉक्स , बांड्स ,डिबेंचर्स , फ्यूचरस ,ऑप्शंस ,कमोडिटी इत्यादि । स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर्स को खरीदा व बेचा जाता है जो की स्टॉक्स,डिबेंचर्स ,बांड्स ,सिक्योरिटी इत्यादि होते है ।

NSE New CEO: सेबी की मिल गई हरी झंडी, अब ये संभालेंगे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को

​Ashish Kumar Chauhan will be the next CEO of National Stock Exchange (File Photo)

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अगले सीईओ होंगे आशीष कुमार चौहान (File Photo)

एनएसई के संस्थापकों में से एक
चौहान एनएसई के संस्थापकों में से एक हैं। उनकी नियुक्ति ऐसे समय हो रही है जब एक्सचेंज कामकाज के संचालन की खामियों की वजह से नियामकीय जांच के घेरे में है। इसके अलावा एक्सचेंज को-लोकेशन से संबंधित घोटाले की जांच का सामना भी कर रहा है। को-लोकेशन मामले में एनएसई की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं सीईओ चित्रा रामकृष्ण को पद से हटा दिया गया था। बाद में उन्हें इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था।

भारतीय शेयर बाजार

भारत के संपूर्ण स्टॉक एक्सचेंज को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा नियंत्रित किया जाता है जिसे 1992 में एक स्वतंत्र प्राधिकरण के रूप में स्थापित किया गया था। सेबी के पास नियमों और विनियमों के उल्लंघन के मामले में जुर्माना और जुर्माना लगाने की शक्ति है। यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और भारत के स्टॉक एक्सचेंज में निवेशकों के हितों की रक्षा करता है। सेबी शेयर बाजार के बिचौलियों की शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देता है।भारत जैसी बढ़ती अर्थव्यवस्था में , स्टॉक एक्सचेंज का भविष्य उज्ज्वल है और आने वाले वर्षों में लेनदेन की मात्रा में काफी वृद्धि होगी।

शेयर बाजार दो प्रकार के होते हैं , प्राथमिक और द्वितीयक बाजार।

प्राथमिक शेयर बाजार

कंपनियां अपने शेयर जारी करने और प्राथमिक बाजार में धन जुटाने के लिए खुद को पंजीकृत करती हैं। इस प्रक्रिया को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज के रूप में भी जाना जाता है। प्राथमिक बाजार में प्रवेश करने का उद्देश्य धन जुटाना है और यदि कंपनी पहली बार अपने शेयर बेच रही है तो इसे आईपीओ कहा जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से , कंपनी एक सार्वजनिक इकाई बन जाती है।

भारत में प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज

स्टॉक एक्सचेंज एक बाजार के रूप में कार्य करता है जहां व्यापार के लिए स्टॉक , बॉन्ड और कमोडिटी जैसे वित्तीय उपकरण हैं। प्लेटफ़ॉर्म खरीदारों और विक्रेताओं को एक साथ आने और सेबी द्वारा निर्धारित नियमों और विनियमों और उसके दिशानिर्देशों का पालन करते हुए वित्तीय साधनों का व्यापार करने के लिए प्रदान करता है। अधिकांश लोगों के विश्वास के विपरीत , सबसे अधिक सुना जाने वाला स्टॉक एक्सचेंज एनएसई और बीएसई भारत में एकमात्र स्टॉक एक्सचेंज नहीं हैं। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये दोनों भारत में मुख्य रूप से दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं , वर्तमान में कुल मिलाकर भारत में कुल छह मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज हैं। इन्हें सेबी के दिशानिर्देशों के तहत विनियमित किया जाता है।

16621124328837

निष्कर्ष

निवेशक शेयर बाजार की अस्थिरता को दूर नहीं कर सकते। भारतीय शेयरों की ट्रेडिंग उसी गति से होती है , चाहे बाजार का ज्वार कुछ भी हो। भारत में उपलब्ध विभिन्न विकल्पों को समझने से न केवल अधिक जीतने का अवसर बढ़ेगा , बल्कि पोर्टफोलियो विविधता में भी , आकर्षक शेयरों को फिर से चुनना इस बात पर निर्भर करता है कि आपके पास भारत में स्टॉक के बाजार के बारे में ज्ञान है और आप कितने अपडेट हैं। आप अपने बेल्ट के तहत सही रणनीतियों और सहायता प्रदान करने के लिए एक उत्कृष्ट ब्रोकरेज के साथ शेयर बाजारों में सफलतापूर्वक निवेश कर सकते हैं।

कृपया ध्यान दें कि निवेश के किसी भी रूप में जोखिम शामिल है, भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज आप व्यापार में शामिल जोखिमों के बारे में अधिक जानने के लिए Mirade जोखिम प्रकटीकरण विवरण पर क्लिक कर सकते हैं। *Mitrade पर प्रचार नियम और शर्तों के अधीन हैं।

इस लेख की सामग्री केवल लेखक की व्यक्तिगत राय है और इसका मतलब निवेश सलाह नहीं है। इस लेख की भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज सामग्री केवल संदर्भ के लिए है और पाठकों को इस लेख को किसी भी निवेश के आधार के रूप में उपयोग नहीं करना चाहिए। निवेशकों को इस जानकारी का उपयोग स्वतंत्र निर्णय के विकल्प के रूप में या पूरी तरह से इस जानकारी के आधार पर निर्णय लेने के लिए नहीं करना चाहिए। यह किसी भी व्यापारिक गतिविधि का गठन नहीं करता है और व्यापार में किसी भी लाभ की गारंटी भी नहीं देता है। इस लेख पर आधारित किसी भी परिणाम के लिए Mitrade जिम्मेदार नहीं होंगे। मिट्रेड भी इस लेख में सामग्री की 100% सटीकता की गारंटी नहीं दे सकता है।

रेटिंग: 4.70
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 189