Published on: December 03, 2022 15:01 IST
ये है निवेश का खास तरीका, हर माह मिलता रहेगा 80 हजार रुपए
नर्इ दिल्ली। आज के दौर में पर्याप्त पूंजी होने के बाद भी कर्इ वित्तीय गलतियों की वजह से एक उम्र के बाद लोगों को पैसों की किल्लत होती है। एेसे में जरूरी है कि आप मौजूदा समय में अपनी पूंजी को सही तरीके से निवेश करें तो आपका पैसा ही आपके लिए इनकम का सोर्स बन सकता है। यदि आप भी एेसा चाहते हैं तो सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआर्इपी) के तहत निवेश कर सकते हैं। आज हम आपको एसआर्इपी के तहत एक एेसे प्लान के बारे में जानकारी दे रहे जिसमें 15 साल तक लगातार निवेश के बाद बाद आप हर माह 80 हजार रुपए तक की कमार्इ कर सकते है।
क्या है एसआईपी? जानें इससे जुड़ी सारी जानकारी
आप जानते हैं कि एसआईपी क्या है? सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, जिसे आमतौर पर SIP के नाम से जाना जाता है, म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच एक निवेश विकल्प के रूप में लोकप्रियता हासिल कर रहा है.
- एसआईपी (SIP) क्या है?
- निवेशकों के लिए जरूरी जानकारी
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नई दिल्ली: सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, जिसे आमतौर पर SIP के नाम से जाना जाता है, म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच एक निवेश विकल्प के रूप में लोकप्रियता हासिल कर रहा है. यह एक सरल स्वचालित प्रक्रिया है जो एक अनुशासित में निवेश करने में मदद करती है, और निवेशक नियमित अंतराल पर म्यूचुअल फंड योजना में एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते हैं. पूर्व-निर्धारित अंतराल पर निश्चित राशि को डेबिट करने के लिए बैंक को आसानी से स्थायी निर्देश दे सकते हैं.
परिभाषित अंतराल पर निवेश करने से बाजार की अस्थिरता और समय का भी ध्यान रखा जाता है, क्योंकि म्यूचुअल फंड यूनिट स्वचालित रूप से विभिन्न मूल्य बिंदुओं पर खरीदी जाती हैं. SIP बैंक रेकरिंग डिपॉज़िट के रूप में काम करता है, और कई म्यूचुअल फंड अपने निवेशकों को हर साल SIP योगदान बढ़ाने की अनुमति देते हैं.
SIP के माध्यम से निवेश निम्नलिखित लचीलेपन के साथ आता है:
राशि
निवेश राशि को लचीला बनाया जा सकता है, कोई भी कम से कम 500 रुपये से निवेश शुरू व्यवस्थित निवेश योजनाएं क्या है? कर सकता है. निवेशक उसी फंड/खाते में कम से कम 100 रुपये में अतिरिक्त खरीदारी भी कर सकते हैं. अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है लेकिन किसी को चुनना होगा निवेश की मात्रा और जोखिम सहनशीलता के आधार पर..
अवधि
व्यावहारिक रूप से म्यूचुअल फंड में निवेश की अवधि "एक दिन" से लेकर 'सदा' तक होती है. एक निवेशक आवंटित इकाइयों को अगले दिन ही भुना सकता है. इसके अलावा, एक निवेशक तब तक निवेशित रहने का विकल्प चुन सकता है जब तक कि एसआईपी योगदान मैन्युअल रूप से बंद नहीं हो जाता. निवेश में बने रहने के लिए आप निश्चित रूप से एक पूर्व-निर्धारित व्यवस्थित निवेश योजनाएं क्या है? अवधि जोड़ सकते हैं, जैसे कि 120 महीने.
योजना
एक निवेशक के पास भारत में 44 AMFI (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स व्यवस्थित निवेश योजनाएं क्या है? इन इंडिया) पंजीकृत फंड हाउस में से चुनने का विकल्प होता है. ये फंड हाउस मिलकर विभिन्न क्षेत्रों और विषयों में 2500 से अधिक म्यूचुअल फंड योजनाओं की पेशकश करते हैं. जोखिम प्रोफाइल के आधार पर विभिन्न श्रेणियों की योजनाओं में से कोई भी चुन सकता है- इक्विटी आधारित योजनाओं से लेकर ऋण आधारित और हाइब्रिड योजनाओं तक दोनों का मिश्रण. इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स सेक्शन 80C के तहत टैक्स डिडक्शन का फायदा देती हैं.
म्युचुअल फंड, अपने लचीलेपन और सुविधा के साथ, आज की व्यस्त दुनिया में आदर्श निवेश वाहन हैं, और एक विस्तृत और विविध निवेश पोर्टफोलियो तक पहुंच प्रदान करते हैं जिसे पेशेवर रूप से प्रबंधित किया जाता है. यह खुदरा निवेशकों को जोखिम और रिटर्न के बीच संतुलन देता है. म्यूचुअल फंड द्वारा दी जाने वाली व्यवस्थित निवेश योजनाएं म्यूचुअल फंड में निवेश की दुनिया में प्रवेश करने का सबसे अच्छा तरीका है.
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Top Up SIP क्या है? कैसे काम करता है? निवेशक को मालामाल करने वाले इस फॉर्मूले के बारे में यहां जानिए सबकुछ
Mutual Funds Investing: SIP में निवेश करने के बारे में कई बार हम जैसे आम निवेशक सोचते हैं और निवेश करते भी हैं। ऐसे में हमें Top Up SIP के बारे में सबकुछ जान लेना चाहिए। यह तरीका हमें कई तरह का फायदा देता है।
Written By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Published on: December 03, 2022 15:01 IST
Photo:INDIA TV Top Up SIP क्या है? निवेशक को बना देता है मालामाल
Mutual Funds Investing: म्यूचुअल फंड में एक व्यवस्थित निवेश की योजना (एसआईपी) लंबी अवधि के लक्ष्य रखने वाले निवेशकों के लिए संपत्ति बनाने के प्रभावी तरीकों में से एक है। एसआईपी म्यूचुअल फंड एक निश्चित लिमिट पर एक तय राशि का योगदान करने का एक आसान उपाय भी है। आइए जानते हैं कि TOP Up SIP क्या है, जिसे सभी सफल निवेशक जानते हैं और उसका फायदा उठाते हैं।
ऐसे मिलता है TOP Up SIP का मौका
कभी-कभी जब निवेशकों के पास निवेश करने के लिए अतिरिक्त पैसा होता है, तो विशेषज्ञ उनसे म्यूचुअल फंड में एसआईपी राशि बढ़ाने के लिए कहते हैं, जिसमें वे पहले से ही निवेश कर रहे हैं। यहां एक एसआईपी टॉप-अप आता है, जो निवेशकों को एसआईपी राशि बढ़ाने की अनुमति देता है जो वे सालाना निवेश कर रहे हैं। ऐसी सुविधा एसआईपी की अवधि के दौरान अधिक मात्रा में निवेश करने के लिए निवेशक के लचीलेपन को बढ़ाती है। इन सुविधाओं को SIP बूस्टर या SIP स्टेप-अप सुविधाओं के रूप में भी जाना जाता है।
एक सामान्य एसआईपी के तहत निवेशक अपने एसआईपी अवधि के दौरान अपना योगदान नहीं बढ़ा सकते हैं। ज्यादा निवेश के लिए उन्हें नई स्कीम का विकल्प चुनना होता है, जबकि टॉप-अप एसआईपी या एसआईपी बूस्टर ग्राहकों को अपने एसआईपी योगदान को स्वचालित करने और आय में उनकी अपेक्षित वृद्धि के अनुरूप इसे बढ़ाने की अनुमति देते हैं।
यह कैसे काम करता है?
म्यूचुअल फंड की टॉप-अप सुविधा का चयन करके निवेशक चल रहे एसआईपी में अपना मासिक योगदान बढ़ा सकते हैं। जैसे, अगर कोई निवेशक पहले से ही इक्विटी एमपी स्कीम में 10,000 रुपये का निवेश कर रहा है, और अधिक निवेश करना चाहता है। वह सिप टॉप-अप का विकल्प चुन सकता है और प्रत्येक वित्तीय/कैलेंडर वर्ष या वित्तीय वर्ष या प्रत्येक छह महीने के अंत में अपनी मन मुताबिक राशि जोड़ सकता है।
Investment Tips: पांच साल में 5 लाख जमा करना चाहते हैं, हर महीने SIP में करें इतना निवेश
Investment Tips: आप म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए पैसा लगा सकते हैं। आजकल लोगों में SIP करने का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। इसमें आप साप्ताहिक, मासिक या तिमाही आधार पर पैसा लगा सकते हैं। निवेश करने से पहले उसके प्लान की जानकारी लें।
Investment Tips: अगर आप पांच साल में बड़ी रकम जमा करना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। आप हर महीने सिर्फ 6500 रुपये की बचत करके 5 साल में पांच लाख रुपये से ज्यादा जमा कर सकते हैं। एक व्यवस्थित निवेश योजना आपको अपना सपना पूरा करने में मदद कर सकती है। इसमें आप नियमित अंतराल पर छोटी रकम निवेश कर सकते हैं। यदि आप पांच वर्ष में लाखों रुपये जमा करना चाहते हैं तो आइए जानते हैं एसआईपी कैलकुलेटर (SIP Calculator) की मदद से इस निवेश के बारे में।
पांच साल में 5 लाख कैसे जमा करें?
अगर आप 5 साल के लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) में हर महीने 6500 रुपये का निवेश करते हैं, तो आपका कुल निवेश 3,90,000 रुपये होगा। इस तरह 12 फीसदी ब्याज दर पर आपको रिटर्न के तौर पर 1,46,161 रुपये मिलेंगे। ऐसे में पांच साल बाद कुल राशि 5,31,161 हो जाएगी।
एसआईपी क्या है?
आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में एसआईपी (SIP) के जरिए पैसा लगा सकते हैं। आजकल लोगों में SIP करने का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। इसमें आप साप्ताहिक, मासिक या तिमाही आधार पर पैसा लगा सकते हैं। इसकी सबसे खास बात यह है कि आप इसमें 500 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। हालांकि किसी भी एसआईपी या म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले उसके प्लान की जानकारी लें।
होम लोन में होगा सहायक
मान लीजिए आप 50 लाख रुपये का होम लोन लेते हैं। 20 साल में 1 करोड़ रुपये ब्याज सहित बैंक को देते हैं। अब आप सोच रहे हैं कि इसे कैसे चुकाएं। SIP इसमें आपकी मदद कर सकता है। आइए इसे आंकड़ों से समझते हैं।
अगर आपने 8 फीसदी सालाना ब्याज दर पर 50 लाख रुपये का होम लोन लिया है, तो आपकी EMI 41,822 रुपये होगी। यदि आपका लोन 20 वर्ष के लिए है, तो आपको ब्याज के तौर पर 50.37 लाख रुपये देने होंगे। मकान की कीमत 50 लाख रुपये है। इसके लिए आपने 1 करोड़ 37 हजार रुपये ब्याज सहित खर्च किए। मान लीजिए कि आप ईएमआई का सिर्फ 25 फीसदी यानी 10,912 रुपये निवेश करना शुरू कर देते हैं। आप इस पर करीब 12 फीसदी वार्षिक रिटर्न कमा सकते हैं। इस तरह आपके पास 20 साल में 1.1 करोड़ रुपये का फंड होगा।
Mutual Fund SIP: लगातार बढ़ रहा म्यूचुअल फंड एसआईपी का दायरा, 13306 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश
Mutual Fund SIP म्यूचुअल फंड फोलियो पिछले तीन महीनों से सर्वकालिक उच्च स्तर को छू रहे हैं। ये 13.97 लाख करोड़ के नए उच्च स्तर पर पहुंच गए है। खुदरा म्यूचुअल फोलियो भी 11.17 लाख करोड़ के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Mutual Fund SIP: म्युचुअल फंड में व्यवस्थित निवेश योजनाओं या एसआईपी के माध्यम से प्रवाह नवंबर में बढ़कर 13,306 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह निवेशकों की बढ़ती परिपक्वता और विश्वास को दर्शाता है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं में प्रवाह पिछले महीने के 9,390 करोड़ रुपये से नवंबर में 76 प्रतिशत घटकर 2,258 करोड़ रुपये रह गया।
आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में एसआईपी के माध्यम से प्रवाह 13,306 करोड़ रुपये था, जो अक्टूबर में 13,041 करोड़ रुपये के पिछले उच्च स्तर को पार कर गया। मई के बाद से एसआईपी के जरिए निवेश 12,000 करोड़ रुपये से ऊपर रहा है। सितंबर में यह 12,976 करोड़ रुपये, अगस्त में 12,693 करोड़ रुपये, जुलाई में 12,140 करोड़ रुपये, जून में 12,276 करोड़ रुपये और मई में 12,286 करोड़ रुपये था। इससे पहले अप्रैल में यह 11,863 करोड़ रुपए था।
लगातार बढ़ रहा एसआईपी का दायरा
चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में कुल प्रवाह 87,275 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह 2021-22 वित्तीय वर्ष में 1.24 लाख करोड़ रुपये से अधिक की आमद के बाद आया है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार विजयकुमार ने कहा कि भारतीय इक्विटी बाजार में एक हेल्दी ट्रेंड के रूप में एसआईपी में लगातार वृद्धि हो रही है। इसने नवंबर में 13,307 करोड़ रुपये के नए रिकॉर्ड को छू लिया है।एसआईपी खुदरा निवेशकों के लिए निवेश का सबसे सफल तरीका है।
एसआईपी में वृद्धि से पता चलता है कि भारतीय इक्विटी निवेशक परिपक्व हो रहे हैं। एसआईपी निवेशकों को अपने निवेश को बंद नहीं करना चाहिए, तब भी नहीं जबकि बाजार में गिरावट हो। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा कि विदेशी निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं लेकिन एसआईपी के माध्यम से आने वाला पूंजी प्रवाह अब तक के सर्वोच्च स्तर पर है। इससे पता चलता है कि घरेलू निवेशकों परिपक्वत हो रहे है और निवेश के लिए उनका आत्मविश्वास बढ़ रहा है।
11.27 लाख एसआईपी खाते
म्युचुअल फंड्स ने नवंबर के दौरान 11.27 लाख एसआईपी खाते जोड़े, जिससे कुल मिलाकर इनकी संख्या लगभग 6.04 करोड़ हो गई।
क्या है एसआईपी
एसआईपी, म्यूचुअल फंड के जरिए की जाने वाली एक निवेश पद्धति है, जिसमें एक व्यक्ति एकमुश्त निवेश करने के बजाय, निश्चित अंतराल पर एक तय रकम का निवेश कर सकता है। महीने में एक बार ही एसआईपी की किस्त काटी जाती है। इसमें 500 रुपये प्रतिमाह तक के निवेश से शुरू किया व्यवस्थित निवेश योजनाएं क्या है? जा सकता है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि म्यूचुअल फंड उद्योग ने नवंबर में 13,263 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह दर्ज किया, जो पिछले महीने के 14,045 करोड़ रुपये से थोड़ा ही कम है। बाजार में तेज उतार-चढ़ाव के बीच म्यूचुअल फंड उद्योग ने अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखा है। खुदरा योजनाओं से निकासी हुई है, क्योंकि लोग मुनाफे को भुना रहे हैं।
ईटीएफ प्रवाह में तेजी
इंडेक्स फंड्स, गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF) अन्य ईटीएफ और विदेशों में निवेश करने वाले फंड्स में 10,394 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया। मुख्य रूप से इंडेक्स फंड्स में तेज बढ़ोतरी हुई है। इसने अकेले 8,602 करोड़ रुपये का योगदान दिया। गोल्ड ईटीएफ से 195 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई।
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