Written By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Updated on: October 08, 2022 14:12 IST

भारत के बल्ले-बल्ले, देश की विदेशी मुद्रा भंडार विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट में आया रिकॉर्ड उछाल

इस महीने भारत के लिए ये दूसरी सबसे अच्छी खबर आई है। पहली खबर ये थी, जिसमें भारत में महंगाई के आंकड़ों में गिरावट देखी गई थी। अब विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड उछाल देखा गया है।

India TV Business Desk

Edited By: विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट India TV Business Desk
Published on: November 19, 2022 18:07 IST

देश की विदेशी मुद्रा भंडार में आया रिकॉर्ड उछाल- India TV Hindi

Photo:INDIA TV देश की विदेशी मुद्रा भंडार में आया रिकॉर्ड उछाल

ये महीने भारत के विकास के लिए कई मायनों में अच्छा है। इस महीने भारत में महंगाई के आंकड़ों में गिरावट भी देखी गई थी। अब विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड उछाल देखा गया है। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के रुख को पलटते हुए 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में यह 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह अगस्त 2021 के बाद सबसे तेज वृद्धि है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शनिवार को यह जानकारी दी।

मार्च के बाद आई थी गिरावट

हालांकि, मार्च के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार में 110 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है। वैश्विक अस्थिरता के बीच आरबीआई द्वारा रुपये को सहारा देने के चलते यह कमी हुई है। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर हो गया। चार नवंबर को यह 529.99 अरब डॉलर के स्तर पर था।

केंद्रीय बैंक ने दी जानकारी

केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 11.8 अरब डॉलर बढ़कर 482.53 अरब डॉलर हो गईं। स्वर्ण भंडार का मूल्य 2.64 अरब डॉलर बढ़कर 39.70 अरब डॉलर रहा। इससे पहले 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 117.93 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर रहा था। आरबीआई ने सितंबर में शुद्ध आधार पर 10.36 अरब डॉलर मूल्य की विदेशी मुद्रा की बिक्री की है। सितंबर में डॉलर के मुकाबले रुपया 79.5 के भाव से गिरकर 81.5 पर आ गया। अक्टूबर में यह 83.29 के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिर गया था। इसके बाद 21 अक्टूबर से 11 नवंबर के बीच रुपया 2.3 प्रतिशत चढ़ा और शुक्रवार को 10 पैसे गिरकर 81.74 पर बंद हुआ।

Foreign Currency Reserve: विदेशी मुद्रा भंडार 2 साल में सबसे कम! भारत के लिए यह बहुत बुरी खबर है?

देश का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। जो 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर रह गया।

Sachin Chaturvedi

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Updated on: October 08, 2022 14:12 IST

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रिजर्व बैंक इस समय दोराहे पर आ खड़ा हुआ है। एक और रुपया पाताल में धंसता नजर आ रहा है, वहीं घटते निर्यात और बढ़ते आया से विदेशी मुद्रा भंडार भी दिनों दिन सिकुड़ता नजर आ रहा है। उस पर विदेशी निवेशकों की रवानगी ने रिजर्व बैंक और सरकार का सिर चकरा दिया है। रुपये को 80 के स्तर से नीचे गिरने से रोकने के लिए पिछले महीने रिजर्व बैंक करीब 100 अरब डॉलर झोंक चुका है। लेकिन इसके बावजूद रुपया 82 से नीचे फिसल चुका है।अब रिजर्व बैंक का पूरा जोर रुपये को बचाने की बजाए विदेशी मुद्रा भंडार को बचाने पर है।

लगातार नौवें सप्ताह आई गिरावट

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी रहने के बीच 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। विदेशी मुद्रा भंडार इससे पिछले सप्ताह में 8.134 अरब डॉलर कम होकर 537.

518 अरब डॉलर पर रहा था।

Rupee

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1 साल में 100 अरब डॉलर की गिरावट

वैश्विक घटनाक्रमों के कारण रुपये की विनियम दर में गिरावट को रोकने के जारी प्रयासों के बीच विदेशी मुद्रा भंडार में यह कमी आई है। देश की विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। आरबीआई की तरफ से शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, फॉरेन करंसी असेट्स (एफसीए) में गिरावट के कारण 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है। एफसीए दरअसल समग्र भंडार का एक प्रमुख हिस्सा होता है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान एफसीए 4.406 अरब डॉलर घटकर 472.807 अरब डॉलर रह गया।

स्वर्ण भंडार में भी आई कमी

डॉलर के संदर्भ में एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में वृद्धि या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल है। आंकड़ों के अनुसार, सोने के भंडार का मूल्य 28.1 करोड़ डॉलर घटकर 37.605 अरब डॉलर पर आ गया है। समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 16.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 17.427 अरब डॉलर हो गया। आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ के पास सुरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देश का मुद्रा भंडार 4.826 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित रहा।

भारत के बल्ले-बल्ले, देश की विदेशी मुद्रा भंडार में आया रिकॉर्ड उछाल

इस महीने भारत के लिए ये दूसरी सबसे अच्छी खबर आई है। पहली खबर ये थी, जिसमें भारत में महंगाई के आंकड़ों में गिरावट देखी गई थी। अब विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड उछाल देखा गया है।

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Edited By: India TV Business Desk
Published on: November 19, 2022 18:07 IST

देश की विदेशी मुद्रा भंडार में आया रिकॉर्ड उछाल- India TV Hindi

Photo:INDIA TV देश की विदेशी मुद्रा भंडार में आया रिकॉर्ड उछाल

ये महीने भारत के विकास के लिए कई मायनों में अच्छा है। इस महीने भारत में महंगाई के आंकड़ों में गिरावट भी देखी गई थी। अब विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड उछाल देखा गया है। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के रुख को पलटते हुए 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में यह 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह अगस्त 2021 के बाद सबसे तेज वृद्धि है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शनिवार को यह जानकारी दी।

मार्च के बाद आई थी गिरावट

हालांकि, मार्च के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार में 110 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है। वैश्विक अस्थिरता के बीच आरबीआई द्वारा रुपये को सहारा देने के चलते यह कमी हुई है। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर हो गया। चार नवंबर को यह 529.99 अरब डॉलर के स्तर पर था।

केंद्रीय बैंक ने दी जानकारी

केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 11.8 अरब डॉलर बढ़कर 482.53 अरब डॉलर हो गईं। स्वर्ण भंडार का मूल्य 2.64 अरब डॉलर बढ़कर 39.70 अरब डॉलर रहा। इससे पहले 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 117.93 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर रहा था। आरबीआई ने सितंबर में शुद्ध आधार पर 10.36 अरब डॉलर मूल्य की विदेशी मुद्रा की बिक्री की है। सितंबर में डॉलर के मुकाबले रुपया 79.5 के भाव से गिरकर 81.5 पर आ गया। अक्टूबर में यह 83.29 के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिर गया था। इसके बाद 21 अक्टूबर से 11 नवंबर के बीच रुपया 2.3 प्रतिशत चढ़ा और शुक्रवार को 10 पैसे गिरकर 81.74 पर बंद हुआ।

विदेशी मुद्रा भंडार में 2 अरब डॉलर से ज्यादा की बढ़त. सोने के भंडार में दर्ज हुई गिरावट

देश का विदेशी मुद्रा भंडार चार फरवरी को समाप्त सप्ताह में 2.198 अरब डॉलर बढ़कर 631.953 अरब डॉलर हो गया है. तीन सितंबर, 2021 को समाप्त सप्ताह में भंडार 642.453 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था

विदेशी मुद्रा भंडार में 2 अरब डॉलर से ज्यादा की बढ़त. सोने के भंडार में दर्ज हुई गिरावट

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़त देखने को मिली है. रिजर्व बैंक (RBI) के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 4 फरवरी को समाप्त हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) 2.198 अरब डॉलर बढ़कर 631.953 अरब डॉलर हो गया. इससे पिछले हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार में तेज गिरावट देखने को मिली थी. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक हफ्ते के दौरान फॉरेन करंसी एसेट्स में तेज बढ़त देखने को मिली है. वहीं आईएमएफ के पास एसडीआर में भी बढ़त दर्ज हुई है. दूसरी तरफ हफ्ते के दौरान सोने के भंडार (gold reserve) में सीमित गिरावट दर्ज हुई है. किसी भी देश के लिये विदेशी मुद्रा भंडार का मजबूत होना काफी अहम माना जाता है. फिलहाल भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में विदेशी मुद्रा भंडार के घटने से आर्थिक संकट की स्थिति आ चुकी है. वहीं पाकिस्तान भी ऐसी ही स्थितियों में घिरा हुआ है.

कहां पहुंचा देश का विदेशी मुद्रा भंडार

देश का विदेशी मुद्रा विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट भंडार चार फरवरी को समाप्त सप्ताह में 2.198 अरब डॉलर बढ़कर 631.953 अरब डॉलर हो गया है. भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. वहीं इससे पहले 28 जनवरी को समाप्त पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 4.531 अरब डॉलर घटकर 629.755 अरब डॉलर हो गया था. विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट पिछले कुछ समय गिरावट देखने को मिली थी. जिसके बाद अब रिकवरी दर्ज हुई है. रिजर्व बैंक के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़त फॉरेन करंसी एसेट्स में आई तेजी की वजह से देखने को मिला है. एफसीए भंडार का एक अहम हिस्सा होता है. इसे डॉलर मूल्य में दर्शाया जाता है और इसमें डॉलर से अलग अन्य विदेशी करंसी में डॉलर मूल्य में उतार-चढ़ाव को शामिल किया जाता है. आंकड़ों के अनुसार चार फरवरी को समाप्त सप्ताह में एफसीए 2.251 अरब डॉलर बढ़कर 568.329 अरब डॉलर हो गया. इस आधार पर विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए का हिस्सा करीब 90 प्रतिशत का है. वहीं दूसरी तरफ सप्ताह के दौरान सोने के भंडार में गिरावट देखने को मिली है. सप्ताह के दौरान सोने का भंडार 21 लाख डॉलर घटकर 39.283 अरब डॉलर रह गया. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 9.8 करोड़ डॉलर बढ़कर 19.108 अरब डॉलर पर पहुंच गया.

देश के रिजर्व में लगातार बढ़त दर्ज

आंकड़ों के अनुसार देश के रिजर्व में लगातार बढ़त देखने को मिली है. तीन सितंबर, 2021 को समाप्त सप्ताह में भंडार 642.453 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. विदेशी मुद्रा भंडार का ऊंचे स्तरों पर होना किसी भी अर्थव्यवस्था के लिये काफी सकारात्मक संकेत है, पड़ोसी देश श्रीलंका के डिफॉल्ट होने की स्थिति इस लिये बन विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट गई थी कि उसका विदेशी मुद्रा भंडार खत्म होने के करीब पहुंच गया था. यही स्थिति पाकिस्तान की भी है. इससे बचने के लिये दोनो देश ऊंची दरों पर कर्ज उठाने के लिये भी तैयार है. वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था को भंडार की वजह से अतिरिक्त सुरक्षा मिली है. साथ ही कोरोना महामारी के बीच इसी वजह से देश रेटिंग एजेंसियों का भरोसा भी जीतने में सफल रहा.

विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट

 foreign exchange reserves

देश के फॉरेन करेंसी असेट में एक बार फिर कमी हुई है। यह लगातार 8वां सप्ताह है जब इसमें गिरावट दर्ज हुई है। इसका असर देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर दिखा विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट है। तभी तो 23 सितंबर 2022 को समाप्त सप्ताह के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 8.134 अरब डॉलर की कमी हुई। यह अगस्त 2020 के बाद का न्यूनतम स्तर है। इससे पहले 16 सितंबर 2022 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भी विदेशी मुद्रा भंडार में 5.22 अरब डॉलर की कमी हुई थी और यह घट कर 545 अरब डॉलर रह गया था।

एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक़ भारतीय रिजर्व बैंक से मिली जानकारी के अनुसार 23 सितंबर 2022 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.134 अरब डॉलर घटकर 537.518 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले बीते 16 सितंबर को भी यह 5.22 अरब डॉलर घट कर 545 अरब डॉलर रह गया था। पिछले महीने पांच अगस्त को समाप्त सप्ताह से यह लगातार घट रहा है। हालांकि, बीते 29 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान अपना विदेशी मुद्रा भंडार 2.4 अरब डॉलर बढ़ कर 573.875 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। उससे पहले देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार चार सप्ताह तक गिरावट हुई थी।

बीते 23 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट का मुख्य कारण फॉरेन करेंसी असेट का घटना है। यह कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आरबीआई के शुक्रवार को जारी किये गये भारत के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा अस्तियां 7.688 अरब डॉलर घटकर 477.212 अरब डॉलर रह गया। डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है।

आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट भंडार (Gold Reserve) में भी कमी हुई है। अब इसका मूल्य 30 करोड़ डॉलर घटकर 37.886 अरब डॉलर पर आ गया है।

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