कृषि जिंसों के वायदा व्यापार से खाद्यान्न की महंगाई पर विभिन्न अध्ययन रिपोर्टों में यह स्पष्ट कहा गया है कि आवश्यक खाद्य वस्तुओं, जैसे गेहूं, दलहन, खाद्य तेल और चावल में वायदा कारोबार की अनुमति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि इनके दाम बढ़ने से आम आदमी पर सीधा असर पड़ता है, जबकि सोने-चांदी जैसी चीजों की कीमतें बढ़ने से आम आदमी पर कोई असर नहीं होता, इसलिए वहां इसकी इजाजत दी जा सकती है। (आलेख हिंदूस्तान से साभार)
सरसों वायदा कारोबार पर रोक बढ़ी | 15 दिन की स्थिरता के बाद अब किस तरफ मुड़ेंगे सरसों के रेट
तेल मिलों की सीमित खरीद बनी रहने रहने के कारण घरेलू बाजार में मंगलवार को सरसों की कीमतें स्थिर हो गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 6650-6,675 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बने रहे। जबकि भरतपुर में 6319 पर खुलकर भाव 6300 पर बंद हुए। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर भी सरसों के भाव 6550 पर स्थिर बने रहे। प्लांटों के भाव की बात करें तो सलोनी प्लान्ट पर सरसों के अंतिम भाव 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट के बाद 7125 से 7200 की रेंज में रहे जबकि गोयल कोटा प्लान्ट पर सरसों के रेट 6625 तक रहे। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक 2.90 लाख बोरियों की ही हुई। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
किसानों एवं कृषि जिंसों के लिए विकसित वायदा बाजार अहम: राधा मोहन सिंह
The Union Minister for Agriculture and Farmers Welfare, Shri Radha Mohan Singh addressing at the क्या कोई वायदा कारोबार कर सकता है eve of inauguration of the 14th Commodity Future Summit, organised by the ASSOCHAM, in New Delhi on February 03, 2016.
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह भले ही वायदा कारोबार को किसानों के लिए हितकर बता रहे हों लेकिन विशेषज्ञों की राय है कि पिछले दिनों अरहर की बढ़ी कीमतों और खाद्य पदार्थो की बढ़ी मंहगाई से इस वायदा कारोबार का सीधा नाता है। केंद्रीय मंत्री भले ही औद्योगिक विकास के साथ कृषि विकास की बात कर रहे हों लेकिन भारत जैसे देश में जहां कृषि में अनिश्चितता है, वहां वायदा कारोबार की वकालत किसानों खासकर छोटे किसानों को नुकसान ही पहुंचायेगी।
सरसों वायदा कारोबार पर रोक बढ़ी | 15 दिन की स्थिरता के बाद अब किस तरफ मुड़ेंगे सरसों के रेट
तेल मिलों की सीमित खरीद बनी रहने रहने के कारण घरेलू बाजार में मंगलवार को सरसों की कीमतें स्थिर हो गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 6650-6,675 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बने रहे। जबकि भरतपुर में 6319 पर खुलकर भाव 6300 पर बंद हुए। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर भी सरसों के भाव 6550 पर स्थिर बने रहे। प्लांटों के भाव की बात करें तो सलोनी प्लान्ट पर सरसों के अंतिम भाव 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट के बाद 7125 से 7200 की रेंज में रहे जबकि गोयल कोटा प्लान्ट पर सरसों के रेट 6625 तक क्या कोई वायदा कारोबार कर सकता है रहे। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक 2.90 लाख बोरियों की ही हुई। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
Fuel Price Today: कच्चे तेल की कीमतों में तेजी, पेट्रोल-डीजल के रेट जारी; यहां चेक करें आपके शहर में क्या है नई कीमत?
कच्चा तेल की कीमत 99 रुपये की तेजी के साथ 7,815 रुपये प्रति बैरल हो गई.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल बीते कुछ समय तक कमजोर रहने के बाद फिर से मजबूत हो गया है. हालांकि, कच्चा तेल की कीमत में तेजी आने के बाद भी ईंधन के दाम स्थिर दिख रहे हैं. हालांकि, संभावना जताई जा रही है कि कीमत में वृद्धि हो सकती है. लेकिन फिलहाल इस संबंध क्या कोई वायदा कारोबार कर सकता है में कोई फैसला नहीं लिया गया है. इसी क्रम में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन ने शनिवार के तेज के नए कीमत जारी कर दिए हैं. तेज की कीमतों में आज भी कोई बदलाव नहीं किए गए हैं.
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अब पेट्रोल-डीजल के घरेलू दाम एक बार अलग-अलग शहरों में चेक कर लेते हैं-
शहर | पेट्रोल | डीज़ल |
---|---|---|
दिल्ली | 96.72 | 89.62 |
कोलकाता | 106.03 | 92.76 |
मुंबई | 106.31 | 94.27 |
चेन्नई | 102.63 | 94.24 |
नोएडा | 96.79 | 89.96 |
लखनऊ | 96.79 | 89.76 |
पटना | 107.24 | 94.04 |
जयपुर | 108.48 | 93.72 |
स्रोत : इंडियन ऑयल |
गौरतलब है कि मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया, जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को कच्चा तेल की कीमत 99 रुपये की तेजी के साथ 7,815 रुपये प्रति बैरल हो गई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल के अगस्त महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 99 रुपये या 1.28 प्रतिशत की तेजी के साथ 7,815 रुपये प्रति बैरल हो गई, इसमें 3,424 लॉट का कारोबार हुआ.
अगर न्यू ईयर में करना है पार्टी, तो इन बातों का रखें ध्यान
Haryana News Post : Viral News : साल 2023 आने वाला है। साथ ही देश में कोरोना मामले भी ज्यादा मिल रहे हैं। कई लोग नये साल पर पार्टी इंजॉय करना पसंद करते हैं। लेकिन चीन में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत सरकार अलर्ट हो क्या कोई वायदा कारोबार कर सकता है गई है। सरकार कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने की अपील कर रही है। तो चलिए जानते हैं ऐसे आइडियाज के बारे में जिससे आप नये साल पर इंजॉय कर पाएंगे और कोरोना से बचे भी रहेंगे।
क्या कोरोना से डरने की जरूरत है?
सबसे पहले आप ये जान लें कि चीन में कोरोना की स्थिति अच्छी नहीं है। भारत में भी केस दिख रहे हैं। इससे देश के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि भारत की ज्यादातर आबादी को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। इससे अगर कोरोना होता भी है तो भी आपकी हेल्थ सिचुएशन गंभीर नहीं होगी।
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