WhatsApp Forward मैसेज से जुड़ी ये बातें नहीं जानते होंगे आप, मैसेजिंग का एक्सपीरियंस हो जाएगा शानदार
WhatsApp का इस्तेमाल ज्यादातर लोग करते हैं क्योंकि ये मैसेजिंग का सबसे फास्ट तरीका माना जाता है। हालांकि WhatsApp फॉरवर्ड मैसेज के बारे में कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें जानना बेहद जरूरी है।
हाइलाइट्स
- WhatsApp का बढ़ रहा है इस्तेमाल
- मैसेजिंग के लिए है बेस्ट ऐप
- WhatsApp फॉरवर्ड मैसेज के बारे में जानना है जरूरी
नई दिल्ली। इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp अपने यूजर्स के लिए कुछ नया करने से कभी पीछे नहीं हटती है। यह हर तरह के फीचर्स यूजर्स को देने की कोशिश में रहती है। फिर चाहें वो पेमेंट फीचर हो या वीडियो/वॉयस कॉलिंग फीचर, या फिर GiF, WhatsApp हर तरह से यूजर्स का अनुभव बढ़ाने पर काम करती है। एक ऐसा ही फीचर कुछ समय पहले पेश किया गया था जिसका नाम Forward फीचर। यह फीचर आपको किसी व्यक्ति या ग्रुप चैट के मैसेजेज को किसी अन्य व्यक्ति या ग्रुप चैट में फॉरवर्ड करने की अनुमति देता है। अगर आपने मैसेजेज को फॉरवर्ड किया है, तो आपने मैसेजेज पर फॉरवर्ड लेबल जरूर देखा होगा। यह मूल रूप से आपको यह समझने या जानने में मदद करता है कि क्या आपके मित्र या परिवार के सदस्य ने उनके द्वारा भेजा गया मैसेज लिखा है या फिर फॉरवर्ड किया है।
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WhatsApp ने इसके बाद “Forwarded many times” फीचर पेश किया था। यह फीचर तब पेश किया गया था जब फेक न्यूज का सिलसिला बहुत कॉल विकल्पों की मूल बातें समझाया गया बढ़ गया था। कंपनी की कोशिश थी कि WhatsApp के जरिए फेक न्यूज के मामले कम हों और अफवाहें, वायरले मैसेज और फेक मैसेज को बढ़ावा न मिले। वैसे तो आप सभी इस फीचर के बारे में जानते ही होंगे। लेकिन इस लेख में हम आपको WhatsApp के Forward फीचर के बारे में जानकारी दे रहे हैं। यहां हम आपको इस फीचर से संबंधित 5 अहम फीचर्स की जानकारी दे रहे हैं।
WhatsApp: 5 चीजें जो आपको 'फॉरवर्ड' मैसेज के बारे में जाननी चाहिए-
WhatsApp आपको एक बार में अधिकतम पांच चैट के साथ एक मैसेज फॉरवर्ड करने की सुविधा उपलब्ध कराता है। इसलिए, अगर आप कई यूजर्श को एक मैसेज फॉरवर्ड करना चाहते हैं तो आपको बार-बार करना होगा। क्योंकि एक बार में आप 5 ही लोगों को मैसेज फॉरवर्ड कर पाएंगे।
जब WhatsApp पर कोई मैसेज कई बार फॉरवर्ड किया जाता है तो उसे एक बार में सिर्फ एक चैट पर फॉरवर्ड किया जा सकता है। आसान भाषा में समझा जाए तो शब्दों में, जब कोई मैसेज 5 या उससे ज्यादा चैट पर फॉरवर्ड किया जाता है तो इसका मतलब यह होता है कि यह मैसेज अपने ओरिजनल सोर्स से 5 फॉरवर्ड की दूरी पर है। ऐसे में WhatsApp एक डबल एरो आइकन और “Forwarded many times” लेबल दिखाता है। इन मैसेजे को एक बार में केवल एक चैट पर ही फॉरवर्ड किया जा सकता है।
Facebook के स्वामित्व वाली कंपनी ने आपको मीडिया, लोकेशन्स या कॉन्टैक्ट्स को फॉरवर्ड करने की अनुमति उपलब्ध कराई है। इसलिए आपको उन्हें फिर से अपलोड करने की आवश्यकता नहीं है।
आपके द्वारा फॉरवर्ड किया जा रहा कोई भी मैसेज जो आपके खुद के आउटगोइंग मैसेज नहीं हैं, आपको और मैसेज प्राप्त करने वाले किसी भी प्राप्तकर्ता को फॉरवर्डेड लेबल ही दिखाएंगे।
अगर आप पांच से ज्यादा लोगों को एक मैसेज भेजना चाहते हैं जिस पर “Forwarded many times” लेबल लिखा हो तो आप एक चैट में मैसेज कॉपी-पेस्ट करके कर सकते हैं। उसके बाद, आप इसे मैक्सीमम 5 यूजर्स को फॉरवर्ड कर सकते हैं।
WhatsApp बिजनेस यूजर्स के लिए आया Collection फीचर-
WhatsApp कथित तौर पर सभी WhatsApp बिजनेस यूजर्स के लिए 'कलेक्शन' फीचर शुरू कर रहा है। यह व्यवसायों को अपने कैटलॉग को बेहतर ढंग से व्यवस्थित करने और वस्तुओं को कैटेगरीज में बांटने में मदद करेगा। कहा जा रहा है कि नया कलेक्शन फीचर आज दुनिया भर के यूजर्स के लिए रोलआउट कर कॉल विकल्पों की मूल बातें समझाया गया दिया गया है। यह फीचर केवल बिजनेस अकाउंट्स के लिए लाइव किया गया है। इस फीचर से पर्सनल अकाउंट्स में कोई बदलाव दिखाई नहीं देगा। इसके अलावा, व्हाट्सएप एक नए कंट्रोल बार का भी टेस्ट कर रहा है जो यूजर्स को पिक्चर-इन-पिक्चर (पीआईपी) मोड में वीडियो को आसानी से पॉज और रिज्यूम करने की सुविधा देगा।
नया कलेक्शन फीचर आज दुनिया भर के यूजर्स के लिए रोलआउट किया जा रहा है। यूजर्स अपने कैटलॉग में आइटम्स को व्यवस्थित करने के लिए कलेक्शन बनाने में सक्षम होंगे। यह विकल्प बिजनेस अकाउंट के टॉप-राइट कॉर्नर में स्थित तीन बिंदुओं पर टैप करने से मिलेगी। इसके लिए यूजर्स को Business Tools पर जाना होगा। फिर Catalog को सेलेक्ट करना होगा फिर Add New Collection करना होगा। WhatsApp Business यूजर्स अपने कलेक्शन के लिए कोई भी नाम चुन सकते हैं।
रूस पर हुआ उनकी बात का असर…क्या मोदी की वजह से टल गया परमाणु युद्ध?
इंटरनेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की। इस दौरान पीएम मोदी ने फिर से पुतिन से बातचीत और कूटनीतिक तरीके से युद्ध खत्म करने के विकल्प पर चर्चा की। अमेरिकी विदेश विभाग के कॉल विकल्पों की मूल बातें समझाया गया प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने इस बातचीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि हम पीएम मोदी के कहे शब्दों का स्वागत करते हैं। अब अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के प्रमुख विलियम बर्न्स ने कहा कि परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों का रूसियों पर प्रभाव पड़ा है।
बिल बर्न्स ने एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे लगता है कि पीएम मोदी और शी जिनपिंग का परमाणु हथियारों के उपयोग के बारे में अपनी चिंताओं को जाहिर करना बहुत उपयोगी रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इसका रूस पर भी प्रभाव पड़ रहा है। दरअसल, पुतिन ने एक बयान जारी कर बताया था कि वो अपने देश के रक्षा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसका सीधा मतलब परमाणु अटैक से था।
पुतिन ने दी थी परमाणु युद्ध की धमकी
इस बयान के बाद यूएस प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने कहा था कि जब व्लादिमीर पुतिन ये कह रहे हों कि वो रूस की जमीन की रक्षा के लिए उपलब्ध ‘अपने सभी साधनों’ का इस्तेमाल करेंगे तो वे मजाक नहीं कर रहे होंगे। बाइडन ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की आशंका को देखते हुए पुतिन को चेतावनी दी थी कि ऐसा करना द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे गंभीर सैन्य स्थिति होगी।
सर्दियों में भी जारी रहेगा युद्ध- पुतिन
पुतिन ने भयंकर कॉल विकल्पों की मूल बातें समझाया गया सर्दी में भी युद्ध जारी रखने के ऐलान के सवाल में बिल बर्न्स ने कहा कि मैं समझता हूं कि उन्होंने गलत दांव लगाया है। इस साल 24 फरवरी को जब उन्होंने युद्ध छेड़ा तो वे पूरी तरह गलत थे। सीआईए का मानना है कि रणनीतिक तौर पर ही सही लेकिन ठंड शुरू होने के साथ ही लड़ाई की रफ्तार धीमी हो जाएगी।
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Chanakya Niti: ऐसे गुरु और रिश्तेदारों का तुरंत कर देना चाहिए त्याग, नहीं तो धन के साथ जीवन का भी हो जाएगा पतन
Chanakya Niti for Relationship: आचार्य चाणक्य ने गुरु और सगे-सम्बंधी से कैसे रिश्ते रखें, इस पर मार्गदर्शन दिया है। आचार्य चाणक्य की नीति आज भी कारगर है।
Chanakya Niti: धर्म, गुरु और रिश्तेदारों को लेकर जानिए क्या कहती है चाणक्य नीति
Chanakya Niti: हर व्यक्ति के पहले शिक्षक उसके माता-पिता होते हैं, फिर उसके स्कूल के शिक्षक और फिर उसके ज्ञान को बढ़ाने के लिए उसके अपने अनुभव। गुरु को भगवान के समान बताया गया है, क्योंकि गुरु के बिना शिष्य के लिए ज्ञान प्राप्त करना असंभव है। सही और गलत के बीच के अंतर का ज्ञान शिक्षक के माध्यम से ही आता है।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस प्रकार शिष्य से गुरु के प्रति भक्ति की अपेक्षा की जाती है, उसी प्रकार गुरु से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने शिष्य को मार्ग दिखाए। चाणक्य ने बताया है कि जीवन में कब गुरु, स्त्री, धर्म और संबंधियों का त्याग करना चाहिए।
त्यजेद्धर्म दयाहीनं विद्याहीनं गुरुं त्यजेत्।
त्यजेत्क्रोधमुखी भार्या निःस्नेहान्बान्धवांस्यजेत्॥
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श्लोक के मुताबिक धर्म में यदि दया न हो तो उसे त्याग देना चाहिए। विद्याहीन गुरु को, क्रोधी पत्नी को तथा स्नेहहीन बान्धवों को भी त्याग देना चाहिए।
करुणा धर्म का मूल है
आचार्य चाणक्य ने एक श्लोक में कहा है कि जिस धर्म में दया न हो, उसे छोड़ देना ही अच्छा है। धर्म का आधार दया और करुणा है। किसी भी जीव या आत्मा पर दया करना हमारा मूल धर्म है। हमेशा दयालु रहने वाले व्यक्ति की खुशी का ठिकाना नहीं रहता।
ऐसे गुरु का त्याग कर देना चाहिए
गुरु शिष्य का मार्गदर्शन करते हैं, उसे उचित शिक्षा देकर उसे समृद्ध बनाने के लिए अच्छे और बुरे में कॉल विकल्पों की मूल बातें समझाया गया अंतर करना सिखाते हैं, लेकिन आचार्य चाणक्य के अनुसार यदि गुरु को ज्ञान ही नहीं है तो वह शिष्य का भला कैसे कर सकता है। ऐसे गुरु से शिक्षा लेने से न केवल धन की हानि होती है बल्कि यह आपका पूरा भविष्य बिगाड़ सकती है, इसलिए ऐसे गुरु को तुरंत छोड़ देना ही बेहतर होता है।
ऐसे रिश्तेदारों से दूर रहें
रिश्ते प्यार और भरोसे से बनते हैं। आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन रिश्तेदारों में आपके लिए प्यार और स्नेह नहीं है, उनसे दूर रहना ही बेहतर है। ऐसे रिश्तेदार केवल नाम के होते हैं, जब आपका समय खराब होता है तो इससे मुंह मोड़ लेते हैं और फायदा भी उठा सकते हैं।
आसिफ ने पकड़ा हाथ, हाजी साहब ने खोली पैंट… दलित युवक का जबरन खतना: मुस्लिम बेवा से शादी पर ‘काफिर’ को सजा
शिकायत के मुताबिक एक दिन आसिफ और कुमेल एक मुस्लिम डॉक्टर के साथ पीड़ित के घर में घुस गए। उसकी पत्नी और बच्चों को बाहर निकाल दिया। इसके बाद आसिफ शेख ने पीड़ित का हाथ पकड़ा और हाजी साहब ने कपड़े उतारे। मुस्लिम डॉक्टर ने खतना कर दिया।
मुस्लिम बेवा से शादी करने पर दलित ने लगाया प्रताड़ित किए जाने का आरोप
मुस्लिम बेवा से शादी करने वाले एक दलित युवक ने खुद को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। कहा है कि उसका जबरन खतना कर दिया गया। इस्लाम कबूलने का दबावा डाला गया। यह दलित व्यक्ति महाराष्ट्र के पुणे में अपने परिवार के साथ रहता है। उसकी शिकायत पर कुमेल कुरैशी और आसिफ शेख सहित 3 के खिलाफ पुलिस ने शुक्रवार (16 दिसंबर 2022) को मामला दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक मामला दौंड क्षेत्र का है। मूल रूप से सोलापुर के गाँव मढ़ा के रहने वाले पीड़ित ने जून 2018 में एक मुस्लिम महिला से शादी की थी। वह बेवा और 2 छोटी बच्चियों की माँ थी। शादी के बाद यह व्यक्ति काम की तलाश में जून 2020 में परिवार के साथ पुणे आ गया। उसने कुम्भरगल्ली में किराए पर घर लिया। पति-पत्नी मजदूरी कर बच्चों को पालने लगे। डेढ़ साल तक सब कुछ सही चला। लेकिन बाद में उसी मकान में रहने वाले आसिफ शेख ने उसकी पत्नी को परेशान करना शुरू कर दिया।
अपनी शिकायत में पीड़ित दलित ने बताया है कि आसिफ उसकी पत्नी पर गलत नजर रखता था। उसे एक हिन्दू से शादी करने के लिए उलाहना देता था। जब उसने आसिफ को ऐसा करने से रोका तो उसने उसे हिन्दू काफ़िर कह कर गाली दी। इस्लाम कबूलने के लिए कहा। आरोप है कि ऐसा न करने पर आसिफ ने जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित के अनुसार आसिफ ने उसे मुस्लिम बनने या पत्नी को छोड़ने का विकल्प रखा।
शिकायत में उसने बताया है कि कुछ दिन बाद आसिफ ने हाजी साहब नाम से चर्चित कुमेल कुरैशी को भी अपने साथ मिला लिया। दोनों ने 3 अक्टूबर 2022 को घर में घुस कर उसे मुस्लिम महिला से शादी करने के नाम पर प्रताड़ित किया। कुमेल कुरैशी का दौंड के कब्रिस्तान इलाके में ऑफिस भी है। यहाँ उसने पीड़ित की पत्नी और दोनों बेटियों को भी लाकर मारा-पीटा। 3 घंटे तक पिटाई के बाद कुमेल ने पीड़ित की शादी तोड़ने की धमकी देते हुए छोड़ दिया।
पीड़ित के अनुसार हाजी साहब ने उसकी पत्नी को भी एक काफिर से शादी पर भड़काया। साथ ही उसका निकाह किसी मुस्लिम से करवा देने की बात भी कही। ऐसा नहीं करने पर हत्या की धमकी दी। पीड़ित की पत्नी ने भी एक वीडियो जारी कर इन आरोपों से सहमति जताई है। महिला ने उससे पति को इस्लाम कबूलवाने के लिए कहा गया। लेकिन उसने कहा है कि पति का धर्मांतरण करवाने के बदले जरूरत पड़ने पर वह खुद हिन्दू बन जाएगी। ऑपइंडिया के पास ये वीडियो मौजूद है।
शिकायत के मुताबिक 14 अक्टूबर 2022 को आसिफ और कुमेल एक मुस्लिम डॉक्टर के साथ पीड़ित के घर में घुस गए। उसकी पत्नी और बच्चों को बाहर निकाल दिया। इसके बाद आसिफ शेख ने पीड़ित का हाथ पकड़ा और हाजी साहब ने उसके कपड़े उतारे। मुस्लिम डॉक्टर ने उसका खतना कर दिया। इस दौरान हाजी ने कुछ इस्लामी लाइनें भी पढ़ीं। पीड़ित ने बताया कि उसने बहुत मिन्नतें की लेकिन आरोपित कहते रहे, “देखते हैं कि तू इस्लाम कैसे नहीं कबूलेगा।”
शिकायत के मुताबिक खतना करने के बाद आरोपितों ने दलित युवक से उसका आधार और राशन कार्ड छीन लिया। खतने की पूरी प्रक्रिया भी मोबाइल में रिकॉर्ड करने की बात बताई जा रही है। पुलिस ने कुमेल कुरैशी, आसिफ सहित एक अन्य पर IPC की धाराओं 295-ए, 298, 452, 324, 323, 504, 506 और 34 के साथ SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। मामले की जाँच की जा रही है।
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