एक्सपर्ट मानते हैं कि आपके कुल कर्ज की मासिक किश्त आपकी मासिक आय के 15 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।उदाहरण के तौर पर अगर आप 40,000 रुपए महीना कमाते हैं तो आपके सभी प्रकार के कर्ज की EMI 6000 रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इससे ज्यादा EMI होने पर आपकी भविष्य की योजनाएं या मासिक बजट प्रभावित हो सकता है।

Cryptocurrency: क्या क्रिप्टोकरेंसी की कीमत घटकर रह जाएगी जीरो, जानें क्यों कह रहे हैं ऐसा-क्या कारण हैं सामने

Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने वाले इंवेस्टर्स को डराना नहीं चाहते पर इस वर्चुअल करेंसी पर हाल में ऐसी बातें सामने आई हैं जो कि क्रिप्टो की वास्तविक वैल्यू को लेकर सवाल खड़े कर रही हैं.

By: ABP Live | Updated at : 05 Dec 2022 10:23 AM (IST)

Edited By: Meenakshi

क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन, एफटीटी, क्रिप्टोमार्केट

Cryptocurrency: टेक्नोलॉजी और कर्ज को एक साथ मिलाना कभी भी समझदारी नहीं कही जा सकती है क्योंकि जब टेक्नोलॉजी काम करती है तो उसका मूल्यांकन बहुत ऊंचा होता है. हालांकि जब टेक्नोलॉजी जब अगले कदम की ओर बढ़ती है तो लोन डिफॉल्ट के मामले भी बढ़ने की संभावना रहती है. एफटीएक्स, एलन मस्क और सॉफ्टबैंक इस सबक को सीख रहे हैं. जी हां- हम ये क्रिप्टोकरेंसी के भ्रम के तोड़ने के बारे में बात कर रहे हैं.

ट्विटर के उदाहरण को देखें जहां पैसा खोने की गुंजाइश बन गई है
उदाहरण के लिए आप ट्विटर को देख लें जो साल 2019 में मुनाफा कमाने वाली कंपनी बन गई, लेकिन अब ये एक अरब डॉलर के कर्ज पेमेंट्स के मामले में फंसी दिखाई दे रही है. वॉल स्ट्रीट इस समय ट्विटर के कर्ज को नजरंदाज नहीं कर सकती है जो डॉलर में 60 सेंट के बराबर हो सकता है. बिना पैसा खोए भी ट्विटर के नए मालिक और सीईओ एलन मस्क ने एंप्लाइज से कह दिया है कि 'दिवालियापन' की आशंका का प्रश्न बाहर नहीं है. हालांकि उन्हें अपनी खुद की कंपनी टेस्ला के हाई वैल्यू शेयर (भले ही गिरावट दिखा रहे हैं) बेचने से लाभ हुआ है. एलन मस्क ने कहा है कि ट्विटर फ्री-स्पीच के सिद्धांतो पर काम करेगा. ट्विटर की गिरावट के चलते विज्ञापनदाता से लेकर इसके कर्मचारी भाग रहे हैं. अगर एलन मस्क डिफॉल्ट करते हैं और ट्विटर से चले जाते हैं तो कंपनी के पास पुराने कोड और बेकार की वस्तुओं के अलावा कुछ नहीं बचेगा.

FTT एक्सचेंज के विवाद से हमने क्या सीखा
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ताजा विवादों में रहा नाम सैम बैंकमैन-फायड का है जिनके एफटीएक्स एक्सचेंज के धराशायी होने की कहानी बेहद चर्चा में रही. निश्चित तौर पर ये कंपनियां गलत तरीके से कस्टमर्स के ऐसेट्स को गैरकानूनी तरीके से यूज करती रहीं. पैसा निकाला गया तो ऐसे कि जैसे बैंक का पूरा साथ हो. हालांकि इस कंपनी का सबसे बड़ा गुनाह ये था कि अपने खुद के एफटीटी टोकन के सामने इन्होंने पैसा निकाला, इसका कंपनी को कोई फायदा नहीं मिला.

क्रिप्टो का सामूहिक भ्रम टूटना शुरू हो चुका है
क्रिप्टो का उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें सामूहिक भ्रम इसी के साथ टूटना शुरू हो चुका है. एफटीएक्स पर ट्रेड इतना बारीक था कि वो कोई भी कीमत तय करने में सक्षम था लेकिन ऐसा हमेशा के लिए नहीं था. एफटीएक्स और Alameda ने उन टोकन के बदले कर्ज लेना शुरू किया जिनके दाम वो खुद तय कर सकते थे और हेरफेर कर सकते थे. हर तरह से एक भ्रम करने वाला ट्रेड जब अपनी असल रंगत में आया तो कंपनी के एंप्लाई, वेंडर वो सभी हैरान रह गए जिनको खुद एफटीटी टोकन में ही सैलरी और पेमेंट मिलता था. जब ये तिलिस्म टूटा तो 10 अरब डॉलर का मार्केट कैप टूटकर 40 लाख डॉलर तक नीचे आ गया है.

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एफटीटी के कर्ज में डूबे निवेशक
क्रिप्टोकरेंसी के जानकार होने के बावजूद आप किसी को हमेशा भ्रम में नहीं रख सकते हैं और वास्तविकता आखिरकार भ्रम को पलट ही देती है. केवल भ्रम के बुलबुले में एक पिन चुभाने की देर है. कॉइनडेस्क ने जैसे ही Alameda की बैलेंसशीट लीक की, जो एफटीटी टोकन्स से भरी हुई थी, बिनान्स के सीईओ चैंगपेंग झाओ ने बिकवाली शुरू कर दी. केवल 48 घंटों में एफटीटी के दाम 22 डॉलर प्रति कॉइन से 3 डॉलर प्रति कॉइन तक आ गए हैं. जब अंधेरा छंटा तो Alameda और एफटीटी के ऊपर 8 अरब डॉलर से 15 अरब डॉलर का कर्ज आ चुका था. अब जबकि कंपनी के पास रीपेमेंट के लिए बेहद कम दाम बचे हैं तो इसमें कई साल लग जाएंगे कि किसे क्या मिलने वाला है.

क्रिप्टो के अन्य प्लेटफॉर्म को देखकर सबक लें
क्रिप्टो के अन्य प्लेटफॉर्म को देखें तो बिनान्स और क्रिप्टो डॉटकॉम के ऊपर 4 फीसदी से लेकर 8 फीसदी तक के पेमेंट मिल रहे हैं पर केवल 0.01 फीसदी का ब्याज मिल पा रहा है. लेकिन क्रिप्टो के ऊपर कोई ब्याज कैसे दे सकता है? इस तरह के कारोबार के बारे में सोचना ही गलत है.

जेनेसिस ग्लोबल कैपिटल ने क्रिप्टोकरेंसी उधार लेने की सुविधा के लिए एक उधार मंच बनाया है लेकिन किसके खिलाफ? क्या केवल हवा-हवाई दावों के खिलाफ..विंकल्वॉस ट्विन्स की लगाई गई जेमिनी जैसी फर्में 8 फीसदी ब्याज दर दे रही थीं जिससे कस्टमर्स को यील्ड मिल सके. लेकिन ये एक अच्छा सवाल है कि किप्टो के ऊपर यील्ड क्यों मिलेगी? क्रिप्टों के जानकारों ने इस बात पर तो काम किया कि ये ऊपर जाएगी तो पैसा बनेगा, लेकिन इस बात पर कोई गौर नहीं किया कि जब ये नीचे जाएगी तो लोगों के पैसे का क्या होगा. क्रिप्टो को एक हॉट फेवरिट डेस्टिनेशन की तरह मानकर जबरदस्त उधार दिया गया था. हालांकि जब तक कि कोई 90 फीसदी नीची कीमत के साथ फंस नहीं गया और बाकी सभी को डिफ़ॉल्ट कर्ज के साथ छोड़ दिया गया ये सिलसिला जारी रहा. अब तो कहा जा रहा है कि शायद ये ही इकलौता तरीका था जिससे क्रिप्टो पर फैला भ्रम खत्म हो सकता था.

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Published at : 05 Dec 2022 10:15 AM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin Ethereum Crypto Market Cap Crypto Coin FTT Exchange Alameda हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें more related stories, follow: Business News in Hindi

उधार लेकर ट्रेडिंग करना पागलपन, जल्दी अमीर होने से बेहतर धीरे-धीरे बढ़ें - अरबपति वारेन बफे की सलाह

वारेन बफे उधार लेकर ट्रेडिंग करने को पागलपन मानते हैं.

वारेन बफे उधार लेकर ट्रेडिंग करने को पागलपन मानते हैं.

वारेन बफे ने अपने लम्बे समय उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें से पार्टनर रहे चार्ली मंगर का जिक्र करते हुए कहा कि वे तीन ऐसे तरीके जानते हैं, जो किसी भी . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 19, 2022, 17:28 IST

हाइलाइट्स

बड़ा जोखिम लेकर अपनी नेटवर्थ को दोगुना करना समझदारी नहीं.उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें
पैसा उधार लेना जल्दी से अमीर होने का एक तरीका है, लेकिन यह अच्छा तरीका नहीं.
आक्रामक उधारी (Aggressive Borrowing) और लापरवाह ट्रेडिंग की तुलना जुए से की.

नई दिल्ली. प्रत्येक कामयाब इन्सान कुछ ऐसे नियमों या आदतों को जरूर फॉलो करता है, जो उसे नए मुकाम तक पहुंचाने में मदद करती हैं. लेकिन कुछ आदतें ऐसी भी होती हैं, जो किसी भी इन्सान को गर्त में ले जा सकती हैं. इस बात को सारी दुनिया जानती व समझती है. निवेश जगत में भी यही बातें लागू होती हैं.

दुनिया के सबसे दिग्गज निवेश वारेन बफे मानते हैं कि किसी भी शख्स को स्टॉक्स में निवेश करने के लिए पैसा उधार नहीं लेना चाहिए. इस बात को वे कई बार दोहरा चुके हैं. उन्होंने हाल ही में कुछ ऐसी बुरी आदतों का जिक्र किया है, जो किसी भी निवेशक को डुबाने के लिए काफी हैं. वारेन बफे ने अपने लम्बे समय से पार्टनर रहे चार्ली मंगर का जिक्र करते हुए कहा कि वे तीन ऐसे तरीके जानते हैं, जो किसी भी स्मार्ट इन्सान को खत्म कर सकते हैं. इन तरीकों को 3 L कहा जाता है.

आखिर क्यों कहा ऐसा?
CNBC के साथ एक इंटरव्यू में बफे ने कहा, “सिक्योरिटीज़ पर पैसा उधार लेना मेरी नजर में क्रेजी (पागलपन) है. यह उसे जोखिम में डालना है जो कुछ आपके पास है और किसी आपको किसी चीज की जरूरत है, जिसकी सच में आपको कोई जरूरत ही नहीं है…. यदि आप अपनी नेट वर्थ को दोगुना करते हैं तो आप अधिक खुश नहीं होंगे.”

उन्होंने कहा कि पैसा उधार लेना जल्दी से अमीर होने का एक तरीका है, लेकिन धीरे-धीरे अमीर होने के लिए आपके पास बहुत सारे तरीके हैं और उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें इन तरीकों से अमीर होते-होते आपको काफी मज़ा आएगा.

बर्बादी का कारण- लिकर, लेडीज़ और लैवरेज!
वारेन बफे ने कहा कि उनके बिजनेस पार्टनर चार्ली (मंगर) कहते हैं कि तीन ही तरीके हैं, जो किसी भी स्मार्ट इन्सान को खत्म कर सकते है- शराब (liquor), महिलाएं (ladies) और लैवरेज (leverage). उन्होंने कहा, “अब सच ये है कि पहले 2 तरीके इसलिए इसलिए जोड़े गए हैं क्योंकि वे एल (L) से शुरू होते हैं, जबकि मुख्य चीज लैवरेज है.” उन्होंने कहा उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें कि पैसा उधार मांगना भी किसी इन्सान की बर्बादी का कारण हो सकता है.

उधार लेकर ट्रेडिंग जुए की तरह
2014 में शेयरधारकों को लिखे एक लेटर में अरबपति निवेशक और बर्कशायर हैथवे के सीईओ ने आक्रामक उधारी (Aggressive Borrowing) और उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें लापरवाह ट्रेडिंग की तुलना जुए से की थी. बफेट ने कहा था, “जो आप चाहते हैं, उसे पाने के लिए आपको जो चाहिए उसे खोने का जोखिम उठाना पागलपन है.”

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कर्ज या लोन लेने से पहले याद रखें ये जरूरी 9 बातें

हर व्यक्ति को जीवन में कभी न कभी कर्ज लेने की आवश्यकता पड़ती है। जरूरत के हिसाब से कर्ज छोटा या बड़ा हो सकता है।

Surbhi Jain
Updated on: May 27, 2016 11:45 IST

Things to remember: Loan लेने से पहले याद रखिए ये जरूरी 9 बातें- India TV Hindi

Things to remember: Loan लेने से पहले याद रखिए ये जरूरी 9 बातें

नई दिल्ली: हर व्यक्ति को जीवन में कभी न कभी कर्ज लेने की आवश्यकता पड़ती है। जरूरत के हिसाब से कर्ज की रकम छोटी या बड़ी हो सकती है। मसलन, घर या गाड़ी खरीदते समय हमें बैंक से लोन की जरूरत पड़ती है। इसी तरह अचानक किसी बड़े खर्चे के उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें आ जाने पर हम अपने किसी दोस्त, रिश्तेदार या ऑफिस में साथ काम करने वाले व्यक्ति से पैसे उधार लेते हैं अन्यथा बड़े खर्चे का भुगतान क्रेडिट कार्ड से करके उसको सुविधानुसार भविष्य में चुकाते हैं। इस तरह कर्ज भले उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें छोटा हो या बड़ा इसकी जरूरत समय समय पर हर किसी को पड़ती रहती है।

www.indiatvpaisa.com की टीम इस आर्टिकल में अपने पाठकों को कर्ज लेने से पहले जरूरी नौ बातों को ध्यान में रखने की सलाह देता है। ऐसा करने पर न तो आप कभी कर्ज के जाल में फंसेंगे और न ही आपको अपना बजट गड़बड़ाता महसूस होगा।

कर्ज लेने से पहले याद रखें ये जरूरी नौ बातें

  • कर्ज भुगतान की क्षमता (रिपेमेंट कैपेसिटी) के अनुरूप ही लें उधार

कर्ज किसी भी माध्यम से लें इतना जरूर ध्यान रखें कि यह रकम आपकी कर्ज चुकाने की क्षमता के हिसाब से ही हो। अर्थात अपनी नियमित आय से पैसा बचा कर आप लोन की रकम एक निश्चित समय में चुका सकने में सक्षम हों।

एक्सपर्ट मानते हैं कि आपके कुल कर्ज की मासिक किश्त आपकी मासिक आय के 15 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।उदाहरण के तौर पर अगर आप 40,000 रुपए महीना कमाते हैं तो आपके सभी प्रकार के कर्ज की EMI 6000 रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इससे ज्यादा EMI होने पर आपकी भविष्य की योजनाएं या मासिक बजट प्रभावित हो सकता है।

  • कर्ज कम से कम समयावधि के लिए लें

कर्ज चुकाने की समयावधि जितनी लंबी होती है उतनी ही ज्यादा राशि आपको लोन के भुगतान में चुकानी होती है। ऐसा माना जाता है कि लोन का कार्यकाल जितना छोटा हो उतना अच्छा है। कर्ज चुकाने की समयावधि बढ़ाने पर EMI की राशि तो कम हो जाती है लेकिन कर्जदाता की ओर से चुकायी जाने वाली कुल रकम बढ़ जाती है।

उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि कार्तिक ने 10 फीसदी की दर से 50 लाख रुपए का लोन 20 वर्षों के लिए लिया है। इसमें उसकी EMI 48,251 रुपए होगी।

अगर वह अपनी EMI 5 फीसदी सालाना की दर से बढ़ा दे तो यह लोन 12 साल में पूरा हो सकता है।

वहीं EMI 10 फीसदी की दर से सालाना बढ़ा देने पर लोन 9 वर्ष 3 महीने में खत्म हो जाएगा।

इस बात का ध्यान जरूर रखें कि कर्ज चाहे छोटे समय के लिए हो जैसे कि क्रेडिट कार्ड का बिल या लंबी अवधि का जैसे होम लोन, भुगतान समय पर करें। अगर आप एक भी किश्त देने से चूक जाते हैं या फिर पेमेंट में देरी करते हैं तो इसका असर सीधा क्रेडिट प्रोफाइल पर पड़ता है। जिसके कारण भविष्य में लोन लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

  • निवेश करने या फिजूलखर्ची के लिए कर्ज न लें

निवेश करने के लिए पैसे उधार न लें। निश्चित रिटर्न देने वाले निवेश विकल्प जैसे फिक्सड डिपॉजिट, बॉण्ड कभी भी लोन पर लिए जाने वाले ब्याज की बराबरी नहीं कर सकते। इक्विटी में निवेश बेहद अस्थिर होते हैं। ऐसे में निवेश करने के लिए कभी भी निवेश न करें। साथ ही अपने खर्चों को पूरा करने के लिए कभी भी लोन न लें।

  • बड़ी राशि वाले लोन के साथ इंश्योरेंस जरूर लें

अगर आप होम लोन या कार लोन जैसा कोई बड़ा लोन लेते हैं तो साथ में इंश्योरेंस लेना न भूलें। जैसे कि लोन की राशि के बराबर का टर्म प्लान लें। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आपको कुछ हो जाता है और आप पर आश्रित लोग EMI नहीं चुका पाते तो कर्जदाता आपके एसेट्स ले लेता है। टर्म प्लान लेने से आपकी अनुपस्थिति में घर वालों को आर्थिक तंगी से नहीं जूझना पड़ेगा।

  • खरीदारी करते समय बाजार में कीमतों की तुलना कर लें-

अगर आप कर्ज लेकर कोई संपत्ति खरीद रहे हैं तो बाजार में कीमतों की तुलना जरूर कर लें। सही डील मिलने पर आपको हो सकता है कि कम राशि का ही लोन लेना पड़े। लोन की राशि जितनी कम होगी कर्जदाता के लिए यह उतना ही अच्छा होगा।

    उधार लेने और निवेश करने के बारे में जानें
  • कर्ज से जुड़ी नियम व शर्तें जरूर पढ़ें-

किसी भी आकस्मिक स्थिती से बचने के लिए लोन लेते समय नियम व शर्तें जरूर पढ़ें। अगर आप कानूनी दस्तावेज का संदर्भ नहीं समझ पा रहे हैं तो किसी वित्तीय सलाहकार की मदद लें।

  • सभी कर्जों को एक जगह से लेने का प्रयास करें

अगर आपने एक से ज्यादा लोन ले रखे हैं और ये सब अलग अलग बैंक या वित्तीय कंपनियों से हैं तो कोशिश कीजिए कि इन सभी को एक ही बैंक या वित्तीय कंपनी में ट्रांस्फर करवा लें। लोन की रकम एक जगह हो जाने पर बैंक आपको बैलेंस ट्रांस्फर जैसी सुविधाओं के अंतर्गत आकर्षक ब्याज दरें ऑफर कर सकता है। ऐसा करने से आप पर EMI का बोझ कम हो जाएगा। साथ ही समय-समय पर मिलने वाली अतिरिक्त आय का भी इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करें। अगर आप नौकरीपेशा हैं तो कंपनी में बोनस मिलने पर, इंक्रीमेंट या इंसेंटिव हाथ आने पर आपको अपने कर्ज का भुगतान कर देना चाहिए।

  • जरूरी चीजों के लिए लोन जरूर लें भविष्य के लिए की गई योजनाओं को प्रभावित न करें

सरल शब्दों में समझें तो कभी भी अपने बच्चों की पढ़ाई या शादी के लिए रिटारमेंट फंड का इस्तेमाल न करें। पढ़ाई के लिए लोन और स्कॉलरशिप जैसे विकल्प मौजूद हैं जिसमें पढ़ाई का खर्चा कवर होता है। लेकिन बाजार में ऐसा कोई आकर्षक प्रोडक्ट नहीं जिसके जरिए आप अपनी रिटारमेंट की जरूरतों को पूरा कर सकें। ध्यान रखें कि रिटारमेंट योजना भी बच्चे की पढ़ाई जितनी ही जरूरी होती है। एक अच्छी फाइनेंशियल प्लानिंग की खासियत यही है कि एक जरूरत को पूरा करने के लिए दूसरी जरूरी चीज के प्लान को प्रभावित न करें।

यह भी पढ़ें- Debt Trap: पुराने लोन का Balance ट्रांसफर पड़ सकता है महंगा, नुकसान से बचा सकती हैं ये 5 बातें

यह भी पढ़ें- Save Your Tax: होम लोन के टैक्स इनसेंटिव से जुड़ी छह बातें, जिन्हें जानना होगा आपके लिए बेहतर

भारतीय संपत्ति बाजार में पैसा कैसे कमाया जाए?

धोखेबाज़ निवेशकों के रियल एस्टेट में भाग्य बनाने की कहानियां बहुसंख्यकों को प्रेरित करती रहती हैं। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से सच है जो स्टॉक ट्रेडिंग की जटिलताओं के बजाय मूर्त संपत्ति के साथ सुरक्षित व्यवहार करते हैं। यहां तक कि एक ग्रीनहॉर्न निवेशक के लिए, अचल संपत्ति अत्यधिक लाभदायक हो सकती है, बशर्ते उन्हें इस बारे में स्पष्ट विचार हो कि वे किसके साथ काम कर रहे हैं, और वे अपने निवेश से क्या चाहते हैं। इन दोनों मामलों पर कुछ स्पष्टता प्रदान करने के इरादे से, हमने भारत में संपत्ति निवेश के क्या करें, क्या न करें, और अवश्य जानने योग्य तथ्यों की एक सूची तैयार की है।

भारत में शुरुआती लोगों के लिए संपत्ति निवेश के बारे में 7 आवश्यक तथ्य

1. रियल एस्टेट स्थानीय रूप से संचालित होता है

संपत्ति निवेश स्थानीय मेट्रिक्स से प्रभावित होता है। उदाहरण के लिए, भारत का रियल एस्टेट बाजार अमेरिकी बाजार से बिल्कुल अलग है। भारत के भीतर भी, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में संपत्ति बाजार की अपनी विशिष्ट विशेषताएं हैं। इसके अलावा, हरियाणा के भीतर, गुड़गांव और सोनीपत के अचल संपत्ति बाजार उनकी कई समानता के बावजूद समान नहीं हैं।

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दशहरे पर बाजार के 10 'विजय मंत्र', ऐसे करें अपने पोर्टफोलियो की कमियों का खात्मा

कभी भी उधार लेकर बाजार में पैसा न लगाएं. क्योंकि उधार लेने वाले के मुकाबले उधार देने वाला ज्यादा समझदार होता है. महीने का 2 फीसदी ब्याज देकर दिन में 5 फीसदी बनाना ख्वाब ही है.

किसी भी कंपनी के स्टॉक में निवेश से पहले कंपनी के बारे में अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें. जिसके बारे में जानकारी न हो, उस कंपनी का स्टॉक कभी नहीं खरीदना चाहिए.

पूरा देश राम नवमी और विजय दशमी के पर्व में डूबा हुआ है. विजय दशमी के दिन बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन कर बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व मनाया जाता है. रावण का पुतला 10 बुराइयों का प्रतीक होता है और हमें इससे सबक लेते हुए बुराइयों से बचना चाहिए, ताकि जीवन का आसान और कामयाब बनाया जा सके.

ठीक इसी तरह का मंत्र निवेश (Investment) के मामले में अपनाना चाहिए. विजय दशमी के मौके पर हम यहां स्टॉक मार्केट (Share Market) की उन 10 बुराइयों के बारे में बात करेंगे जिनसे बचकर अपने पोर्टफोलियों को मजबूत बनाया जा सकता है और फिर उन 10 विजय मंत्र की बात करेंगे जिन्हें अपनाकर कामयाबी हासिल की जा सकती है.

पहली गलती- बिना कंपनी के कारोबार को समझे शेयर खरीदना
किसी भी कंपनी के स्टॉक में निवेश से पहले कंपनी के बारे में अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें. जिसके बारे में जानकारी न हो, उस कंपनी का स्टॉक कभी नहीं खरीदना चाहिए. मार्केट की रिसर्च शेयर खरीदने से पहले करें ना कि बाद में.

घाटे की टेंशन का रावण होगा खत्म, बाजार के भय की होगी हार। जानें कौन से हैं बाजार के 10 विजय मंत्र जो आपको दिलाएंगे बाजार के रावण पर विजय।

पहली गलती- बिना कंपनी के कारोबार को समझे शेयर खरीदना

दूसरी गलती- खराब क्वालिटी के सस्ते शेयर लॉटरी समझकर खरीदना
जब हम स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट (Investment) की तरफ कदम बढ़ाते हैं तो हमें तमाम ऐसी कंपनियां मिल जाएंगी जिनका स्टॉक काफी सस्ता होता है. हमें लगता है कि ये स्टॉक तो काफी सस्ता है, इसलिए बड़ी संख्या में उसे खरीद लेते हैं. लेकिन बाद में पछताना पड़ता है. पेनी स्टॉक में मानकर चलें कि पूरा पैसा डूबेगा. लॉटरी या खराब शेयर में 1000 लोगों में 1-2 की किस्मत खुलती है.

Penny Stocks उन स्टॉक को कहते हैं, जिनका दाम काफी कम होता है. पेनी स्टॉक कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी काफी कम होता है. आमतौर पर Penny Stocks का मूल्य 1 रुपये से लेकर 25 रुपये तक हो सकता है.

तीसरी गलती- डायवर्सिफिकेशन नहीं करना
अपना पैसा एक ही स्टॉक में निवेश कभी न करें. आपके पोर्टफोलियो में वैरायटी होनी चाहिए. अगर आप 100 रुपये निवेश करना चाहते हैं तो कुछ पैसा स्टॉक मार्केट में लगाएं, कुछ प्रॉपर्टी में, कुछ गोल्ड में तो कुछ पैसा डेट फंड में लगाएं. अगर डायवर्सिफिकेशन से डर लगे तो इंडेक्स या Exchange-traded fund (ETF) में पैसे लगाएं. ईटीएफ में शेयरों का समूह होता है, जिसे बाजार में खरीदा और बेचा जाता है.

घाटे की टेंशन का रावण होगा खत्म, बाजार के भय की होगी हार। जानें कौन से हैं बाजार के 10 विजय मंत्र जो आपको दिलाएंगे बाजार के रावण पर विजय।

दूसरी गलती- खराब क्वालिटी के सस्ते शेयर लॉटरी समझकर खरीदना

चौथी गलती- बहुत ज्यादा डायवर्सिफिकेशन करना
शेयर और बच्चे उतने ही होने चाहिए जितने आप संभाल सकें. बहुत ज्यादा शेयर खरीदने से ताबड़तोड़ कमाई नहीं होगी. इसलिए अपनी लिमिट के हिसाब से ही पैसा स्टॉक मार्केट में लगाना चाहिए.

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पांचवी गलती- रिस्क लेने की क्षमता से ज्यादा पैसे लगाना
ध्यान रखें कि जितना पचा सकें उतना ही खाएं. यही बात स्टॉक मार्केट पर भी लागू होती है. स्टॉक मार्केट रिस्क पर चलता है. इसलिए उतना ही रिस्क लें जितना आप सहन कर सकते हैं. गलती जरूर करें लेकिन उतनी बड़ी नहीं कि दोबारा गलती करने लायक ना रहें.

छठी गलती- उधार के पैसे बाजार में लगाना
कभी भी उधार लेकर बाजार में पैसा न लगाएं. क्योंकि उधार लेने वाले के मुकाबले उधार देने वाला ज्यादा समझदार होता है. महीने का 2 फीसदी ब्याज देकर दिन में 5 फीसदी बनाना ख्वाब ही है. इसलिए ऐसी गलती कभी न करें.

सातवीं गलती- गिरते शेयर को एवरेज करते रहना
एवरेजिंग के बजाए गिरता हुआ चाकू पकड़ेंगे तो नुकसान कम होगा. घटाडे-घटाडे बेचवानुं, वधारे-वधारे लेवानुं

आठवीं गलती-शेयरों के साथ इमोशनल जुड़ाव रखना
शेयरों के साथ लिव-इन रिलेशन में रहें, शादी ना करें. क्योंकि शेयर हैं, आपके बच्चे नहीं है जिन्हें आप जिंदगी भर पालेंगे. इसलिए हर साल दिवाली पर घर के साथ अपने पोर्टफोलियो की भी सफाई करें.

नौवीं गलती--छोटी अवधि के उतार-चढ़ाव से टेंशन में आना
आपकी हार्ट बीट और सेंसेक्स का ग्राफ सपाट नहीं होगा चाहिए. उतार-चढ़ाव को दोस्त बनाइए, दुश्मन नहीं. भारी उतार-चढ़ाव का मतलब डरपोक और बेसब्र ट्रेडर्स को नुकसान पहुंचना है. लेकिन शांत और समझदार इन्वेस्टर को हमेशा फायदा होता है.

दसवीं गलती- जल्दी और ज्यादा पैसे बनाने की सोच रखना
पौधे, बच्चे और शेयर तीनों को बढ़ने में वक्त लगता है. जल्दी का काम शैतान का होता है. इसलिए मार्केट में पैसा लगा रहे हैं तो उसे आगे बढ़ने के लिए थोड़ा समय जरूर दें. मन में धीरज और बाजार पर ध्यान देने से ही धन बनता है. इसलिए बाजार में 3 'ध' से ही पैसा बनता है.

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