Published at : 23 Jun 2022 05:16 PM (IST) Tags: Sanjay Raut JAYANT PATIL Maharashtra Political Crisis हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, बाहर निकलने की रणनीति क्या है? follow: News in Hindi
Maharashtra Political Crisis: गठबंधन से बाहर निकलने वाले संजय राउत के बयान पर NCP बोली- उनको कोई नहीं.
By: ABP Live | Updated at : 23 Jun 2022 05:19 PM (IST)
(संजय राउत, फाइल फोटो)
Maharashtra Political Crisis Live: एनसीपी (NCP) के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मंत्री जयंत पाटिल (Jayant Patil) की संजय राउत के बयान पर प्रतिक्रिया आई है. दरअसल, गुरुवार को संजय राउत ने कहा कि अगर हमारे विधायक चाहें तो हम महाविकास आघाडी (MVA) से बाहर निकलने के लिए तैयार हैं. जयंत पाटिल ने कहा कि उन्होंने (संजय राउत) कुछ सोचकर ही कहा होगा. हम उनसे बात करेंगे. उन्होंने हमसे सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा है. हम फिलहाल इसपर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. वहीं वहीं एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने कहा कि संजय राउत को जो फैसला बाहर निकलने की रणनीति क्या है? लेना है, वो ले सकते हैं. उनको कोई नहीं रोक सकता है. हम पवार साहब के कहने पर चलेंगे. हमें विपक्ष में बैठकर लड़ने का अनुभव है.
नीतीश ने 2017 की कड़वाहट को भूलकर साथ निभाने की कही बात, जानें BJP की क्या होगी रणनीति
बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता, कांग्रेस और वामदलों के साथ सरकार बना रहे हैं. भाजपा के बाहर निकलने की रणनीति क्या है? साथ जेडीयू का गठबंधन एक बार फिर टूट गया है. यानि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से यू-टर्न ले लिया है. यह पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार एनडीए से अलग होकर राजद के साथ सरकार बनाये हों, इसके पहले वह भी वह उस राजद के साथ सरकार बनाए और 2017 में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अलग हो गए थे. अब नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से कहा कि 2017 बाहर निकलने की रणनीति क्या है? में जो कुछ हुआ उसे भूल जाइए. लेकिन सवाल यह है कि क्या राबड़ी देवी 2017 की घटना को भूल जायेगी और नीतीश कुमार फिर वैसा झटका राजद को नहीं देंगे?
प्रधानमंत्री मोदी की मंत्रियों के साथ अहम बैठक, लॉकडाउन से बाहर निकलने की रणनीति पर चर्चा
लॉकडाउन से बाहर निकलने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अहम मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रेलवे मंत्री पीयूष गोयल, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, रेल राज्य मंत्री सुरेश अघाडी और कैबिनेट सचिव राजीब गौबा शामिल हुए। लॉकडाउन से बाहर निकलने की रणनीति के साथ-साथ उड़ानें और ट्रेनें शुरू करना बैठक का प्रमुख एजेंडा रहा।
3 मई को खत्म होगा लॉकडाउन
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पूरे भारत में 25 मार्च से राष्ट्रीय लॉकडाउन लगा हुआ है। इस लॉकडाउन का दूसरा चरण 3 मई को खत्म होने वाला है और केंद्र सरकार आगे की रणनीति पर विचार कर रही है। गृह मंत्रालय की ओर से मिले संकेतों की मानें तो लॉकडाउन का आगे बढ़ाया जा सकता है, लेकिन कम मामले वाले इलाकों में लॉकडाउन के नियमों में छूट दी जाएगी। हॉटस्पॉट इलाकों में लॉकडाउन जारी रहेगा।
भारत में शुक्रवार सुबह आठ बजे तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 35,043 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 1,147 लोगों की मौत हुई है, वहीं 8,889 को बाहर निकलने की रणनीति क्या है? सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और यहां अब तक 10,498 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 459 लोगों की मौत हुई है। कोरोना वायरस के ज्यादातर नए मामले शीर्ष पांच राज्यों से सामने आ रहे हैं।
क्या लॉकडाउन में ढील के लिए तैयार है भारत?
पिछले 15 दिनों में रेड जोन में आने वाले जिलों की संख्या 170 से घटकर 130 हो गई है। अधिकांश मामले शीर्ष 15 जिलों से सामने आए हैं। वहीं 284 जिले ऑरेंज जोन और 319 ग्रीन जोन में हैं। जिन जिलों में 21 दिन से कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है उन्हें ग्रीन जोन में शामिल किया गया है। इन जिलों में लॉकडाउन में बड़ी छूट दी जा सकती है।
इसके अलावा संक्रमण फैलने की दर में भी कमी आई है। यहां लॉकडाउन से पहले मामले दोगुने होने में लगभग तीन दिन लग रहे थे, वहीं अब 11 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं। इसी तरह बाहर निकलने की रणनीति क्या है? कोरोना वायरस R0 भी 1.83 से घटकर 1.29 पर आ गया है। एक संक्रमित व्यक्ति अन्य कितने व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है, उसे R0 कहा जाता है। इसके अलावा टेस्टिंग पॉजिटिविटी रेट टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने पर भी 4.5 प्रतिशत है।
गुजरात चुनाव की तारीखों से पहले रणनीति बना रही BJP, PM ने खुद संभाला मोर्चा
गुजरात विधानसभा में AAP की एंट्री के साथ ही एक तरफ जहां तीन दशक से सत्ता में काबिज BJP की राहें थोड़ी मुश्किल हो गई हैं, वहीं मुकाबला भी त्रिकोणीय हो गया है. हालात को देखते हुए शुक्रवार की देर शाम दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सात लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर BJP के कोर ग्रुप की बैठक हुई. प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल आदि मौजूद रहे. करीब पांच घंटे तक चली इस बैठक में चुनाव की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया. चुनावी बेड़ा पार करने के लिए एक भावी रणनीति बनाई गई.
रात में 12 बजे तक चली बैठक
जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री आवास में शुक्रवार की रात हुई यह बैठक करीब 12 बजे तक चली. पांच घंटे तक इस बैठक में गुजरात चुनाव की रणनीति पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल को कई कठिन टास्क दिए हैं. साथ ही उन्हें हर हाल में इस टास्क को पूरा करने का लक्ष्य दिया है. बता दें कि करीब तीन दशक से गुजरात की सत्ता में काबिज में बीजेपी के लिए भले ही इस बार स्थिति थोड़ी टाइट है, लेकिन पार्टी के नेता किसी हाल में इस बार सत्ता से बेदखल नहीं होना चाहते.
गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री आवास में चली 5 घंटे की मैराथन बैठक खत्म होने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात बीजेपी अध्यक्ष CR पाटिल अपनी स्कोर्पियो गाड़ी में सवार होकर प्रधानमंत्री आवास से बाहर निकल गए. लेकिन गृहमंत्री अमित शाह बैठक प्रधानमंत्री आवास में ही करीब दस मिनट बाद तक रूके रहे. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के निकलने के बाद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने एक दूसरे से चुनावी रणनीति के रोडमैप पर बातचीत की.
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लॉकडाउन बाहर निकलने की रणनीति क्या है? से निकलने की क्या है रणनीति? केंद्र सरकार से पूछिए, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने चार-चार मुख्यमंत्रियों का पढ़ाया सियासी पाठ
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (pc- ANI)
देश में कोरोना वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है। हर दिन सैकड़ों की तादात में लोग इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ रहे हैं। इसके प्रकोप को कम करने के लिए पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है। लॉकडाउन और कोरोना संकट को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की है। इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ मनमोहन सिंह भी मौजूद थे। बाहर निकलने की रणनीति क्या है? इस दौरान सिंह ने चार-चार मुख्यमंत्रियों को सियासी पाठ भी पढ़ाया और सरकार ने सवाल पूछने को कहा। मनमोहन सिंह ने कहा कि 17 मई के बाद जो भी रणनीति बनती है, उसमें मुख्यमंत्रियों को भी शामिल किया जाना चाहिए।
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