स्थानीय व्यापारियों से प्याऊ लगाने की अपील

आगामीभादवा मेले को लेकर प्रशासन द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को ग्राम पंचायत रामदेवरा के सभा भवन में समीक्षा बैठक का व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा आयोजन किया गया। इस बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ग्राम पंचायत रामदेवरा के सदस्य, व्यापारी और धर्मशाला संचालक शामिल थे। आयोजित बैठक में मेलाधिकारी और पोकरण एसडीएम के.आर. चौहान ने रामदेवरा के सभी धर्मशाला संचालकों से एक-एक प्याऊ लगाकर श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी की व्यवस्था में सहयोग करने के लिए कहा। उन्होंने रामदेवरा व्यापार संघ से यात्रियों के लिए अस्थाई शौचालयों की व्यवस्था में भागीदारी निभाने के लिए अपील की।

बैठक में फुटपाथ से अतिक्रमण हटाने का मुद्दा छाया रहा जिसमें व्यापारियों ने नाली से बाहर अतिक्रमण नहीं करने के लिए प्रशासन की बात मानी। वहीं दुकानों के आगे की जमीन के लिए ग्राम पंचायत द्वारा आवंटन राशि वसूलने की बात पर बहस की। बैठक में पीडब्ल्यूडी विभाग, जलदाय विभाग और डिस्कॉम के अधिकारियों से मेले की तैयारियों की जानकारी ली गई और कार्यों की स्थिति के बारे में जानकारी ली गई।

निर्णायक बैठक लेंगे जिला कलेक्टर

पोकरणएसडीएम ने बताया की व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा इस बैठक के बाद निर्णायक बैठक जिला कलेक्टर और उच्च व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा अधिकारियों द्वारा जल्द ही ली जाएगी। निर्णायक बैठक से पहले सभी विभागों से अपने कार्यक्षेत्र के कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा गया।

ग्रामपंचायत वसूलेगी आवंटन राशि

बैठकमें ग्राम पंचायत रामदेवरा द्वारा सभी दुकानदारों, होटल संचालकों और धर्मशालाओं संचालकों को आगे दुकानें लगाने के लिए ग्राम पंचायत रामदेवरा द्वारा आंवटन राशि जमा कराने के लिए कहा गया। आवंटन राशि ग्राम पंचायत रामदेवरा द्वारा निर्धारित की जाएगी जिसका निर्णय ग्राम पंचायत रामदेवरा का राजस्व आय बढ़ाने के लिए किया गया है। आंवटन राशि निर्धारित प्रति स्काॅयर फुट के हिसाब से व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा ली जाएगी।

दैनिक भास्कर के मुद्दे पर हुई चर्चा

बैठकमें दैनिक भास्कर द्वारा उठाए गए मुद्दों पर फैसला लेते हुए पोलीथिन को पूरी तरह बंद करने के लिए पुलिस विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। दैनिक भास्कर में छपी खबर मेले के दौरान निर्माणाधीन पुलिया से बढ़ सकती परेशानी पर निर्णय लेते हुए पीडबल्यूडी विभाग से राष्ट्रीय हाइवे विभाग से बात कर पुलिए का कार्य मेले के दौरान स्थगित करने के लिए कहा गया। जिससे मेले के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से रहे।

रामदेवरा. ग्राम पंचायत भवन में मेला तैयारियों की बेठक में उपस्थित अधिकारी स्थानीय व्यापारी।

सिन्धु घाटी सभ्यता में व्यापार और उद्योग

पिछले पोस्ट में हमने सिन्धु घाटी सभ्यता में कृषि के विषय में पढ़ा था. आज इस पोस्ट में हम इस सभ्यता में उद्योग और व्यापार के बारे में चर्चा करेंगे.

सिन्धु घाटी सभ्यता में उद्योग

हड़प्पा संस्कृति में कला-कौशल का पर्याप्त विकास हुआ था. संभवतःईंटों का उद्योग भी राज-नियंत्रित था. सिन्धु सभ्यता के किसी भी स्थल के उत्खनन में ईंट पकाने के भट्ठे नगर के बाहर लगाए गये थे. यह ध्यान देने योग्य बात है कि मोहनजोदड़ो में अंतिम समय को छोड़कर नगर के भीतर मृदभांड बनाने के भट्ठे नहीं मिलते. बर्तन निर्मित करने वाले कुम्हारों का एक अलग वर्ग रहा होगा. अंतिम समय में तो इनका नगर में ही एक अलग मोहल्ला रहा होगा, ऐसा विद्वान् मानते हैं. यहाँ के कुम्हारों ने कुछ विशेष आकार-प्रकार के बर्तनों का ही निर्माण किया, जो अन्य सभ्यता के बर्तनों से अलग पहचान रखते हैं.

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पत्थर, धातु और मिट्टी की मूर्तियों का निर्माण भी महत्त्वपूर्ण उद्योग रहे होंगे. मनके बनाने वालों की दुकानों और कारखानों के विषय में चन्हुदड़ो और लोथल के उत्खननों से जानकारी प्राप्त होती है. मुद्राओं को निर्मित करने वालों का एक भिन्न वर्ग रहा होगा.

कुछ लोग हाथीदांत से विभिन्न चीजों के निर्माण का काम किया करते थे. गुजरात क्षेत्र में उस काल में काफी संख्या में हाथी रहे होंगे और इसलिए इस क्षेत्र में हाथी दांत सुलभ रहा होगा.

हाथीदांत की वस्तुओं के निर्माण और व्यापार में लोथल का महत्त्वपूर्ण हाथ रहा होगा. सिन्धु सभ्यता घाटी से बहुमूल्य पत्थरों के मनके और हाथीदांत की वस्तुएँ पश्चिमी एशिया में निर्यात की जाती थीं. व्यापारियों का सम्पन्न वर्ग रहा होगा. पुरोहितों, वैद्यों, ज्योतिषियों के भी वर्ग रहे होंगे और संभवतः उनका समाज में महत्त्वपूर्ण स्थान रहा होगा.

हड़प्पाई मनके

सिन्धु घाटी सभ्यता में मृदभांड-निर्माण और मुद्रा-निर्माण के समान ही मनकों का निर्माण भी एक विकसित उद्योग था. मनकों के निर्माण में सेलकड़ी, गोमेद, कार्नीलियन, जैस्पर आदि पत्थरों, सोना, चाँदी और ताम्बे जैसे धातुओं का प्रयोग हुआ. कांचली मिट्टी, मिट्टी, शंख, हाथीदांत आदि के भी मनके बने.

एक व्यापारी के लिए सांख्यिकी का महत्व

Importance of Statistics for a Trader

Answer - Statistics have great importance in every field of trade, industry, production and commerce. A skilled trader or producer remains aware of the demand on the basis of data and decides his business policies. For forecasting the demand for a commodity, the trader makes the basis of available data such as weather changes, business cycles, standard of living, customs, customer interest, purchasing power, etc. In addition to the demand, the purchase of raw materials, sales of products, transportation costs, advertising, financial means, wages, pricing policies are also determined by the analysis of data. According to Boddington, "A successful trader is one whose estimate is the closest to accuracy."

कॉरिडोर को लेकर व्यापारियों से भी हो चर्चा

प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने अध्यक्ष वन विकास निगम कैलेश गहतोड़ी से मिलकर प्रदेश के व्यापारियों की समस्याओं पर चर्चा.

कॉरिडोर को लेकर व्यापारियों से भी हो चर्चा

प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने अध्यक्ष वन विकास निगम कैलेश गहतोड़ी से मिलकर प्रदेश के व्यापारियों की समस्याओं पर चर्चा की। हरिद्वार में बनने वाले कॉरिडोर को लेकर व्यापारियों से विचार विमर्श किए जाने की बात कही।

गहतोड़ी ने कहा कि हरिद्वार कॉरिडोर बनाना व अन्य धार्मिक स्थानों के सौंदर्यीकरण से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा किसी के भी हित प्रभावित नहीं होने दिए जाएंगे। संजीव चौधरी ने कहा कि हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर कॉरिडोर बनाए जाने के लिए हम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई देते हैं। इससे कारोबार बढ़ेगा पर उसमे व्यापारी को साथ ले कर व्यापारियों के लिए व्यापार की स्थिति की समीक्षा उनके भी विचार लिए जाने चाहिए।

व्यापारी छूट दर ______ को संदर्भित करती है

SSC CGL Tier III Result has been released on 20th December 2022 for the 2021 cycle. The candidates who cleared the Tier III are eligible for Document Verification/ Skill Test. Earlier, Staff Selection Commission had released the SSC CGL Answer Key on 17th December 2022. SSC CGL 2022 Tier I Exam was conducted from 1st to 13th December 2022. The SSC CGL 2022 Notification was out on 17th September 2022. The SSC CGL Eligibility is a bachelor’s degree in the concerned discipline. This year, SSC had completely changed the exam pattern and for the same, the candidates can read the SSC CGL New Exam Pattern to know more.

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