शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको एक डीमैट खाता खोलना होगा।

डिमैट अकाउंट फीस

म्युचुअल फंड में पैसा लगाने के लिए डीमैट कितना जरूरी

किसी भी म्युचुअल फंड में पैसा लगाने के पहले डीमैट अकाउंट खोला जाए या नहीं, इसको लेकर बहुत असमंजस की स्थिति रहती है। निवेशक समझ नहीं पाते हैं। डीमैट इक्विटी शेयर के लिए क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है जरूरी है, लेकिन म्युचुअल फंड में यह जरूरी है भी या नहीं और इसे लेने से क्या फायदा है, जानिए इस बार।


समीर म्युचुअल फंड में पहली बार निवेश करने जा रहा है। हालांकि, उसने पढ़ रखा है कि लंबी अवधि के लिए इसमें पैसा लगाने से कुछ मुनाफा हो सकता है। वह पहले प्रयास में एसआईपी शुरू करना चाहता है। उसके मित्रों ने सलाह दी है कि बेहतर है, वह ऐसा निवेश डीमैट अकाउंट खोल कर करे। यह उस बैंक द्वारा भी खोला जा सकता है, जहां पर समीर का सैलरी अकाउंट है। यह उन्हें आसान तरीका भी लगा, जिसमें ढेर सारे कागज नहीं भरे जाएंगे।


चूंकि समीर आईटी सेक्टर में है, वह खुद भी अच्छे म्युचुअल फंड्स देखता रहता है। इसके लिए वह फाइनेंशियल प्लानर की वेबसाइट पर गया। समीर ने प्लानर से ये सवाल पूछे-

डीमैट अकाउंट क्या है ?

डिमैट अकाउंट एक ऐसा अकाउंट है जिसमें आपके द्वारा खरीदे गए शेयर डिपॉजिट किए जाते हैं और इसके साथ साथ म्यूच्यूअल फंड, डिवेंचर, यूनिट और सिक्योरिटी भी इसी खाते में होती है शेयर की खरीद-फरोख्त करने के लिए आपके पास एक डिमैट अकाउंट का होना बहुत जरूरी है Demat Account एक बैंक अकाउंट की तरह कार्य करता है जिसमें आपकी रकम नहीं होती बल्कि किसी कंपनी के शेयर होते हैं जब आप किसी कंपनी के शेयर को बेचना चाहते हैं तो यह दूसरे निवेशक के अकाउंट में यहीं से ट्रांसफर हो जाते हैं

जिस प्रकार आप बैंक अकाउंट से मनी ट्रांसफर करते हो। इससे पहले यह प्रक्रिया बड़ी मुश्किल थी पहले जब आप शेयर खरीदते थे तो आपको कंपनी उसके डॉक्यूमेंट देती थी और जब आपको शेयर बेचने होते थे तो सारे कागजात कंपनी में डिपॉजिट करने पड़ते थे लेकिन जब से डिपॉजिटरी ने Demat Account की प्रक्रिया को शुरू किया है यह काम बहुत आसान हो गया है।

डीमैट अकाउंट के प्रकार क्या है?

शेयर मार्केट में उपलब्ध तीन प्रकार के डीमैट अकाउंट होते हैं। इन अकाउंट को निवेशकों की प्रोफाइल के हिसाब से तैयार किया जाता है। डीमैट अकाउंट के प्रकार निम्नलिखित हैं।

रेगुलर डीमैट खाता (Regular Demat A6ccount)

शेयर बाजार में एंट्री करने वाले निवेशक को का रेगुलर डीमैट अकाउंट खोला जाता है। यह खाता आप किसी भी डिपॉजिट सीडीएसएल या एनएसडीएल पन रजिस्टर ब्रोकर के पास खुलवा सकते हैं। इस खाते के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिकली शेयरों में निवेश और ट्रेड किया जाता है।

रिपेट्रायबल डीमैट खाता (Repatriable Demat Account)

यह खाता नॉनरेजिडेंट इंडियंस के लिए होता है। इस खाते के माध्यम से n.r.i. शेयर बाजार में निवेश करते हैं। एन आर आई इस अकाउंट का उपयोग करके विदेश में फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। साथ ही साथ लोग इस अकाउंट इन इयर जॉइंट होल्डर भी शामिल कर सकते हैं जो केवल एक भारतीय नागरिक होना चाहिए। इस डीमैट खाते में नॉमिनेशन सुविधा भी उपलब्ध होती है।

Demat Account कैसे खोलें

जब आप अपना खाता डिपॉजिटरी में खुलवाते हैं तो उस खाते को डीमैट खाता कहते हैं इसका फैसला हमारा ब्रोकर करता है कि वह कौन सी डिपॉजिटरी में आपका खाता खुलवाता है इस खाते को खुलवाने के लिए भारत में एसईबीआई के द्वारा निर्देशित दो बड़ी डिपॉजिटरी कंपनी एनएसडीएल और सीडीएसएल है जो Demat Account को निर्धारित करती हैं और आपने देखा होगा कि पैन कार्ड भी यही दोनों कंपनियां बनाती हैं। जो निम्नलिखित हैं।

1- एनएसडीएल

इंडिया की सबसे पुरानी और विश्वसनीय डिपाजिटरी मानी जाती है नवंबर सन 1996 में इसको शुरू किया गया था जिसका पूरा नाम National Securities Depositories Ltd है।

2- सीडीएसएल

  • यह इंडिया की दूसरी डिपॉजिटरी है जिसका संबंध बीएसई यानी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज से है इसको फरवरी सन 1999 में शुरू किया गया था इसका पूरा नाम Central Depositories Services Ltd है ।
  • डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको इन दोनों कंपनियों के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती है आप किसी भी बैंक या स्टॉक ब्रोकर के पास जाकर अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं।

Demat Account| डिमॅट वास्तव में क्या है?

मोबाइल और इंटरनेट क्रांति के कारण आज हर कोई एक उंगली के स्पर्श पर वित्तीय लेनदेन कर रहा है। कोरोना महामारी के बाद लोगों को एक नया क्षेत्र की पहचान हुई। वह क्षेत्र है शेयर बाजार। शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है। लेकिन ज्यादातर लोगों के लिए डीमैट क्या क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है है? इसकी प्रक्रिया में खाता खोलने के तरीके की जानकारी नहीं होती है। इस संबंध में हम Demat Account के बारे में विस्तृत जानकारी देखने का प्रयास करते है ।

Demat Account क्या होता है ?

Demat Account (डीमैट) का मतलब अंग्रेजी में Dematerialization है। (भौतिक रूप का आभासी रूप) पहले कंपनियां अपने शेयरधारकों को शेयर प्रमाणपत्र के रूप में शेयर जारी करती थीं। लेकिन 1996 में डिपॉजिटरी एक्ट लागू होने के बाद सर्टिफिकेट जारी करना बंद कर दिया गया और निवेशकों को डिजिटल फॉर्मेट में निवेश की सुविधा उपलब्ध करा दी गई।

डिपॉजिटरी क्या है?

हमारे देश में दो डिपॉजिटरी संस्था हैं, एक नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) और दूसरा सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है CDSL) है। कोई भी व्यक्ति या संस्था प्रत्यक्ष डिपॉजिटरी संस्था मे जाकर डीमैट खाता नहीं खोल सकता है।

उसके लिए डिपॉजिटरी की ओर से उनके पार्टिसिपेंट नियुक्त किए जाते हैं, उन्हें डीपी (डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट) या स्टॉक ब्रोकर कहा जाता है। और यह एक तरह से डिपॉजिटरी के एजेंट का काम करते हैं। इन सभी पर सेंट्रल एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी का पूरा कंट्रोल होता है।

Depository Participant के रूप मे विभिन्न वित्तीय संस्थान, राष्ट्रीयकृत बैंक, सरकारी बैंक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स के रूप में काम कर रहे हैं।

उदा. Zerodha, Upstox, AngelOne, Alice Blue, HDFC Bank, ICICI Bank Direct,इत्यादी.

Demat Account | डीमैट खाता कैसे खोलें?

डीमैट खाता खोलने के लिए आपको सबसे पहले स्टॉक ब्रोकर (डीपी) का चयन करना होगा।

उदा. Zerodha , Upstox, AngelOne, Alice Blue , HDFC Bank, ICICI Bank Direct,इत्यादी. स्टॉक ब्रोकर(DP) द्वारा प्रदान किए गए ऑनलाइन पोर्टल पर निम्नलिखित दस्तावेजों के आधार पर आवेदन करना होगा

1. जो व्यक्ति डीमैट खाता खुलवाना चाहता है उसके लिए पैन कार्ड होना अनिवार्य है अगर उसके पास पैन कार्ड नहीं है तो वह व्यक्ति डीमैट खाता नहीं खोल पाएगा।

2. संबंधित व्यक्ति का राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता होना अनिवार्य है। उस खाते का पिछले छह महीने का बैंक स्टेटमेंट होना जरूरी है।

3. संबंधित व्यक्ति की आयु 18 वर्ष से अधिक क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है होनी चाहिए। यदि आयु 18 वर्ष से कम है तो माता-पिता आवेदन कर सकते हैं।

4. साथ ही पते और फोटो के सबूत के तौर पर संबंधित व्यक्ति के पास पासपोर्ट, आधार कार्ड, इलेक्शन आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड जैसी फोटो आईडी होनी चाहिए।

Two-Factor Authentication In Demat Account | शेयर में करते हैं निवेश तो जान लीजिए डीमैट खाते से जुड़ा नया नियम, वरना 30 सितंबर के बाद नहीं कर सकेंगे लॉग इन

दोस्तों ,अगर आप स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं तो यह समाचार आपके लिए बेहद खास है.दरअसल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange- NSE) ने 14 जून को एक सर्कुलर जारी किया था जिसमें दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) को अनिवार्य कर दिया गया था. इसे एक्टिवेट करने के लिए 30 सितंबर 2022 की समय सीमा निर्धारित की गई थी, जोकि बस कुछ ही दिनों में समाप्त होने वाली है.

अगर आप डीमैट खाते का प्रयोग कर रहे हैं तो 30 सितंबर 2022 तक अपने डीमैट खाते को दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) से अवश्य जोड़ दें,ऐसा क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है न करने की स्थिति में समय अवधि बीत जाने के बाद आप अपने डीमैट खाते में लॉगिन नहीं कर पाएंगे.

दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) की खास बातें-

  • खाते में लॉग इन करने के लिए बायोमेट्रिक पहचान जरूरी होगी.
  • ओटीओपी(OTOP) या पिंन (चार डिजिट या छ:डिजिट जैसा ब्रोकर द्वारा निर्धारित हो) की हर बार जरूरत होगी.
  • बायोमेट्रिक पहचान के साथ ही साथ मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी या पिंन डालना पड़ेगा.

दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) के लिए अलग-अलग ब्रोकर द्वारा अलग-अलग सेट बनाए जा सकते हैं जहां पर कुछ स्टॉक ब्रोकर बायोमेट्रिक पहचान के साथ-साथ पासवर्ड, पिन, ओटीपी या सिक्योरिटी टोकन इनपुट करने के लिए कह सकते हैं वहीं पर कुछ ब्रोकर ओटीपी, सिक्योरिटी टोकन के साथ पासवर्ड या पिन के उपयोग करने का विकल्प उपलब्ध करा सकते हैं.

स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियों ने नियम लागू किया-

दोहरा प्रमाणीकरण (two-factor authentication) कोई नई चीज नहीं है कई स्टॉक ब्रोकर के द्वारा यह नियम पहले से ही लागू किया जाता आ रहा है लेकिन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange- NSE) के नए सर्कुलर के आने के बाद से अब 30 सितंबर 2022 के बाद यह प्रक्रिया सभी स्टॉक ब्रोकर्स के लिए अपनानी आवश्यक हो जाएगी. अगर आप एक सक्रिय और जागरुक निवेशक हैं तो आपने देखा होगा कई प्रचलित स्टॉक ब्रोकर्स द्वारा यह व्यवस्था लागू की जा चुकी है जबकि कुछ अभी इस दिशा में प्रयत्नशील है.

निवेशकों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर ऐसे नियम आते रहते हैं, इसी क्रम में दोहरा प्रमाणीकरण (two-factor authentication) का नियम लागू किया जाने वाला है. दोहरा प्रमाणीकरण (two-factor authentication) ग्राहकों की सुरक्षा के लिए जरूरी क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है है.नियम लागू होने के बाद से डीमैट खाता धारक टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन के बिना लॉगिन नहीं कर पाएंगे.

डीमैट खाता कहाँ खोलें ? [ स्टॉक ब्रोकर क्या है ]

अब, आप डीमैट खाते के बारे में पूरी तरह से क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है अवगत हैं। तो, अब आपको यह जानना होगा कि डीमैट खाता कहां खोलना है। यह समझने से पहले कि आपको यह समझना होगा कि नया डीमैट खाता कहां खोलना है।

आमतौर पर स्टॉक ब्रोकर किसी भी व्यक्ति का डीमैट खाता खोलते हैं। भारत में कई स्टॉक ब्रोकर हैं।

स्टॉक ब्रोकर्स क्या है ?

स्टॉक ब्रोकर स्टॉक मार्केट और प्रत्येक व्यक्तिगत निवेशक के बीच का बिचौलिया होता है। स्टॉक ब्रोकर निवेशक द्वारा कंपनी के शेयर के सभी खरीद और बिक्री ऑर्डर के लिए भी जिम्मेदार होते हैं।

भारत में कई स्टॉक ब्रोकर हैं। भारतीय शेयर बाजार में मूल रूप से दो तरह के स्टॉक ब्रोकर होते हैं।

  • पूर्णकालिक ब्रोकर।
  • डिस्काउंट ब्रोकर।

फुल-टाइम ब्रोकर (Full Time Broker) :- फुल टाइम ब्रोकर वे ब्रोकर होते हैं जो निवेशक को विभिन्न और विशेष सेवा प्रदान करते हैं और उच्च शुल्क भी लेते हैं। कुछ सुविधाएं हैं –

  • कॉलिंग ट्रेड।
  • निवेश संबंधी सलाह।
  • 24X7 कॉल सपोर्ट ।
  • समय पर नवीनतम अपडेट।
  • विशेष ध्यान।

कुछ प्रसिद्ध भारतीय पूर्णकालिक ब्रोकर HDFC Securities, ICICI Securities, Kotak Securities Angel Broker and SBI Securities.

डीमैट खाता क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है कैसे खोलें ? [ How To Open Demat Account ]

डीमैट खाता आमतौर पर स्टॉक ब्रोकर और बैंक द्वारा खोला जाता क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है है। और आप पहले से ही जानते होंगे कि भारत में दो प्रकार के स्टॉक ब्रोकर हैं।

आप अपना नया डीमैट खाता अपने मोबाइल या लैपटॉप के माध्यम से भी कुछ ही मिनटों में खोल सकते हैं। आपको किसी भी बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि सभी स्टॉक ब्रोकर सेबी (स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया, SEBI) की देखरेख में आते हैं । इसलिए आप आसानी से संपर्क कर सकते हैं और अपने खाते में किसी भी प्रकार की अनियमितता के लिए शिकायत कर सकते हैं।

सेबी का फुल फॉर्म “स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया” है जिसे शेयर मार्केट पुलिस के नाम से भी जाना जाता है। सेबी सरकारी सांविधिक निकाय है जो भारत में शेयर बाजार को विनियमित और पर्यवेक्षण करता है।

नया डीमैट खाता खोलने से पहले, आपके पास अपने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज और विवरण होने चाहिए। नया डीमैट खाता खोलने के लिए आपके पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज होने चाहिए: –

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