Multibagger Stock: इस शेयर में लगाए होते एक लाख रुपये तो 15 साल में बन गए होते करोड़पति
Multibagger Stock: इस शेयर में 15 साल पहले किसी ने एक लाख रुपये का निवेश किया हुआ होगा तो उसको ये शेयर इस समय करोड़पति बना चुका होगा.
By: ABP Live | Updated at : 17 Aug 2022 02:57 PM (IST)
Multibagger Stock: शेयर बाजार एक साधन है जहां अगर अच्छा शेयर आपके पास है तो कुछ ही सालों में आपके लाखों रुपये करोड़ों में बदल सकते हैं. इसके लिए आपको अच्छे रिसर्च बेस्ड शेयरों की जरूरत होती है. हालांकि हम आपको ऐसे मल्टीबैगर शेयरों के बारे में जानकारी देते रहते हैं जो आपको कुछ ही सालों में जबरदस्त रिटर्न कमाकर देते हैं. आज भी हम एक ऐसे ही शेयर के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. आप भी जानकर उठाएं फायदा.
कौनसा है आज का मल्टीबैगर शेयर
एस्ट्रल लिमिटेड (Astral Limited) वो कंपनी है जो इस समय भले ही 2000 रुपये प्रति शेयर के लेवल पर मिल रहा है, लेकिन इस शेयर में 15 साल पहले किसी ने निवेश किया हुआ होगा तो उसको इस समय 35 हजार फीसदी से भी ज्यादा का रिटर्न मिला होगा. वहीं बीते 5 सालों में भी इस शेयर ने 396.18 रुपये से बढ़कर 2,000 रुपये का होकर निवेशकों को जबरदस्त कमाई कराई है.
कैसा रहा है शेयर का प्रदर्शन
बीते तीन सालों में एस्ट्रल लिमिटेड के शयर में 170 फीसदी की जबरदस्त तेजी देखी गई है.
बीते पांच सालों में एस्ट्रल लिमिटेड ने निवेशकों को 404.82 फीसदी मल्टीबैगर रिटर्न दिया है.
पांच साल पहले एक लाख रुपये लगाने वालो को मिला होता 5 गुना रिटर्न और उनकी निवेश की वैल्यू 5 लाख रुपये से पार हो गई होती.
15 साल में निवेशकों को बनाया करोड़पति
इस शेयर में 15 साल पहले अगर आपने एक लाख रुपये का इंवेस्टमेंट किया होता और इस निवेश पर कायम रहे होते तो आपको पूरा 3.59 करोड़ रुपये का मल्टीबैगर रिटर्न मिला होता.
क्या करती है एस्ट्रल लिमिटेड
पीवीसी और सीपीवीसी पाइप फील्ड में एस्ट्रल लिमिटेड कंपनी एक पॉपुलर नाम है और इसके प्रोडक्ट्स जगह-जगह यूज होते हैं. घरों, कारखानों, ऑफिस स्पेस सभी जगह के निर्माण में इनके पाइप यूज होते हैं.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
ये भी पढ़ें
Published at : 17 Aug 2022 02:56 PM (IST) Tags: Multibagger Stock Astrel Pipe Limited Astrel Limited हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Mac पर तस्वीर में शेयर किया गया ऐल्बम क्या होते हैं?
शेयर किया गया ऐल्बम से, आप तस्वीरों और वीडियो के ऐल्बम बना सकते हैं और उन्हें देखने के लिए दूसरे को आसानी से आमंत्रित कर सकते हैं। आप जिन लोगों को आमंत्रित करते हैं वे किसी भी समय कोई भी Mac, PC, iPhone या iPad से आपका ऐल्बम देख सकते हैं। यदि वे iCloud का उपयोग करते हैं, तो वे आपकी तस्वीरें लाइक कर सकते हैं, टिप्पणी जोड़ सकते हैं और यदि आपने अनुमति दी है, तो वे ऐल्बम में ख़ुद की तस्वीरें और वीडियो क्लिप भी जोड़ सकते हैं। (यदि आपके आमंत्रित व्यक्तियों ने iCloud का उपयोग नहीं किया है, तब भी वे आपकी शेयर की गईं तस्वीरें और वीडियो देख सकते हैं, बशर्ते आपने एक पब्लिक वेबसाइट सेट की हो।)
शुरू करने के लिए, शेयर किया गया ऐल्बम चालू करें जहाँ भी आप इसका उपयोग करना चाहते हैं—अपने Mac, iPhone, iPad या PC पर। (अपने Windows PC पर iCloud का उपयोग करने के लिए, आपको Windows के लिए iCloud इंस्टॉल करना होगा। विंडोज़ के लिए iCloud डाउनलोड करना देखें।)
आप सभी नवीनतम इवेंट, महत्वपूर्ण तस्वीरों और अपने जीवन के यादगार अवसरों पर अपने परिवार के सदस्यों को अपडेट रखने के लिए परिवार शेयरिंग का शेयर क्या होते हैं भी उपयोग कर सकते हैं। जब आप अपनी Apple ID से साइन इन करते हैं और फिर फ़ैमिली शेयरिंग सेट अप करते हैं, तो आप अपने परिवार के साथ एक ऐल्बम शेयर करते हैं। परिवार के सभी सब्सक्राइब्ड सदस्य तस्वीर से ही ऐल्बम में तस्वीरें, वीडियो क्लिप और टिप्पणी जोड़ सकते हैं। परिवार का कोई सदस्य जब भी कोई आइटम या टिप्पणी जोड़ता है, तो हर व्यक्ति के डिवाइस अपडेट हो जाते हैं।
iCloud तस्वीर सेटअप करने के बाद, आप iCloud शेयर की गई तस्वीर लाइब्रेरी बना सकते हैं जिसे परिवार के पाँच सदस्य और दोस्त ऐक्सेस कर सकते हैं। आपकी iCloud शेयर की गई तस्वीर लाइब्रेरी एक अलग iCloud लाइब्रेरी में बाधारहित तरीक़े से तस्वीरें शेयर करने का एक नया तरीक़ा उपलब्ध कराती है जिस पर सभी सहभागी सहयोग कर सकते हैं, योगदान दे सकते हैं और आनंद ले सकते हैं। iCloud शेयर की गई तस्वीर लाइब्रेरी क्या है? देखें
शेयर मार्केट में निवेश से पहले जान लें क्या होते हैं PB रेशियो और Book Value
किसी कंपनी की सारी एसेट्स को बेच देते हैं और बाकी की सारी देनदारियों को चुका देते हैं तो जो पैसा बचता है उसी को हम Book value कहते हैं.
- Paurav Joshi
- Publish Date - June 14, 2021 / 02:35 PM IST
ग्लोबल इकोनॉमी फिर से धीरे-धीरे खुलने के साथ ही स्थिति उलट हो जाएगी. हालांकि, इस बात का रिस्क बढ़ रहा है
शेयर बजार में इनवेस्ट कर रहे हैं तो आपको शेयर की बुक वैल्यू (Book value), मार्केट वैल्यू (Market value) और PB रेशियो (PB Ratio) जानना जरूरी है. इसकी मदद से निवेशक जान सकते हैं कि किसी कंपनी के शेयर कितना अधिक या कितने कम भाव पर कारोबार कर रहे हैं. जब तक आप यह नहीं समझेंगे कि PB रेशियो क्या है तब तक आपको किसी भी कंपनी की पूरी प्रोफाइल नहीं समझ आएगी और इनवेस्ट में गलती होने की संभावना बढ़ जाएगी.
बुक वैल्यू
अगर आसान भाषा में समझें तो बुक वैल्यू (Book value) यानी किसी कंपनी की सारी एसेट्स को बेच देते हैं और बाकी की सारी देनदारियों को चुका देते हैं तो जो पैसा बचता है उसी को हम बुक वैल्यू (Book value) कहते हैं.
बुक वैल्यू (Book value) एक शेयर की उस वैल्यू को बताता है जो शेयरहोल्डर को मिलती है. कंपनी की Book Value को Shareholders Fund या Equity भी कह सकते है.
कंपनी की Book Value Per Share खोजने के लिए पहले उस कंपनी की बुक वैल्यू पता करें. फिर उसको कंपनी के कुल जारी किए हुए शेयरों से विभाजित कर लें. इस से जो वैल्यू मिलेगी उसे Book Value Per Share कहेंगे.
मार्केट वैल्यू (Market Value)
मार्केट वैल्यू वो वैल्यू होती है जिस रेट पर शेयर ट्रेड हो रहा होता है और साथ ही मार्केट वैल्यू कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेशन को दर्शाता है.
प्राइस टु बुक वैल्यू क्या है?
प्राइस टु बुक वैल्यू एक ratio यानी अनुपात है, जो किसी कंपनी की Valuation (मूल्यांकन) करते समय देखा जाता है. इससे पता चलता है कि कंपनी की बुक वैल्यू के मुकाबले उसकी Market Value यानी उसके शेयर का दाम कितना महंगा या सस्ता है.
किसी कंपनी के लिए प्राइस टु बुक वैल्यू खोजने के लिए सबसे पहले उसके 1 शेयर की Market Value पता करें. जब आप किसी कंपनी के शेयर के मार्केट प्राइस को उसकी बुक वैल्यू से डिवाइड करेंगे तो हमें उस कंपनी का P/B Ratio (Price to book value ratio) मिलता है.
अब हम PB ratio को एक उदाहरण से समझते हैं ताकि आपको इसे समझने में आसानी हो. अगर एक कंपनी A2Z है जिसके शेयर का price 200 रुपये है और कंपनी की book value 100 रुपये है, तो इसमें
PB ratio= price of share / Price of Book value = 200/100 =2
इसका मतलब ये है कि शेयर की जो कीमत होनी चाहिए उससे हम 2 गुणा कीमत पर A2Z कंपनी के शेयर को खरीद रहे हैं.
P/B Ratio एक बहुत ही महत्वपूर्ण रेशियो होता है जिसका उपयोग कंपनी की दूसरी कंपनियों से तुलना करने में किया जाता है जिसके मदद से निवेशको को निर्णय लेने में मदद मिलती है की उन्हें किस कंपनी में निवेश करना चाहिए.
शेयर क्या होते हैं
भारतीय शेयर बाजार का समय – Stock Market Timings in India
- Post last modified: September 22, 2020
- Post author: Yogesh Singh
- Post category: Share Market
- Post comments: 3 Comments
हेलो दोस्तों आज हम Detail में जानेगे की भारत में शेयर बाजार कब खुलता है और कब बंद होता है (Stock Market Timings in India) अगर आपने हमारे शेयर मार्किट क्या होता है पोस्ट नहीं देखी तो आप देख सकते है |
अक्सर भारत में लोग शेयर बाजार के समय के बारे में काफी भ्रमित रहते हैं तो आज हम आपको विस्तार में शेयर बाजार के खुलने और बंद होने के समय बारे में बतायेंगे |
भारत में शेयर बाजार का समय – Stock market timings in India
भारत शेयर क्या होते हैं में दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है –National Stock Exchange (NSE) और Bombay Stock Exchange (BSE) हैं। हालांकि, NSE और BSE दोनों exchanges का एक ही समय है।
भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के अंत में, यानी शनिवार और रविवार को बंद रहते है और इसके अलावा, यह राष्ट्रीय और स्टॉक एक्सचेंज की छुट्टियों पर भी बंद रहते है | स्टॉक एक्सचैंजेस की छुटियाँ आप यहाँ देख सकते है |
भारत में शेयर बाजार के समय को तीन सत्रों में विभाजित किया जाता है
- Pre-open Session (प्री-ओपन सत्र)
- Normal Session (सामान्य सत्र)
- Post-closing Session (समापन के बाद का सत्र)
Note : बाजार में भारी अस्थिरता से बचने के लिए Pre-open Session यानि पूर्व-खुला सत्र रखा शेयर क्या होते हैं जाता है और यह एक संतुलन मूल्य बनाने के लिए ताकि बाजार को अपनी शुरुआती कीमत मिल सके, आप यहां पा सकते हैं कि एनएसई कैसे अपने शुरुआती मूल्य की गणना करता है।
Pre-open Session को आगे तीन सत्रों में विभाजित किया जाता है –
- सुबह 9:00 से 9:08 बजे (Order Entry Session -आदेश प्रवेश सत्र):
- इस समय में, कोई भी शेयर खरीद और बेच सकता है।
- आप Orders में परिवर्तन या उसको रद्द भी कर सकते हैं।
Note: आप अपने ऑर्डर को सुबह 9:07 बजे से पहले रखने का प्रयास करें क्योंकि आपको नहीं पता है कि शेयर मार्किट का algorithm कब और कैसे काम करता है और वक़्त पे न होने पर आपका ऑर्डर रद्द भी किया जा सकता है।
2. सुबह 9:08 से 9:12 बजे (मैचिंग ऑर्डर सत्र- Order Matching Session):
- इस समय में, आप अपने Orders में परिवर्तन , खरीद व बेच या रद्द नहीं कर सकते।
- इस सत्र का उपयोग Orders का मिलान करके बाजार के लिए शुरुआती मूल्य निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
नोट: यदि आपने पहले अपने ऑर्डर में कोई लिमिट लगाई है तो उस लिमिट को बाजार की तय कीमतों से मेल किया जाता है, और अगर यह लिमिट बाजार की तय हुई कीमत के नीचे आता है तो आपका Order Execute हो जाता है, अन्यथा, यह Execute नहीं होता ।
3. सुबह 9:12 से 9:15 बजे (बफर सत्र-Buffer Session ):
- इस सत्र का उपयोग बफ़र सत्र के रूप में किया जाता है, यदि प्रारंभिक दो चरणों में कोई भी असामान्यताएं पायी जाती है तो इस सत्र में उसकी जाँच की जाती है।
- इस सत्र को अगली प्रक्रिया को Smooth करने के लिए भी उपयोग किया जाता है, ताकि दिन शेयर क्या होते हैं का कारोबार सामान्य रूप से चल सके ।
Note: Pre Opening Session में आप केवल निफ़्टी 50 कंपनियों के ही शेयर्स ले व बेच सकते है |
यह भी पढ़े
Normal Session-सामान्य सत्र
- इस सत्र की अवधि सुबह 9:15 बजे से शाम 3:30 बजे तक की है।
- इस सत्र में, अधिकांश ट्रेड होते हैं।
- आप इस सत्र में स्टॉक खरीद व बेच सकते हैं।
शाम 3:30 से 3:40 बजे के समय में शेयर्स का closing price को calculate किया जाता है और इसमें स्टॉक मार्किट इंडेक्स जैसे की Sensex और Nifty अपनी इंडेक्स मूल्य की गणना करते है जोकि 3.00 बजे से 3.30 बजे के बीच आखरी के 30 minutes में ट्रेड किये शेयर्स के भाव से प्राप्त किये जाते है ।
POST-CLOSING SESSION – समापन के बाद का सत्र:
- यह सत्र दोपहर 3:40 से 4:शेयर क्या होते हैं 00 बजे के बीच में होता है |
- आप इस सत्र में शेयर्स खरीद व बेच सकते है जिसे (AMO) After Market Orders भी कहते है | इसमें बाजार बंद होने के बावजूद आप अपने ऑर्डर को खरीद या बेच सकते हैं । लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने का भाव मार्किट के closing 3:30 बजे वाले भाव पर होता है |
- अगर आपने पहले गलती से कोई ट्रेड ले लिया था जैसा की आपने कोई शेयर 1000 की बजाए 10000 शेयर्स ले लिए और आपके पास डिलीवरी के पैसे नहीं है तो आप इस सत्र उन शेयर्स को बेच सकते है शेयर्स बेचने का भाव मार्किट क्लोजिंग वाला ही रहता है |
Note: Pre-opening session और Post-closing session केवल कैश मार्केट के लिए ही उपयोग में लाए जाते है इनको Futures और options में उपयोग नहीं किया जाता ।
Special Trading Day
हालांकि, शेयर क्या होते हैं राष्ट्रीय छुट्टियों पर शेयर बाजार बंद रहता है, लेकिन यह दिवाली त्योहार के दौरान कुछ घंटों के लिए खुला रहता है, जिसे ‘Mahurat Trading‘ के रूप में जाना जाता है। इस विशेष दिन के लिए ट्रेडिंग घंटे का समय दिवाली से कुछ दिन पहले ही तय किया जाता हैं।
Conclusion
दोस्तों आज हमने इस पोस्ट में सीखा की भारतीय शेयर का समय क्या है (Stock market timings in India) आशा है आपको यह पोस्ट पसंद आयी होगी अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप हमे कमेंट कर सकते है |
इंट्राडे ट्रेडिंग: यहां कुछ घंटों में मिल सकता है बंपर रिटर्न, लेकिन ध्यान रखें ये 5 टिप्स
Tips For Intra Day Trading: बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं.
Tips For Intra Day Trading: बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं.
Tips For Intra Day Trading: शेयर बाजार ऐसी जगह है, जहां 1 दिन के कारोबार में भी अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है. अगर आप सही और सटीक शेयर चुन लेते हैं तो इंट्राउे ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं. यहां शेयर खरीदा तो जाता है लेकिन उसका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि एक दिन में उसमें होने वाली बढ़त से मुनाफा कमाना होता है. हालांकि यह ध्यान रखने वाली बात है कि यहां जरूरी नहीं है कि हमेशा निवेशकों को फायदा ही हो.
अगर शेयर बाजार में डे-ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है. इस अकाउंट में आप या तो ब्रोकर को फोन पर ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं या ऑनलाइन भी खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे शेयर क्या होते हैं पैसा लगा सकते हैं. इसके लिए किसी मिनिमम रकम की जरूरत नहीं पड़ती है.
कैसे चुनें सही स्टॉक
- सिर्फ लिक्विड स्टॉक में ट्रेडिंग करनी चाहिए और इंट्राउे के लिए ऐसे 2 से 3 स्टॉक का ही चुनाव करना चाहिए.
- एक्सपर्ट वोलेटाइल स्टॉक से दूर रहने की सलाह देते हैं.
- किसी भी शेयर का चुनाव करने के पहले निवेशकों को देखना चाहिए कि बाजार का ट्रेंड क्या है. उसी ट्रेंड को फॉलो करें, ना कि ट्रेंड के खिलाफ ट्रेडिंग करें.
- शेयर का चुनाव करने के पहले उसे लेकर अच्छे से रिसर्च कर लें. शेयर को लेकर एक्सपर्ट की क्या राय है, इसे भी देख लें. जरूरत पर एक्सपर्ट की सलाह भी लें.
- शेयर में पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस तय करें. लक्ष्य पूरा होते दिखे तो मुनाफा वसूली कर लें.
एक दिनी तेजी का उदाहरण
कई बार शेयर बाजार में इंट्राडे के दौरान शेयरों में बंपर तेजी देखने को मिलती है. कईबार शेयर में 20 फीसदी तक का अपर सर्किट देखने को मिलता है. 5 से 10 फीसदी की भ्ज्ञी तेजी संभव है. आज यानी 12 मई के कारोबार में देखें तो टाटा मोटर्स, पावरग्रिड और एनटीपीसी जैसे शेयरों में 3 शेयर क्या होते हैं फीसदी तक की तेजी देखने को मिली है.
Investors Wealth: 5 दिन में RIL और TCS में निवेशकों के डूब गए 50 हजार करोड़, देश के टॉप 10 में 9 शेयरों ने कराया नुकसान
KFin Tech का IPO सब्सक्राइब करें या Avoid, क्या है एक्सपर्ट की सलाह, चेक करें हर पॉजिटिव और निगेटिव
(Discliamer: हम यहां अलग अलग ब्रोकरेज हाउस की वेबसाइट या एक्सपर्ट द्वारा दी जाने वाली सलाह के बाद इंट्राडे कारोबार के बारे में जानकारी दी है. यह निवेश की सलाह नहीं है. शेयर बाजार के अपने जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)
Get Business News in Hindi, latest India News in Hindi, and other breaking news on share market, investment scheme and much more on Financial Express Hindi. Like us on Facebook, Follow us on Twitter for latest financial news and share market updates.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 371