हमारे न्यूज़फ़ीड पूरे दिन आपके स्टॉक की ख़बरों को ट्रैक करते हैं। यह आपके पोर्टफोलियो और वॉचलिस्ट स्टॉक पर एक ही फ़ीड के माध्यम से नज़र रखता है जो रीयल-टाइम में अपडेट होता है।
cdestem.com
गुणात्मक पूर्वानुमान एक आकलन पद्धति है जो संख्यात्मक विश्लेषण के बजाय विशेषज्ञ निर्णय का उपयोग करती है। इस प्रकार का पूर्वानुमान भविष्य के परिणामों में अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए अत्यधिक अनुभवी कर्मचारियों और सलाहकारों के ज्ञान पर निर्भर करता है। यह दृष्टिकोण मात्रात्मक पूर्वानुमान से काफी अलग है, जहां भविष्य के रुझानों को समझने के लिए ऐतिहासिक डेटा संकलित और विश्लेषण किया जाता है।
गुणात्मक पूर्वानुमान उन स्थितियों में सबसे उपयोगी होता है जहां यह संदेह होता है कि भविष्य के परिणाम पूर्व अवधियों के परिणामों से स्पष्ट रूप से अलग होंगे, और इसलिए मात्रात्मक साधनों द्वारा भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। उदाहरण के लिए, बिक्री में ऐतिहासिक प्रवृत्ति यह संकेत दे सकती है कि अगले वर्ष बिक्री में फिर से वृद्धि होगी, जिसे सामान्य रूप से ट्रेंड लाइन विश्लेषण का उपयोग करके मापा जाएगा; हालांकि, एक उद्योग विशेषज्ञ बताते हैं कि एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता में सामग्री की कमी होगी जो बिक्री को नीचे की ओर ले जाएगी।
Bullish Flag Chart Patten कैसे बनता है?
चार्ट पर आपको एक तेज अपमूव दिखाई दे रहा होगा। यह पैटर्न तभी बनता है जब के शेयर के शुरुआत में एक शार्प तेजी हो। इस शार्प तेजी को ही फ्लैग पैटर्न का पोल, यानी कि झंडे का डंडा कहते हैं।
शेयर में शार्प अपट्रेंड के दौरान सामान्य से हाई ट्रेडिंग वॉल्यूम रहता है। इस दौरान प्राइस एक रजिस्टेंस बनता है और फिर प्राइस एक कंसोलिडेशन पीरियड में चला जाता है। कंसोलिडेशन के ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? दौरान प्राइस एक सीमित रेंज में रहता हैं, इस कंसोलिडेशन का झुकाव नीचे की तरफ होता है।
इस दौरान छोटे-छोटे सपोर्ट और रेजिस्टेंस बनते हैं, जब चार्ट पर दो सपोर्ट और दो रेजिस्टेंस बन जाए। तब आपको दोनों रेजिस्टेंस को छूते हुए पहली ट्रेंड ट्रेन लाइन खींचनी चाहिए। इसी तरह दोनों सपोर्ट को छूते हुए दूसरी ट्रेंड लाइन खींचनी चाहिए।
ध्यान देने योग्य बातें हेडिंग
दोनों ट्रेंड लाइन एक दूसरे के समानांतर होनी चाहिए, यह बहुत जरूरी है। Bullish Flag Chart Pattern एक छोटे से प्राइस चैनल जैसा दिखाई देता है। इसके बाद जब प्राइस रजिस्टेंस लाइन को तोड़कर ऊपर चला जाए, तब यह पैटर्न संपूर्ण होता है। Rising Wedge Chart Pattern
इसी के साथ अपट्रेंड फिर से स्टार्ट हो जाता है, जब बुलिश फ्लैग पैटर्न में ब्रेकआउट होता है। ब्रेकआउट के दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम भी बढ़ने लगता है। इस प्रकार बुलिश फ्लैग चार्ट पैटर्न बनता है।
Bullish Flag Chart Pattern के हिसाब से खरीदारी कैसे करें?
अगर आपको चार्ट पर नयाबुलिश फ्लैग चार्ट पैटर्न बनता हुआ दिखाई दे रहा है। तब आपको सबसे पहले कंसोलिडेशन पीरियड के दौरान बनने वाले दोनों रेजिस्टेंस लेवल के हाई प्राइस को छूते हुए एक ट्रेंड लाइन खींचनी है।
इसी तरह दोनों सपोर्ट लेवल के लो प्राइस को छुते हुए दूसरी ट्रेंड लाइन खींचनी चाहिए। अब आपको यहां पर खरीदारी का पॉइंट ढूंढने के लिए यह देखना है। जब कोई कैंडल कंसोलिडेशन पीरियड पूरा होने के बाद रजिस्टेंस लाइन के ऊपर क्लोज दे।
तब उसके बाद वाली कैंडल में आपको खरीदारी करना चाहिए तथा खरीदारी ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? करने के तुरंत बाद आपको स्टॉपलॉस लगाना चाहिए। जिस कैंडल ने ट्रेंड लाइन के ऊपर क्लोजिंग दिया है, आपको उस कैंडल के लो प्राइस का स्टॉपलॉस लगाना चाहिए।
राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न (Rising Wedge Chart Pattern) की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में।
Rising Wedges Chart Pattern एक रिवर्सल पैटर्न् हैं। ये पैटर्न् आपको यह बताता हैं कि वर्तमान trend ख़त्म होने वाला है, दूसरा ट्रेंड स्टार्ट होगा। वेज पैटर्न् के बारे में यह माना जाता है कि यह तब बनता है जब किसी भी ट्रेंड का टॉप या बॉटम बन जाता है यानि कि ट्रेंड कम्प्लीट हो जाता है। इस टाइप के फार्मेशन में ट्रेडिंग एक्टिविटी बहुत ही सीमित दायरे में होती है। राइजिंग वेज पैटर्न एक ट्रायंगल की तरह होते हैं और इनकी ऊपर तथा नीचे की लाइन एक slop की तरह होती है। चलिए जानते हैं- राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न (Rising Wedge Chart Pattern) की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में। Rising Wedge Chart Patterns in Hindi
राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न (Rising Wedge Chart Pattern)
राइजिंग वेज ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? पैटर्न चार्ट पर बढ़ते हुए कील की तरह दिखाई देता है इसलिए इसे राइजिंग वेज पैटर्न कहते हैं। यह पैटर्न तेजी के समय आने वाला Bearish reversal pattern है, जिसका मतलब है कि ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? मार्केट में जो अब तक तेजी का ट्रेंड चल रहा था। वह समाप्त हो गया है, अब डाउनट्रेंड की शुरुआत होने वाली है। Tringle Chart patterns क्या हैं? ट्राईएंगल चार्ट की फुल जानकारी हिंदी में
जब मार्केट में लंबी तेजी का ट्रेंड चल रहा होता है, तब प्राइस अपट्रेंड में रेसिस्टेंट लेकर नीचे की ओर आ जाता है और नीचे सपोर्ट लेकर इसका गिरना रुक जाता ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? है। इस प्रकार पहला रेजिस्टेंस और पहला सपोर्ट बनता है। इसके बाद प्राइस फिर से ऊपर की तरफ बढ़ने लगता है तथा प्राइस पहले रेजिस्टेंस से भी ऊपर निकल जाता है। वहां पर दूसरा रेजिस्टेंस लेकर प्राइस नीचे आ जाता है, और नीचे रुक कर दूसरा सपोर्ट बनाता है।
दो सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच में अंतर
यदि आप Rising Wedge Chart Pattern को इंट्राडे चार्ट पर देख रहे हैं तो दो सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच में 7-8 कैंडल का अंतर होना ही चाहिए। शार्ट-टर्म के लिए दो कैंडल के बीच में तीन-चार सप्ताह का अंतर अच्छा माना जाता है। मीडियम टर्म के लिए दो सपोर्ट और रेजिस्टेंस के बीच में तीन से चार महीने का अंतर ठीक माना जाता है।
लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए दो सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच में सात-आठ महीने का अंतर अच्छा माना जाता है। लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए दो स्पोर्ट और रेजिस्टेंस के बीच में सात-आठ महीने का अंतर् अच्छा माना जाता है। यह तीनों नियम Daily Chart के ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? हिसाब से हैं। टॉप फाइव बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Candlestick Pattern) हिंदी में
Rising wedge Chart Pattern के हिसाब से शेयरों में बिकवाली कैसे करें?
अगर आपको चार्ट पर राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न बनता हुआ दिखाई दे रहा है तो आपको सबसे पहले दो सपोर्ट लेवल को छूते हुए एक ट्रेंड लाइन खींचनी है। साथ ही दोनों रेजिस्टेंस लेवल को छूते हुए भी एक ट्रेंड लाइन खींचनी है। अब आपको इसमे बिकवाली करने के लिए यह देखना है कि कोई कैंडल सपोर्ट लाइन को नीचे की तरफ तोड़कर बंद तो नहीं हो रही है।
यदि ऐसा है तो आपको उसके बाद वाली कैंडल में बिकवाली करना चाहिए और जिस कैंडल ने सपोर्ट लाइन को तोड़ा है। उस कैंडल के हाई का आपको स्टॉपलॉस लगाना चाहिए तथा stop-loss और आपके entry-point के बीच रिस्क रिकॉर्ड रेश्यो 2% के करीब होना चाहिए। तभी आपको ट्रेड लेना चाहि यदि स्टॉपलॉस 2% के नियम के अनुसार सही नहीं बैठ रहा हो तब आपको यह ट्रेड नहीं लेना चाहिए।
ट्रेड लेने के बाद आपको ट्रेलिंग (trailling) स्टॉप-लॉस का भी उपयोग करना चाहिए। इस पोजीशन में आपका टारगेट पिछले सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच के अंतर के बराबर होना चाहिए। उदाहरण जैसे कि प्रथम सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के बीच 10 पॉइंट का अंतर है, तो आपको सपोर्ट लेवल के नीचे दस पॉइंट तक आप का टारगेट होना चाहिए। जैसे ही प्राइस दस पॉइंट नीचे पहुंच जाए, आपको ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? तुरंत प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए। इस तरह आप राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न के साथ बिकवाली कर सकते हैं। यदि आप शेयर ट्रेडिंग में नुकसान से बचना चाहते हैं और पैसे कमाना चाहते हैं तो आप इस टेक्निकल एनालिसिस और कैंडलस्टिक की पहचान बुक को पढ़ सकते हैं।
Trendlyne: Markets, Screener
ट्रेंडलाइन मोबाइल ऐप आपके लिए एनएसई और बीएसई मार्केट फीड, फोरकास्टर - सर्वसम्मति अनुमान और शेयर मूल्य लक्ष्य और ट्रेंडलाइन का ट्रेडमार्क डीवीएम स्टॉक स्कोर लाता है। यह स्टॉक स्क्रीनर्स, असीमित अलर्ट, ट्रेंड लाइन, विश्लेषकों से स्टॉक अनुशंसाएं, SWOT, पोर्टफोलियो और वॉचलिस्ट टूल और रीयल-टाइम न्यूज़फ़ीड, सभी एक शक्तिशाली ऐप में लाता है।
Trendlyne आपको कार्रवाई योग्य स्टॉक जानकारी की एक अतिरिक्त परत भी देता है, ताकि आप बाज़ार में शीर्ष पर बने रह सकें।
नया क्या है
भविष्यवाणी
शेयर मूल्य लक्ष्य, राजस्व, शुद्ध लाभ, ईपीएस, लाभांश, नकदी प्रवाह, पूंजीगत व्यय, ब्याज व्यय, मूल्यह्रास और अधिक के लिए विस्तृत सर्वसम्मति के अनुमान
अल्फा अलर्ट
ड्रॉइंग उपकरण
चार्ट के बाईं ओर आपके चार्टिंग विश्लेषण में सहायता के लिए कई ड्राइंग टूल और विकल्प प्रदान किए गए हैं । टूल के प्राथमिक फंक्शन की विविधताओं को खोजने के लिए आप प्रत्येक टूल पर राइट-क्लिक भी कर सकते/सकती हैं।
लोकप्रिय बुनियादी उपकरण
लॉन्ग या शॉर्ट पोजीशन टूल आपको ट्रेडिंग पोजीशन को ट्रैक या अनुकरण करने की अनुमति देता है। आप मैन्युअल रूप से प्रवेश मूल्य, टेक प्रॉफिट और स्टॉप-लॉस स्तरों को समायोजित कर सकते/सकती हैं। फिर आप संबंधित जोखिम/इनाम अनुपात देखेंगे/देखेंगी।
2. अपनी लॉन्ग/शार्ट पोजीशन बनाने के लिए ग्राफ पर क्लिक करें। हरा छायांकित क्षेत्र आपके लक्ष्य (संभावित लाभ) का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि लाल आपके स्टॉप-लॉस क्षेत्र (संभावित हानि) को दर्शाता है। केंद्र में, आप जोखिम/इनाम अनुपात देख सकते/सकती हैं।
3. अपना जोखिम/इनाम अनुपात बदलने के लिए बॉक्स के किनारों को ड्रैग करें। टारगेट आपके प्रवेश मूल्य और टेक प्रॉफिट लेवल के बीच मूल्य में अंतर को दिखाता है। स्टॉप आपके प्रवेश मूल्य और स्टॉप-लॉस स्तर के बीच मूल्य में अंतर को दर्शाता है।
ट्रेंड लाइन
आप अपने तकनीकी विश्लेषण के तरीकों में फिट होने के लिए आसानी से अपने चार्ट में ट्रेंड लाइन जोड़ सकते/सकती हैं। सामान्य तौर पर ट्रेंड लाइन्स के बारे में अधिक जानकारी के लिए, हमारे बायनेन्स अकादमी ट्रेंड लाइन्स गाइड को देखें ।
ट्रेंड लाइन बनाने के लिए, बस [ट्रेंड लाइन] टूल पर क्लिक करें और अपनी ट्रेंड लाइन के लिए शुरुआत और समापन बिंदु चुनें।
नीचे एक सरल ट्रेंडलाइन का एक उदाहरण है जो संभावित बाजार के प्रवेश बिंदुओं को प्रदर्शित करता ट्रेंडलाइन कैसे काम करती है? है। फ्लोटिंग टूलबॉक्स का उपयोग करके मोटाई, रंग और अन्य सुविधाएं अनुकूलन योग्य हैं।
तकनीकी संकेतक
यदि आप संपूर्ण चार्ट को रीसेट करना चाहते/चाहती हैं, तो चार्ट पर कहीं भी राइट-क्लिक करें और [चार्ट रीसेट करें] पर क्लिक करें, या अपने कीबोर्ड पर [Alt + R]दबाएं।
आरंभ करने के लिए यहां सभी आधारभूत बातें हैं। आज अपने तकनीकी विश्लेषण के लिए बायनेन्स पर ट्रेडिंगव्यू टूल का उपयोग करना आरंभ करें।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 754