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FBS पर न्यूनतम जमा राशि क्या है?

आपाती तदर्थ निधि आधारित (FB) कार्यशील पूंजी : : क्रेडिट रेटिंग के अनुसार लागू दर से 1% से अधिक

आपाती तदर्थ गैर-निधि आधारित (NFB) कार्यशील पूंजी: जैसा कि लागू है.

आपाती मियादी ऋण : : क्रेडिट रेटिंग के अनुसार लागू दर.

- कार्यशील पूंजी - बकाया/संवितरित ऋण सीमा एक तदर्थ सुविधा होनी चाहिए एवं 3 माह की अवधि में इसका निपटान हो जाना चाहिए. (एक सक्रिय खाते की सुविधा)

- मियादी ऋण - मियादी ऋण की चुकौती 6 माह की अधिस्थगन अवधि सहित 60 माह होगी. किस्त की गणना/चुकौती मासिक/तिमाही आधार पर की जा सकती है. समय-समय पर लगने वाले ब्याज का भुगतान देय तिथि पर करना होगा.

    अतिरिक्त पात्रता मानदंड : - पिछले तीन वर्षों में संतोषजनक लाभप्रदता.
    - वर्तमान बेंचमार्क अनुपात एवं टीओएल/टीएनडबल्यू अनुपात का अनुपालन.
    - अनुपालन के लिए कोई लेखापरीक्षा अवलोकन लंबित न हो.

अक्सर पूछे जाने FBS पर न्यूनतम जमा राशि क्या है? वाले प्रश्न

प्रश्न. “एसएमई प्लस” योजना क्या है?
उत्तर. यह सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र की अस्थायी अल्पकालीन मियादी कार्यशील पूंजी ऋण एवं आकस्मिक मियादी ऋण की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बनाया गया एक ऋण उत्पाद है.

रश्न. एसएमई प्लस योजना के अंतर्गत कौन ऋण प्राप्त कर सकता हैं?
उत्तर. इस योजना के अंतर्गत ऐसे एमएसएमई उधारकर्ताओं को अतिरिक्त ऋण प्रदान किया जाता है जो विशेषतः हमारे बैंक से रु. 0.25 करोड़ एवं उससे अधिक की कार्यशील पूंजी ऋण सीमा प्राप्त कर रहे हों, एवं जिनका हमारे बैंक से प्राप्य ऋण सुविधाओं के अधीन न्यूनतम दो वर्षों का संतोषजनक लेन-देन हो, सभी मंजूर शर्तों का अनुपालन एवं बिना किसी अतिदेय के खातें नियमित हों.

प्रश्न. किस प्रयोजन के लिए ऋण प्रदत्त किया जाता है?
उत्तर. मौजूदा व्यवसाय की अस्थायी/आकस्मिक स्वरूप के उचित एवं तत्काल आवश्यक ऋणों (पूर्व-अनुमोदित अतिरिक्त/स्टैंड-बाई कार्यशील पूंजी निधि) की पूर्ति के लिए अतिरिक्त (स्टैंड-बाई) तदर्थ कार्यशील पूंजी ऋण एवं आवधिक पूंजी व्यय को वित्तपोषित करने के लिए पूर्व-अनुमोदित अतिरिक्त(स्टैंड-बाई) मियादी ऋण प्रदान किया जाता है.

प्रश्न. वित्त की मात्रा कितनी हैं?
उत्तर. नियमित मंजूर कार्यशील पूंजी (निधि आधारित एवं गैर निधि आधारित) पर 25% की अधिकतम ऋण सीमा के साथ अधिकतम वित्त की मात्रा रु. 2.50 करोड़.

प्रश्न. इस योजना के अंतर्गत ऋण लेने के लिए क्या किसी मार्जिन की आवशयकता होती है?
उत्तर. हाँ, न्यूनतम आवश्यक मार्जिन 25 प्रतिशत है.

प्रश्न. इस योजना के अंतर्गत ब्याज दर कितनी होगी? उत्तर. मियादी ऋण के लिए लागू दर एवं निधि आधारित कार्यशील पूंजी के लिए लागू ब्याज दर से 1% अधिक ब्याज दर लागू होगी. यदि खाता एसएमई प्लस गोल्ड कार्ड के लिए पात्र है तो उस पर निधि आधारित कार्यशील पूंजी के बराबर ब्याज दर प्रभारित की जाएगी.

प्रश्न. चुकौती की अवधि क्या होगी?
उत्तर. मियादी ऋण की चुकौती 6 महीने से अनधिक आस्थगन अवधि सहित अधिकतम 60 माह एवं निधि आधारित कार्यशील पूंजी एक चालू खाता सुविधा होगी जिसे तदर्थ संवितरण के 3 महीने के भीतर चुकाना होगा.

न्यूनतम जमा राशि नहीं होने पर एसबीआई ने 41.16 लाख बचत खाते बंद किए: आरटीआई

इंदौर/मुंबई: सूचना के अधिकार (आरटीआई) से खुलासा हुआ है कि न्यूनतम जमा राशि नहीं FBS पर न्यूनतम जमा राशि क्या है? रखे जाने पर ग्राहकों से जुर्माना वसूली के प्रावधान के कारण मौजूदा वित्तीय वर्ष के शुरुआती 10 महीनों (अप्रैल-जनवरी) के दौरान देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई में करीब 41.16 लाख खाते बंद कर दिए गए हैं.

मध्य प्रदेश के नीमच निवासी सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने मंगलवार को को बताया कि उनकी आरटीआई अर्जी पर एसबीआई के एक आला अधिकारी ने उन्हें 28 फरवरी को भेजे पत्र में यह जानकारी दी.

इस पत्र में बताया गया कि न्यूनतम जमा राशि उपलब्ध नहीं होने पर दंड शुल्क लगाने के प्रावधान के कारण स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 में 31 जनवरी तक बंद किए गए बचत खातों की संख्या लगभग 41.16 लाख है.

देश में गरीब तबके के लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने के सरकार के महत्वाकांक्षी अभियान के बीच खासकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा इस मद में जुर्माना वसूली को लेकर लंबे समय से बहस चल रही है.

गौड़ ने कहा, ‘अगर एसबीआई इस मद में जुर्माने की रकम को घटाने का निर्णय समय रहते कर लेता, तो उसे 41.16 लाख बचत खातों से हाथ नहीं धोना पड़ता. इसके साथ ही इन खाताधारकों को परेशानी नहीं होती, जिनमें बड़ी तादाद में गरीब लोग शामिल रहे होंगे.’

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीते दिनों देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अप्रैल से नवंबर 2017 के बीच अपने उन खाताधारकों से 1,771 करोड़ रुपये की वसूली की जिन्होंने अपने बचत खातों में न्यूनतम मासिक औसत राशि नहीं रखी थी.

यह रिपोर्ट वित्त मंत्रालय की ओर से दिए गए आंकड़ों पर आधारित थी. रिपोर्ट के अनुसार, 1,771 करोड़ रुपये की यह राशि जुलाई से सितंबर की तिमाही में बैंक को 1,581.55 करोड़ रुपये के कुल लाभ से कहीं ज़्यादा और अप्रैल से सितंबर के दौरान बैंक को हुए 3,586 करोड़ रुपये के लाभ से तकरीबन आधा थी.

स्टेट बैंक के पास 42 करोड़ बचत खाताधारक हैं. इनमें से 13 करोड़ बेसिक बचत खाते और जनधन योजना के तहत खुले खातों से न्यूनतम बचत न होने का जुर्माना नहीं लिया गया. उन्हें इससे मुक्त रखा गया.

यह रिपोर्ट अपने के बाद बचत खातों से पैसा काटने की वजह से भारतीय स्टेट बैंक की काफी आलोचना भी की गई थी.

बचत खाते में औसत न्यूनतम राशि नहीं रखने पर एसबीआई ने जुर्माना कम किया

भारतीय स्टेट बैंक ने बचत खाते में न्यूनतम औसत मासिक राशि (एएमबी) नहीं रखने पर लगाए जाने वाले दंड FBS पर न्यूनतम जमा राशि क्या है? शुल्क को तीन चौथाई से भी कम कर दिया है. शुल्क की नई दरें एक अप्रैल से प्रभावी होंगी.

मेट्रो और शहरी क्षेत्र में न्यूनतम औसत मासिक राशि कम होने पर पहले बैंक 50 रुपये मासिक दंड और उसके साथ माल एवं सेवाकर (जीएसटी) वसूल करता था. अब इसे घटाकर 15 रुपये और जीएसटी कर दिया गया है.

इससे बैंक के 25 FBS पर न्यूनतम जमा राशि क्या है? करोड़ ग्राहकों को लाभ होगा.

बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि अर्द्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में न्यूनतम औसत मासिक राशि कम होने पर दंड शुल्क 40 रुपये की जगह 12 रुपये और जीएसटी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लिए 10 रुपये और जीएसटी कर दिया गया है.

बैंक के प्रबंध निदेशक (खुदरा एवं डिजिटल बैंकिंग) पीके गुप्ता ने कहा, ‘बैंक ने इन दरों में यह कटौती ग्राहकों से मिली प्रतिक्रिया एवं उनकी भावनाओं को ध्यान में रखते हुए की है.’

इसके अलावा बैंक अपने ग्राहकों को उनके नियमित बचत खाते को प्राथमिक बचत बैंक जमा खाते (बीएसबीडी) में परिवर्तित कराने का विकल्प भी दे रहा है. इन खातों में जमा राशि कम होने पर भी दंड नहीं लगता.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)


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गूगल, FB, अमेज़न जैसी बड़ी टेक कंपनियों में भर्तियों पर ब्रेक! भारत में दिखने लगा है असर

Xpheno के डेटा से कंपनियों में भर्तियों के धीमा होने की बात सामने आई.

Xpheno के डेटा से कंपनियों में भर्तियों के धीमा होने की बात सामने आई.

फिलहाल भारत में FAAMNG कंपनियों की 4,000 से कम जॉब ओपनिंग हैं. जुलाई के बाद से यह 55 प्रतिशत कम है. पहले आमतौर पर भारत . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : November 01, 2022, 15:41 IST

हाइलाइट्स

कंपनियां अब कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी की तरफ ध्यान फोकस कर रही हैं.
कंपनियों ने कर्मचारियों की संख्या कम करने की बात कही है.
सभी तरह के कार्यों में होने वाली भर्तियों में काफी गिरावट आई है.

नई दिल्ली. वर्तमान में भारत में FAAMNG कंपनियों की 4,000 से कम जॉब ओपनिंग हैं. फेसबुक (Facebook (Meta)), अमेज़न (Amazon), ऐपल (Apple), माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), नेटफ्लिक्स (Netflix), और गूगल (Google (Alphabet)) कंपनियों के समूह को FAAMNG कहा जाता है. Xpheno के डेटा से पता चला है कि जुलाई के बाद से यह 55 प्रतिशत की कमी है. तब इन कंपनियों ने 9,000 नौकरियों के लिए ओपनिंग की हुई थी.

Xpheno के अनुसार, जुलाई तिमाही से पहले, इन कंपनियों के पास आमतौर पर भारत में लगभग 40,000 जॉब ओपनिंग्स हुआ करती थीं. पिछले हफ्ते बड़ी टेक कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई, क्योंकि कंपनियां भविष्य की राह को लेकर सावधानी बरत रही हैं. अब कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी और छंटनी की चिंताओं पर ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि ग्राहक खर्च में कटौती कर रहे हैं. कंपनियों ने कर्मचारियों की संख्या कम करने की बात कही है और हायरिंग में मंदी है.

स्किलसेट की बड़ी रेंज और सभी तरह के कार्यों में होने वाली भर्तियों में काफी गिरावट आई है. लीडरशिप रोल, प्रोडक्ट मार्केटिंग, डिजिटल मीडिया, वीडियो प्रोडक्शन, प्रोग्राम और प्रोडक्ट मैनेजमेंट, वेंडर मैनेजमेंट, टेक और कस्टमर सपोर्ट, कन्ज्यूमर इलेक्ट्रोनिक्स, रिस्क मैनेजमेंट, ऑपरेशन्स, डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम्स, मोबाइल डिवाइस, एजाइल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, इंटरप्राइज़ आर्किटेक्चर, और स्ट्रैटिक पार्टनरशिप जैसे तमाम क्षेत्रों में भर्तियों का आंकड़ा कम हुआ है.

तिमाही नतीजों में कंपनियों ने जो कहा, वही किया
हायरिंग के आंकड़े कंपनी के अधिकारियों द्वारा अपने परिणामों की घोषणा करते समय दिए गए बयानों के अनुरूप हैं, भले ही तिसरी तिमाही एक मजबूत हायरिंग पीरियड है.

मेटा के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर डेब वेनर ने कहा था कि कार्य को बेहतर तरीके से चलाने के लिए कई तरह के बदलाव करने होंगे और हायरिंग काफी धीमी होगी. कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग के अनुसार, 2023 के अंत तक कंपनी आकार में वर्तमान के बराबर या फिर उससे छोटी हो सकती है. मेटा के शेयरहोल्ड अल्टीमीटर कैपिटल द्वारा कहा गया है कि सिलिकॉन वैली की गूगल से लेकर मेटा, ट्विटर, उबर जैसी कंपनियां काफी कम लोगों की संख्या के साथ भी लगभग अभी जैसा परिणाम हासिल कर सकने में सक्षम हैं.

अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स इस बात का इशारा करती हैं कि मेटा, अमेज़न, अल्फाबेट, और माइक्रोसॉफ्ट में भी लोगों की संख्या कम होने जा रही है. अमेज़ॅन सीएफओ ब्रायन ओलसाव्स्की ने कहा कि वे कुछ बिजनेस में भर्ती रोकने पर विचार कर रहे हैं, क्योंकि सेल्स में ग्रोथ काफी कम है. तीसरी तिमाही की समस्याओं के अगली मतलब चौथी तिमाही तक भी रहने की आशंका है.

अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट
अल्फाबेट ने कहा है कि वह केवल महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए हायरिंग करना जारी रखेगा, और Q4 में कुल हेडकाउंट Q3 की तुलना में काफी कम होगा.

माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में दुनियाभर में 1,000 कर्मचारियों को हटा दिया है. तीन महीनों में यह इस तरह का दूसरा कदम है. कंपनी ने पहले कर्मचारियों की संख्या के 1 प्रतिशत से थोड़ा कम काम किया था, जो कि 200,000 से अधिक हैं. अर्निंग कॉल के दौरान भी, कंपनी ने कहा कि क्रमिक रूप से हेडकाउंट “न्यूनतम” होगा.

भारतीय टेक कंपनियों पर असर
ऐसा नहीं है कि वैश्विक कंपनियां ही हायरिंग को धीमा या फिर रोक रही हैं. भारतीय बड़ी कंपनियां भी पिछले काफी समय से बिलकुल उन्हीं चुनौतियों का सामना कर रही हैं, जो विदेशी कंपनियों के सामने हैं. इसलिए भारतीय कंपनियां भी हायरिंग की गति को धीमा करते हुए पिछले साल भर्ती किए गए टैलेंट को ही यूटिलाइज करना पसंद करेंगी.

मॉन्स्टर डॉट कॉम के सीईओ शेखर गरिसा ने मनीकंट्रोल को बताया कि सर्विस कंपनियों और प्रोडक्ट कंपनियों में काम करने वाली प्रतिभा शायद ही कभी इंटरसेक्ट करती है. यही वजह है कि बड़ी टेक की हायरिंग में मंदी से भारतीय आईटी सेवा कंपनियों को सीधे लाभ होने की संभावना नहीं है.

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सरल पेंशन योजना: LIC की इस पॉलिसी में सिर्फ एक बार करें निवेश, जीवन भर पाएं पेंशन

सरल पेंशन योजना: कम से कम 12 हजार रुपये सालाना पेंशन मिलेगी. एन्युटी का मतलब है वो राशि जो बीमा कंपनी निवेश के बदले सालाना ग्राहक को प्रदान करती है. योजना में कोई अधिकतम खरीद मूल्य की सीमा नहीं है.

सिर्फ एक बार करें निवेश, जीवन भर पाएं पेंशन

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2022,
  • (अपडेटेड 01 अगस्त 2022, 4:24 PM IST)

हर व्यक्ति एक बेहतर जीवन की कामना करता है. वह चाहता है कि उसका आने वाला कल आराम से बीते. अगर आप भी यही सोच रहे हैं तो LIC कि सरल पेंशन योजना आपके लिए ही बनी है.इस योजना के तहत पॉलिसी धारक को पॉलिसी लेते समय सिंगल प्रीमियम का भुगतान करना होता है. यानी कि पॉलिसी धारक को केवल एक बार प्रीमियम का भुगतान करना होता है. इसके बाद पॉलिसीधारक को जीवन भर पेंशन मिलती है.

किस प्रकार से इस सुविधा का लाभ उठाएं-

इस पॉलिसी को आप दो तरिको से ले सकते हैं, पहली- सिंगल लाइफ पॉलिसी और दूसरी- जॉइंट लाइफ पॉलिसी.

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सिंगल लाइफ पॉलिसी- यह किसी एक व्यक्ति के नाम पर रहेगी. पॉलिसी धारक के रहते यह पेंशन के रूप में उसे मिलती रहेगी. पेंशन होल्डर की मृत्यु के बाद बेस प्रीमियम FBS पर न्यूनतम जमा राशि क्या है? की रकम नॉमिनी को वापस कर दी जाएगी.

जॉइंट लाइफ पॉलिसी- जॉइंट लाइफ विकल्प के अनुसार पति और पत्नी दोनों इस योजना से जुड़े होंगे. दोनों में से जो भी लंबी समय तक जिंदा रहता है, उन्हें पेंशन की राशि मिलती रहेगी. पति की मृत्यु के बाद पत्नी को पेंशन की पूरी राशि दे दी जाएगी.साथ ही पेंशन की राशि में कोई भी कटौती नहीं की जाएगी. पति और पत्नी दोनों की मृत्यु होने के बाद जो भी नॉमिनी होगा उनको बेस प्राइस का भुगतान कर दिया जाएगा.सरल पेंशन योजना का ऑनलाइन व ऑफलाइन आवेदन करने का तरीका-

ऑनलाइन कैसे करें आवेदन?
· सबसे पहले आपको इंश्योरेंस या बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. उसके बाद आपको होम पेज पर जाकर सरल पेंशन योजना के विकल्प पर क्लिक करना होगा.
· इसके बाद अप्लाई नाउ के लिंक पर क्लिक करना होगा.
· अब आपके सामने आवेदन फॉर्म खुलकर आएगा.
· आपको आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जरुरी जानकारी जैसे कि आपका नाम, आयु, मोबाइल नंबर आदि भरना होगा.
· इसके बाद सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अटैच करना होगा और सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा.

ऑफलाइन कैसे करें आवेदन ?
· सबसे पहले आपको नजदीकी इंश्योरेंस कंपनी या बैंक के दफ्तर में जाना होगा.
· अब आपको वहां से सरल पेंशन योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा.
· आवेदन फॉर्म लेने के बाद पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारी ध्यान से भरें.
· इसके बाद सभी दस्तावेजों को अटैच करना होगा.
· अब आपको यह आवेदन पत्र इंश्योरेंस कंपनी के दफ्तर में जमा करना होगा.
· इस प्रकार आप सरल पेंशन योजना के अंतर्गत ऑफलाइन आवेदन कर पाएंगे.

जरुरी दस्तावेज-
आधार कार्ड
बैंक खाता
राशन कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्र
पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
मोबाइल नंबर

कितना करें निवेश -
इस योजना के तहत न्यूनतम एन्युटी ₹12000 प्रति वर्ष है. कम से कम 12 हजार रुपये सालाना पेंशन मिलेगी. एन्युटी का मतलब है वो राशि जो बीमा कंपनी निवेश के बदले सालाना ग्राहक को प्रदान करती है. योजना में कोई अधिकतम खरीद मूल्य की सीमा नहीं है.

एलआईसी कैलकुलेटर के मुताबिक अगर आपकी उम्र 42 साल है. ऐसे में अगर आप 30 लाख रुपये की एन्युटी को खरीदते हैं, तो आपको हर महीने 12,388 रुपये की पेंशन मिलेगी.

योजना को 40 साल से 80 साल तक के लोग खरीद सकते हैं. अगर आप मासिक पेंशन का लाभ लेना चाहते हैं तो महीने में कम से कम 1000 रुपये का निवेश करना होगा, 3 महीने में 3000 और 6 महीने में 6000 का निवेश करना होगा.

Weather Today: दिल्ली में शीतलहर, यूपी में कोल्ड का प्रहार! जानें क्रिसमस पर देशभर के मौसम का हाल

आज तक लोगो

आज तक 17 घंटे पहले aajtak.in

IMD Alert: दिसंबर का आखिरी हफ्ता चल रहा है और सर्दी पूरे शबाब पर है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में आज से दो दिन तक शीतलहर चलने वाली है. वहीं पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कोल्ड डे से लेकर गंभीर कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है. इससे घना कोहरा रहने की भी संभावना है. आइए जानते हैं, देशभर के मौसम का हाल.

दिल्ली के मौसम का हाल

देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो आज यानी 25 दिसंबर को शीतलहर चलने की संभावना है. वहीं, आज दिल्ली में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री और अधिकतम तापमान 19 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. IMD की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में 25 और 26 दिसंबर को शीतलहर चलेगी.

न्यू ईयर तक दिल्ली में कोल्ड डे की स्थिति!

इसके अलावा दिल्ली और एनसीआर के कुछ हिस्सों में अगले कुछ दिन कोल्ड डे की स्थिति जारी रहेगी. दो बैक-टू-बैक पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है. पहला 26 और 27 दिसंबर को होगा और दूसरा 30 दिसंबर के आसपास होगा लेकिन बारिश के मामले में दिल्ली और एनसीआर सहित उत्तरी मैदानी इलाकों पर इन पश्चिमी विक्षोभों के कोई महत्वपूर्ण प्रभाव की उम्मीद नहीं है.

दिल्ली में कितना रहेगा तापमान?

उत्तर प्रदेश में कैसा रहेगा मौसम?

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. वहीं, लखनऊ में आज कोहरा भी देखने को मिल सकता है. इसके अलावा पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में कोल्ड डे से लेकर गंभीर कोल्ड डे की स्थिति और पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर कोल्ड डे की स्थिति संभव है.

राजस्थान-गुजरात में रातें ठंडी

दिसंबर के पहले सप्ताह के दौरान राजस्थान के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट देखी गई है. हालांकि, गुजरात के अधिकांश जिले तापमान में गिरावट का इंतजार कर रहे थे. वहीं, अब गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है. उत्तर पश्चिमी और पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री के बीच दर्ज किया जा रहा है. लगातार घने कोहरे के कारण उत्तर पश्चिमी राजस्थान में भी कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है.

हवा की गति बढ़ने के कारण उत्तर पश्चिमी राजस्थान में कोहरे की तीव्रता कम हो सकती है जिससे कुछ राहत मिल सकती है. गुजरात और राजस्थान दोनों के न्यूनतम तापमान में गिरावट हो सकती है, जिससे सुबह और रात के घंटों के दौरान सर्दी की ठिठुरन बढ़ सकती है.

अन्य राज्यों का हाल

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और अरुणाचल प्रदेश के एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश संभव है. पश्चिमी हिमालय पर हल्की बारिश हो सकती है. पंजाब, हरियाणा और सौराष्ट्र और कच्छ में एक-दो स्थानों पर शीत लहर की स्थिति संभव है. पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कोल्ड डे से लेकर गंभीर कोल्ड डे की स्थिति संभव है.

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