Bitcoin क्या है | क्या Bitcoin में पैसा इन्वेस्ट करना सही है
Bitcoin क्या है, क्या Bitcoin में पैसा इन्वेस्ट करना सही है, यह आज के समय में चर्चा का विषय बना हुआ है और बहुत से लोग आज इसके बारे में जानने के लिए बहुत ही ज्यादा उत्सुक हैं। यह कैसे डिजिटल transaction के क्षेत्र में क्रांति लाने वाला है यह आज बहुत बड़ा प्रश्न है।
Bitcoin क्या है?
टेबल ऑफ कंटेन्ट
Bitcoin एक cryptocurrency है, जो असल में कोई वास्तविक मुद्रा नहीं है, यह एक आभासी मुद्रा है। इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं है। इसे हम स्पर्श नहीं कर सकते हैं।
Bitcoin का इतिहास क्या है?
इस virtual currency (आभासी मुद्रा) का निर्माण जापानी नागरिक Satoshi Nakamoto ने की थी। और इसका चलन 3 जनवरी 2009 से शुरू हुआ था। शुरुआती दिनों में इसकी कीमत लगभग 36 पैसे के बराबर थी ।
वर्तमान में Bitcoin की स्थिति क्या है?
वर्तमान में इसकी कीमत अमरीकी डॉलर $33000 के आस पास है, यदि हम इसे भारतीय मुद्रा रुपये में बदले तो इसकी कीमत 24 लाख 60 हजार रुपये के आसपास है। इसका मतलब यह दोस्तों यदि हम सन् 2009 में इसके बारे में जानते और केवल 100 रूपये इस मुद्रा में निवेश करते तो आज हमारे पास 10 से 11 करोड़ रुपये होते। यदि कोई अपने पास Bitcoin रखता है तो वह आम ख़रीदारी की तरह ही डिजिटल रूप से ख़रीदारी कर सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
एक क्रिप्टोकरेंसी, मोटे तौर पर आभासी या डिजिटल पैसा है जो टोकन या “सिक्कों” का रूप लेता है। हालांकि कुछ क्रिप्टोकरेंसी ने क्रेडिट कार्ड या अन्य Projects के साथ भौतिक दुनिया में कदम रख चुके हैं परंतु अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से अमूर्त हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में जटिल क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल किया जाता है यह Peer to Peer Electronic System के आधार पर कार्य करता है। जो विकेंद्रीकृत प्रणालियों में डिजिटल मुद्राओं और उनके लेनदेन और प्रसंस्करण की अनुमति देता है। इस प्रकार के लेनदेन में केंद्रियों बैंकों का नियंत्रण नहीं होता है।
क्रिप्टोकरेंसी को सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने के लिए डिज़ाइन किया गया है, हालाँकि जैसे-जैसे वे अधिक लोकप्रिय होते गए हैं, इनका विरोध भी कई देशों में शुरू हो गया है और यही मूलभूत पहलू जो की सरकारी नियंत्रण में न होना है इसके वजह से चपेट में आ गया है।
अब तक लगभग 4,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी अस्तित्व में हैं। क्रिप्टोकरेंसी का क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? क्षेत्र विस्तार कर रहा है। जबकि बिटकॉइन को व्यापक रूप से क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में अग्रणी के रूप में देखा जाता है।
क्या Bitcoin में पैसा इन्वेस्ट करना सही है?
आजकल Bitcoin के प्रभाव को देखते हुए लोग इसके प्रति आकर्षित होते जा रहे हैं इसका मुख्य कारण है क्रिप्टोकरेंसी का सरकारी नियंत्रण से मुक्त होना। आप सोचकर देखिये यदि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमे निवेश करते हैं तो किसी भी देश की सरकार इसके लिए क्या कदम उठाएगी नहीं, जरूर उठाएगी और इसे अपने नियंत्रण में लाने से भी चूकेगी नहीं।
कई देशों के अलग-अलग हिस्सों में इसके इस्तेमाल के ऊपर पाबन्दियाँ और व्यापक विरोध के कारण इसके मार्केट वैल्यू में गिरावट देखी जा रही है। यह एक मजबूत Crypto Currency भी है तो हो सकता है यह इन परिस्थितियों से उभर भी जाये और आपके द्वारा किए गए निवेश से आपको लाभ भी मिले। यह तो स्पष्ट है की सरकारी नियंत्रण से मुक्त होना ही Crypto Currency के लिए सबसे बड़ा चुनौती है।
वर्तमान समय में कई ऐसे वेबसाइट भारत में भी लॉन्च हो गये हैं जिनके माध्यम से अलग-अलग Crypto Currency में आसानी से निवेश किया जा सकता है । ऐसे निवेश हमेशा से जोखिमों के अधीन होते हैं अतः आप अपने पैसे सोच समझकर ही निवेश क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? करें ।
क्या है बिटकॉइन, कैसे काम करती है और कितनी सुरक्षित है, यहां मिलेगा जवाब
दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है।
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।
कैसे होता है लेन-देन
बिटकॉइन के लेन-देन के लिए उपभोक्ता को प्राइवेट की (कुंजी) से जुड़े डिजिटल माध्यमों से भुगतान का क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? संदेश भेजना पड़ता है, जिसे दुनिया भर में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये सत्यापित किया जाता है।
इसके जरिए होने वाला भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले भुगतान के विपरीत है। बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में यह सक्षम है.
चूंकि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है, इसलिए निजी तौर पर इसका विनिमय होता है। इसे 'माइनिंग' नामक एक प्रक्रिया के जरिये जेनरेट किया जाता है, जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसके लिए बेहतर प्रोसेसर एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति की जरूरत है, जो हमारे देश में मुश्किल है।
क्या बिटकॉइन सुरक्षित है
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटकॉइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था।
बिटकॉइन के लिए आपके पास एक ऐप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटकॉइन इसलिए खो क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।
दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है।
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।
कैसे होता है लेन-देन
बिटकॉइन के लेन-देन के लिए उपभोक्ता को प्राइवेट की (कुंजी) से जुड़े डिजिटल माध्यमों से भुगतान का संदेश भेजना पड़ता है, जिसे दुनिया भर में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये सत्यापित किया जाता है।
इसके जरिए होने वाला भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले भुगतान के विपरीत है। बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में यह सक्षम है.
चूंकि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है, इसलिए निजी तौर पर इसका विनिमय होता है। इसे 'माइनिंग' नामक एक प्रक्रिया के जरिये जेनरेट किया जाता है, जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसके लिए बेहतर प्रोसेसर एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति की जरूरत है, जो हमारे देश में मुश्किल है।
क्या बिटकॉइन सुरक्षित है
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटकॉइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था।
बिटकॉइन के लिए आपके पास एक ऐप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटकॉइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।
Bitcoin: एक रहस्यमयी शख्स की आभासी खोज, 13 साल पहले 6 पैसे से शुरू किया था सफर, आज कीमत 35 लाख
सिक्कों के दौर को बहुत पीछे छोड़ते हुए अब हम ऐसे दौर में आ क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? गए जहां एक मुद्रा ऐसी भी है जो आभासी है. ना उसे नोटों की तरह गिना जा सकता है ना सिक्कों की तरह उसकी खनक सुनी जा सकती है. ना दिखने के बावजूद अरबों की कीमत में इस मुद्रा का लेनदेन हो रहा है. क्रिप्टोकरेंसी कही जाने वाली इस मुद्रा में तरह तरह की कई करेंसी और उनके तरह तरह के दाम हैं लेकिन इन सबमें सबसे लोकप्रिय और वैल्यूएबल क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को ही माना जाता है. तो चलिए जानते हैं इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी के बारे में कुछ खास बातें:
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13 साल का सफर किया पूरा
Unsplash
Bitcoin ने इस सप्ताह अपना 13 साल का सफर पूरा किया है. मात्र 6 पैसे की कीमत से शुरू हुआ इस क्रिप्टोकरेंसी ऐसा जादू किया कि 13 साल के इस सफर के बाद इसकी कीमत आज लगभग 35 लाख रुपये तक पहुंच चुकी है.
तारीख को लेकर हैं मतभेद
Reuters
बिटकॉइन किस दिन शुरू हुआ था इसे लेकर लोगों में आज भी मतभेद हैं. लेकिन माना जाता है कि ये व्हाइटपेपर पर 28 अक्टूबर 2008 को जारी हुआ था लेकिन 3 जनवरी 2009 को इसकी मिंट डेट माना जाता है. ऐसे में इस क्रिप्टोकरेंसी को फॉलो करने वाले कुछ लोग जहां 28 अक्टूबर को बिटकॉइन का बर्थडे मानते हैं.क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है?
वहीं बहुत से लोग मानते हैं कि बिटकॉइन का जन्मदिन 3 जनवरी को होता है. भले ही इसके बर्थ डेट पर लोगों में मतभेद हों लेकिन ये बात सभी मानते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में अगर किसी करेंसी का सिक्का चलता है तो वो है बिटकॉइन. आज क्रिप्टोकरेंसी अगर ऊंचाइयों तक है तो उसमें बिटकॉइन का बड़ा सहयोग रहा है.
आभासी मुद्रा का आभासी मालिक
Yahoo
कमाल की बात ये है कि इस आभासी मुद्रा को शुरू करने वाले शख्स की पहचान भी आज तक आभासी ही है. भले ही Bitcoin बनाने वाले Satoshi Nakamoto का स्टैच्यू को हंगरी के बुडापेस्ट में लग चुका हो मगर आज तक ये कोई नहीं जान पाया कि असल में ये शख्स है कौन. ये कांस्य की मूर्ति वर्चु्अल करेंसी को दुनिया के सामने लाने के लिए इनके योगदान के सम्मान में लगाई गई थी. यह एक हुडी पहने हुए व्यक्ति की मूर्ति है जिस पर बिटकॉइन का लोगो बनाया गया है.
लोगों के हिसाब से उन्हें फरक नहीं पड़ता कि Satoshi Nakamoto कौन है, वे मानते हैं कि बिटकॉइन वैल्यू बनाता है यही बहुत है. बता दें कि एक आभासी नाम सातोशी नाकामोतो के वॉलेट में अभी करीब 73 बिलियन डॉलर के बिटकॉइन मौजूद हैं. आश्चर्य की बात ये है कि एक तरफ जहां दुनिया पैसों के लिए क्या कुछ नहीं कर रही वहीं सालों से वॉलेट में मौजूद 73 बिलियन डॉलर में से एक रुपया नहीं खर्च किया गया.
निवेशकों को दिया बड़ा फायदा
CNBC
बता दें कि नाकामोतो ने 3 जनवरी को बिटकॉइन का ऑरिजिनल ब्लॉक रिलीज किया था, जिसे अब जेनेसिस ब्लॉक के नाम से जाना जाता है. शुरुआत में इस ब्लॉक में मात्र 50 बिटकॉइन थीं. जुलाई 2010 में इसकी कीमत 0.09 डॉलर हो गई और नवंबर 2021 में यह 68,790 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी. अभी बिटकॉइन 34,75,365.02 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.
रोज के छोटे मोटे उतार चढ़ाव को अगर नजरअंदाज कर दिया जाए तो इस क्रिप्टोकरेंसी ने हमेशा निवेशकों को फायदा ही पहुंचाया है. एक समय ऐसा भी आया था जब इसकी कीमत 50 लाख रुपये तक पहुंच गई थी. आज बुलंदियों की क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? ओर तेजी से बढ़ रही ये क्रिप्टोकरेंसी जब शुरू हुई तब इसकी कीमत मात्र 0.0008 डॉलर यानी करीब छह पैसे थी.
क्यों है ये क्रिप्टोकरेंसी इतनी कीमती?
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नाकामोतो ने जब इस बिटकॉइन की शुरुआत की तब उन्होंने यह घोषणा कर दी थी कि बिटकॉइन के यूनिट की संख्या कभी भी 2.10 करोड़ से अधिक नहीं हो सकती. बता दें कि अगस्त 2021 तक मार्केट में 1.87 करोड़ बिटकॉइन यूनिट उपलब्ध हो चुके थे. इस तरह अब बिटकॉइन के सिर्फ 23 लाख यूनिट की माइनिंग की जा सकती है. बिटकॉइन की यही माइनिंग लिमिट इसकी वैल्यू को बढ़ाने में मदद करती है.
क्या है Bitcoin? कैसे करते हैं इस वर्चुअल करेंसी में ट्रेडिंग, जानिए आपके काम का सबकुछ
Bitcoin की शुरुआत 2009 में हुई थी. शुरुआती कुछ सालों में बिटकॉइन में धीरे-धीरे बढ़ रही थी. लेकिन, 2015 के बाद से इसमें बड़ी तेजी देखने को मिली और यह दुनिया की नजरों में आ गई.
बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है. इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई. (Reuters)
दुनियाभर में क्रिप्टोकरंसी (CryptoCurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. बिटकॉइन में निवेश करने वाले अमीर लोग इस ऑनलाइन करंसी (Online Currency) के जरिए अपनी पूंजी को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं. यही वजह है कि इसके दाम भी नई ऊंचाइयां छू रहे हैं. 3 साल बाद एक बार फिर बिटकॉाइन में बड़ी तेजी देखने को मिली है. साल 2017 में बिटकॉइन में अपना रिकॉर्ड हाई (Bitcoin record High) बनाया था. इसके बाद नीचे की तरफ फिसलती गई. लेकिन, अब 3 साल का नया हाई बना दिया है. दुनियाभर में इस करंसी में लोग पैसा लगा रहे हैं. लेकिन, भारत सरकार (India Government) का मानना है कि उसके पास वर्चुअल करंसी (Virtual currency) का कोई डेटा नहीं है और क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? इसलिए इसकी ट्रेडिंग में खतरा हो सकता है.
कब हुई थी बिटकॉइन की शुरुआत? (History of Bitcoin)
बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में हुई थी. शुरुआती कुछ सालों में बिटकॉइन में धीरे-धीरे बढ़ रही थी. लेकिन, 2015 के बाद से इसमें बड़ी तेजी देखने को मिली और यह दुनिया की नजरों में आ गई. कई देशों में इस वर्चुअल करंसी में ट्रेडिंग (Virtual Currency trading) को लीगल माना गया और बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ती गई. मौजूदा वक्त में इसकी कीमत 18000 डॉलर के पार निकल चुकी है. यह एक तरह की डिजिटल करंसी (Digital Currency) है. इसकी शुरुआत सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) नाम के शख्स ने की थी. भारत में भी गुपचुप तरीके से बिटकॉइन ट्रेडिंग (Bitcoin me trading kaise karein) की जा रही है. हालांकि, सरकार ने अब तक इसे लेकर नीतियां नहीं बनाई हैं. वहीं, सुप्रीम कोर्ट से इसकी मंजूरी मिल चुकी है.
कैसे होती है बिटकॉइन में ट्रेडिंग? (How to trade in bitcoin?)
बिटकॉइन ट्रेडिंग डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के जरिए होती है. बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है. इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई. दुनियाभर की गतिविधियों के हिसाब से बिटकॉइन की कीमत घटती बढ़ती रहती है. इसे कोई देश निर्धारित नहीं करता बल्कि डिजिटली कंट्रोल (Digitally controlled currency) होने वाली करंसी है. बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं होता है. इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बहुत तेजी से होता है.
बिटकॉइन का भी है एक्सचेंज (Bitcoin cryptocurrency trading exchange)
Kraken के जरिए बिटकॉइन में ट्रेडिंग (Bitcoin trading) की जा सकती है. यह क्रिप्टोकरंसी का एक्सचेंज (Cryptocurrency exchange) है. जिसे 2011 में बनाया गया था. इसके लिए पहले अपना अकाउंट बनाना होता है. इसके बाद ईमेल के जरिए अकाउंट कन्फर्म करना होता है. अकाउंट वेरिफाइ (Account verification) होने के बाद आप ट्रेडिंग मेथड सिलेक्ट कर सकते हैं. ट्रेडिंग के लिए चार्ट (Bitcoin trading chart) मौजूद होता है, जिसमें बिटकॉइन की कीमत की हिस्ट्री होती है. आप समय पर बिटकॉइन का ऑर्डर (How to order bitcoin) देकर खरीद सकते हैं और बेच सकते हैं. बिटकॉइन की कीमतों में बदलाव बहुत ही अप्रत्याशित और तेज होता है. इन्वेस्टमेंट के हिसाब से लोगों को ये काफी लुभावना लगता है.
खरीद-फरोख्त की नहीं होती कोई जानकारी (Bitcoin investment details)
बिटकॉइन (Bitcoin) के लेनदेन का एक लेजर बनाया जाता है. दुनिया में लाखों व्यापारी भी बिटकॉइन से लेनदेन करते हैं. हालांकि, किसी भी केंद्रीय बैंक ने अभी इसको मान्यता नहीं दी है. अमेरिका की कई दिग्गज कंपनियां भी बिटकॉइन को स्वीकार करती हैं. इंटरनेट की दुनिया में इसकी खरीद-फरोख्त कराने वाले कई एक्सचेंज हैं. इंटरनेट की कई वेबसाइट और ऐप के माध्यम से इसकी खरीद-फरोख्त होती है. इसमें खरीद-फरोख्त करने वालों की जानकारी छुपी रहती है.
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क्या है बिटकॉइन का नुकसान? (Disadvantage of Bitcoin)
बिटकॉइन करेंसी से सबसे बड़ा नुकसान यह है कि अगर आपका कंप्यूटर हैक हो क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? गया तो फिर यह वापस नहीं होगी यानी रिकवर नहीं होगी. इतना ही नहीं इसकी चोरी होने की आप पुलिस में या कहीं भी शिकायत दर्ज नहीं करा सकते हैं.
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