वैश्विक निर्यात में आजादी के समय का आंकड़ा भी हासि‍ल नहीं!

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टाइम विदेशी मुद्रा व्यापारी के लिए रणनीतियां

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Q. With reference to import substitution in the Indian economic history, which of the following statements is/are correct?

Select the correct answer using the codes given below:

Q. भारतीय आर्थिक इतिहास में आयात प्रतिस्थापन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?

क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?

dollar

ढाई महीने से ज्यादा हो चुके रूस और यूक्रेन टाइम विदेशी मुद्रा व्यापारी के लिए रणनीतियां की लड़ाई दुनिया के सामने हर दिन कई तरह के सवाल खड़ा कर रही है। एक अहम सवाल डॉलर की ग्लोबल करेंसी के तौर पर मान्यता से जुड़ा है। रूस के तकरीबन 300 बिलियन डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। रूस के सेंट्रल बैंक पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। यानी रूस चाहकर भी डॉलर में जमा किये गए अपने पैसे का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। रूस अपने सेंट्रल बैंक के जरिये दूसरे देश के साथ लेन देन नहीं कर सकता है।

इसका मतलब यह है कि रूस का पैसा रूस ही इस्तेमाल नहीं कर सकता है। जबकि किसी देश द्वारा डॉलर में विदेशी मुद्रा भंडार रखने का मतलब है कि जब उस देश को डॉलर की जरूरत पड़े तो उसे डॉलर मिल जाए। डॉलर जारी करने वाला देश भी यही वायदा करता है कि जब भी कोई देश अपनी विदेशी मुद्रा टाइम विदेशी मुद्रा व्यापारी के लिए रणनीतियां से डॉलर की मांग करेगा तो उसे डॉलर मिल जायेगा।

आर्थिक सुस्ती: भारतीय निर्यात की गिरती रफ्तार, बड़े बदलाव की जरूरत

निर्यात की रफ्तार सुस्त पड़ गई है

  • नई दिल्ली,
  • 11 सितंबर 2019,
  • (अपडेटेड 11 सितंबर 2019, 12:22 PM IST)

भारतीय निर्यात की रफ्तार सुस्त पड़ चुकी है और शुद्ध निर्यात तो पिछले कई दशकों से नेगेटिव ग्रोथ में है यानी इसमें गिरावट है. निर्यात जीडीपी के चार प्रमुख घटकों में से एक होता है, इसकी वजह से अर्थव्यवस्था की तरक्की में यह एक बड़ी कमी साबित हो रही है. कुल निर्यात और आयात मूल्य के अंतर को ही शुद्ध निर्यात या व्यापार संतुलन कहते हैं.

पिछले दशकों में भारतीय निर्यात और आयात की खाई लगातार बढ़ती जा टाइम विदेशी मुद्रा व्यापारी के लिए रणनीतियां रही है पिछले एक दशक में यह सबसे ज्यादा हो गई है. यह खाई साल 2008-09 में 100 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर चुकी है और साल 2018-19 में यह 184 अरब डॉलर थी.

Dollar Vs Rupee : कुछ समय तक रुपये में बनी रह सकती है अस्थिरता : विशेषज्ञ

Published: September 12, 2022 8:24 AM IST

Dollar Vs Rupee

Dollar Vs Rupee : डॉलर इंडेक्स दो दशक के उच्चतम स्तर पर है, जो यूएस फेड द्वारा जारी ब्याज दरों में बढ़ोतरी और जारी भू-राजनीतिक जोखिमों को दर्शाता है. एक्यूइट रेटिंग्स एंड रिसर्च के मुख्य विश्लेषणात्मक अधिकारी सुमन चौधरी ने कहा, “विस्तारित व्यापार और चालू खाता घाटे के साथ इस तरह के माहौल ने रुपये पर दबाव बनाए रखा है जो 80 के आसपास बना हुआ है. जबकि एफआईआई बहिर्वाह को गिरफ्तार कर लिया गया है, पूंजी प्रवाह पर अनिश्चितता और रुपये में अस्थिरता कुछ समय तक बने रहने की संभावना है.”

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आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के मुख्य अर्थशास्त्री और कार्यकारी निदेशक सुजान हाजरा ने कहा कि अप्रैल 2021 में 73 रुपये प्रति डॉलर से हाल ही में रुपया 80 रुपये प्रति डॉलर से नीचे चला गया है. पिछले 12 महीनों में डॉलर के मुकाबले रुपये में 6 फीसदी की गिरावट प्रमुख देशों (विकसित और उभरते बाजार दोनों) में सबसे कम है, जिससे अधिकांश अन्य मुद्राओं के मुकाबले रुपये में तेजी आई है.

उन्होंने कहा, एट एशिया इक्विटी टाइम विदेशी मुद्रा व्यापारी के लिए रणनीतियां के भीतर, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया और भारत ने ऐतिहासिक रूप से यूएसडी की मजबूती के प्रति सबसे अधिक नकारात्मक संवेदनशीलता दिखाई है. एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक नोट में कहा कि भारत के लिए सेक्टर में रियल एस्टेट और वित्तीय आमतौर पर सबसे अधिक नकारात्मक रूप से प्रभावित हुए हैं, जबकि हेल्थकेयर ने सबसे नरम हिट देखी है.

“एशिया एफएक्स गिरावट में आईएनआर के निकट-बाहरी होने के साथ आरबीआई के लिए एफएक्स हस्तक्षेप रणनीति पर फिर से विचार करने की जरूरत होगी. सीएनवाई के खिलाफ उभरते द्विपक्षीय असंतुलन (तेजी से मूल्यह्रास) को बहुत तेज नहीं किया जाना चाहिए.”

Success Mantra : कामयाब लोग कैसे बनाते हैं अपनी रणनीति, इन 5 बातों से समझें

Success Mantra : कामयाब लोग कैसे बनाते हैं अपनी रणनीति, इन 5 बातों से समझें

हर व्यक्ति के पास दिन के 24 घंटे होते हैं लेकिन किसी के लिए यह वक्त बहुत कम होता है तो कोई इन 24 घंटों में ही अपना काम निपटा लेता है। आप अपने दिन को कैसे मैनेज करते हैं, यह आपकी कामयाबी की दिशा में सबसे अहम पहलू है। किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए आपको सही रणनीति बनानी बहुत जरुरी है। आज हम आपको ऐसी बातें बताएंगे, जो हर कामयाब व्यक्ति की रणनीति में शामिल होती हैं-

टाइम टेबल बनाना
आप कॉलेज, कोचिंग या ऑफिस कहीं भी जाते हैं, अगर आपने कोई लक्ष्य रखा है, तो सबसे पहले अपना टाइम टेबल बनाएं। आप अपने 24 घंटे को किस हिसाब से मैनेज करते हैं, यह बेहद जरुरी है। आप पेपर या मोबाइल चेक लिस्ट में टाइम टेबल सेव कर सकते हैं।

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