Stock Market Strategy: ग्लोबल मार्केट पॉजिटिव, मार्केट गुरु अनिल सिंघवी की स्ट्रैटेजी से Bank Nifty और Nifty में बनाएं पैसा
Stock Market Strategy: ग्लोबल मार्केट पॉजिटिव हैं. फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) और डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) न्यूट्रल हैं. सेंटीमेंट्स और ट्रेंड पॉजिटिव हैं. ऐसे में आज खास स्टैटेजी बनाकर ट्रेड करने की जरूरत है. ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने रोजाना की तरह निफ्टी और बैंक निफ्टी पर अपनी स्ट्रैटेजी साझा की है. अनिल सिंघवी का कहना है कि ट्रेंड पॉजिटिव है. संभलकर बाजार में पैसा लगाना चाहिए. आइए जानते हैं 20 सितंबर 2022 के लिए क्या है अनिल सिंघवी का कमाई का मंत्र.
कैसे हैं बाजार के सेंटीमेंट्स?
अनिल सिंघवी की निफ्टी और बैंक निफ्टी पर 20 सितंबर 2022 के लिए स्ट्रैटेजी
निफ्टी के लिए 17525-17625 सपोर्ट जोन, इसके नीचे 17425-17500 खरीदारी का मजबूत जोन
निफ्टी के लिए 17765-17825 ऊपरी जोन, इसके ऊपर 17890-17935 प्रॉफिट बुकिंग का जोन
बैंक निफ्टी के लिए 40775-40875 सपोर्ट जोन, इसके नीचे 40500-40575 खरीदारी का मजबूत जोन
बैंक निफ्टी के लिए 41200-41400 ऊपरी जोन, इसके ऊपर 41625-41825 मुनाफावसूली का जोन
निफ्टी के लिए सपोर्ट स्तर 17625, 17575, 17525, 17500, 17475, 17425
निफ्टी के लिए ऊपरी स्तर 17690, 17765, 17800, 17825, 17890, 17935
बैंक निफ्टी के लिए सपोर्ट स्तर 40875, 40775, 40700, 40575, 40500
बैंक निफ्टी के लिए ऊपरी स्तर 41150, 41200, 41275, 41400, 41500, 41625, 41825
Share Market Crash: 1600 अंक तक गिरा Sensex, LIC ने डूबोए 1.80 लाख करोड़
इससे पहले शुक्रवार को भी घरेलू बाजार में भारी-भरकम गिरावट देखने को मिली थी. बीएसई सेंसेक्स 1,016.84 अंक (1.84 फीसदी) गिरकर 54,303.44 अंक पर बंद हुआ था. कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 54,205.99 अंक तक गिर गया था.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 13 जून 2022,
- (अपडेटेड 13 जून 2022, 3:59 PM IST)
- दुनिया भर के बाजारों में भारी बिकवाली
- बाजार को नहीं मिल रहा कोई घरेलू सपोर्ट
Stock Market Crash Today: पिछले कुछ महीने से बिकवाली की मार झेल रहे शेयर बाजार (Share Market) के बुरे दिन समाप्त होने का नाम नहीं ले रहे हैं. भारी गिरावट के साथ पिछला सप्ताह समाप्त करने के बाद आज सोमवार को भी बाजार में चौतरफा बिकवाली का आलम रहा. ग्लोबल प्रेशर (Global Pressure) और अन्य फैक्टर्स के कारण सप्ताह के पहले दिन सेशन शुरू होते ही बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) व एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) दोनों औंधे मुंह गिर गए और 2-2 फीसदी से ज्यादा के नुकसान में चले गए. कारोबार समाप्त होते-होते सेंसेक्स तो 1600 अंक तक के नुकसान में गया.
प्री-ओपन से ही भारी-भरकम गिरावट
आज कारोबार शुरू होने से पहले बाजार प्री-ओपन सेशन (Pre-Open Session) में ही भारी नुकसान में था. सेशन शुरू होने से पहले बीएसई सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा की गिरावट में था. निफ्टी भी प्री-ओपन में 2 फीसदी गिरा हुआ था. सिंगापुर में एसजीएक्स निफ्टी (SGX Nifty) भी जबरदस्त गिरा हुआ था. जैसे ही सेशन ओपन हुआ, बाजार की गिरावट और बढ़ गई. सेंसेक्स करीब 1200 अंक गिरकर खुला. सुबह के 09:20 बजे तक सेंसेक्स 53 हजार अंक से भी नीचे आ चुका था और करीब 1400 अंक के नुकसान के साथ ट्रेड कर रहा था. निफ्टी भी 380 अंक से ज्यादा के नुकसान के साथ 15,830 अंक से नीचे आ चुका था.
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पूरे दिन नुकसान में रहा शेयर बाजार
दिन के कारोबार में पूरे समय बाजार नुकसान में ही रहा. आज बाजार को कहीं से कोई सपोर्ट नहीं मिला. सेंसेक्स एक समय करीब 16 हजार अंक गिरकर 52,527.08 अंक के निचले स्तर पर आ गया था. जब कारोबार समाप्त हुआ, तब सेंसेक्स 1,456.74 अंक (2.68 फीसदी) के नुकसान के साथ 52,846.70 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह एनएसई निफ्टी 427.40 अंक (2.64 फीसदी) गिरकर 15,774.40 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह एक समय करीब 500 अंक तक गिरा था.
सेंसेक्स की कंपनियों का ऐसा रहा हाल
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फिनसर्व सबसे ज्यादा 7.02 फीसदी के नुकसान में रहा. इसके बाद बजाज फाइनेंस 5.44 फीसदी, इंडसइंड बैंक 5.27 फीसदी, टेक महिंद्रा 4.84 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक 4.46 फीसदी, टीसीएस 4.31 फीसदी और एनटीपीसी 4.09 फीसदी गिरा. इंफोसिस, एसबीआई, एलएंडटी, विप्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक बैंक और टाटा स्टील जैसे शेयर 3-3 फीसदी से ज्यादा गिरे. सेंसेक्स की 30 कंपनियों में अकेली नेस्ले इंडिया का शेयर मामूली 0.46 फीसदी की बढ़त में रहा.
बुरा साबित हुआ था पिछला सप्ताह
इससे पहले शुक्रवार को भी घरेलू बाजार में भारी-भरकम गिरावट देखने को मिली थी. बीएसई सेंसेक्स 1,016.84 अंक (1.84 फीसदी) गिरकर 54,303.44 अंक पर बंद हुआ था. कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 54,205.99 अंक तक गिर गया था. एनएसई निफ्टी भी इसी तर्ज पर 276.30 अंक (1.68 फीसदी) के भारी नुकसान के साथ 16,201.80 अंक पर बंद हुआ था. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 1,233.22 अंक (2.22 फीसदी) के और निफ्टी 268.60 अंक (1.63 फीसदी) के नुकसान में रहा था.
LIC Stock पर इन्वेस्टर्स की निगाहें
बहुप्रतीक्षित आईपीओ के बाद सरकारी बीमा कंपनी LIC का शेयर बाजार पर बुरा हाल बना हुआ है. कंपनी पहले ही अपने आईपीओ के इन्वेस्टर्स को 1.66 लाख करोड़ रुपये का नुकसान कर चुकी थी. आज शुरुआती कारोबार में ही इसे स्टॉक का भाव करीब 3 फीसदी टूटकर 700 ग्लोबल मार्केट्स क्या है? रुपये से भी नीचे आ गया था. दरअसल आज एलआईसी आईपीओ के एंकर इन्वेस्टर्स के लिए लॉक-इन पीरियड समाप्त हो गया. अभी तक जिस हिसाब से इसका शेयर गिरा है, पहले से ही इस बात की आशंका थी कि लॉक-इन समाप्त होते ही एंकर इन्वेस्टर्स बिकवाल हो जाएंगे. कारोबार समाप्त होने के बाद यह स्टॉक 5.85 फीसदी गिरकर 668.20 रुपये पर बंद हुआ. यह अभी तक अपने इन्वेस्टर्स के 1.80 लाख करोड़ रुपये डूबा चुका है.
अमेरिका में रिकॉर्ड महंगाई का प्रेशर
आज के कारोबार में घरेलू बाजार पर ग्लोबल मार्केट की गिरावट का भी दबाव है. अमेरिका में महंगाई और बढ़कर करीब 40 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. दूसरी ओर महंगी होती ब्याज दरों के कारण इकोनॉमिक ग्रोथ की रफ्तार सुस्त पड़ रही है. इन कारणों से अमेरिका में जल्दी ही मंदी का दौर शुरू होने की आशंका है. इनके कारण पिछले सप्ताह शुक्रवार अमेरिकी बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी. डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Indutrial Average) 2.73 फीसदी, नास्डैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) 3.52 फीसदी और ग्लोबल मार्केट्स क्या है? एसएंडपी 500 (S&P 500) 2.91 फीसदी के नुकसान में रहा था. आज एशियाई बाजारों में भी भारी बिकवाली का आलम रहा. जापान का निक्की (Nikkei) 3.01 फीसदी के नुकसान के साथ बंद हुआ. हांगकांग का हैंगसेंग (Hangseng) 3.39 फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट (Shanghai Composite) 0.89 फीसदी के नुकसान में रहा.
US, UK और चीन हो रहे बरबाद, इंडियन शेयर बाजार में जश्न का माहौल, आखिर क्यों?
दुनियाभर में इन दिनों मंदी की आशंका है. ब्रिटेन मंदी का ऐलान कर चुका है, तो चीन में कोविड ने हाहाकार मचाया हुआ है. वहीं अमेरिका में महंगाई ने कमर तोड़ रखी है. इसके बावजूद भारतीय शेयर बाजारों में रौनक बनी हुई है. आखिर ऐसा क्यों है?
भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को भले उथल-पुथल जारी हो, पर बीते दो हफ्तों में सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी (NSE Nifty) दोनों ने तेजी का नया रिकॉर्ड बनाया है. एक तरफ जहां दुनियाभर के बाजार मंदी की आशंका से घिरे हैं. फेसबुक, अमेजन और ट्विटर जैसी बड़ी टेक कंपनियों के शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं इंडियन स्टॉक मार्केट बुलंदियों पर है. आखिर क्या वजह है इसकी…
सोमवार को शेयर बाजार का हाल
सोमवार को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों बड़ी गिरावट के साथ खुले. पर दोपहर बाद इसमें थोड़ा सुधार दिखने लगा. दोपहर डेढ़ बजे सेंसेक्स महज 106.54 अंक की गिरावट ग्लोबल मार्केट्स क्या है? के साथ 62,761.96 अंक पर और निफ्टी 19.25 अंक की नरमी के साथ 18,676.85 अंक पर कारोबार कर रहा है. जबकि शुक्रवार को ये क्रमश: 62,868.50 अंक और 18,696.10 अंक पर बंद हुए थे.
2022 में चमका इंडियन स्टॉक मार्केट
अगर हम 2022 की शुरुआत से अब तक देखें तो भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई है. बीएसई सेंसेक्स जनवरी से अब तक 6.17 प्रतिशत की तेजी देख चुका है. इस बीच इसमें 3,653.26 अंक की बढ़त दर्ज की गई है. जबकि एनएसई निफ्टी 1,064.40 अंक की तेजी के साथ 6.04 प्रतिशत चढ़ चुका है.
US, UK और China सबका बुरा हाल
भारतीय शेयर बाजार जहां कुलाछें मार रहे हैं, वहीं दुनिया के प्रमुख बाजारों की हालत खराब है. इस साल की शुरुआत में रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) ने यूरोपीय बाजारों को तोड़ दिया, जबकि वहां महंगाई अपने चरम पर है. ब्रिटेन की नई ऋषि सुनक सरकार जहां मंदी का ऐलान कर चुकी है.
कुछ ऐसा ही हाल अमेरिका का है, जो 40 साल की सबसे ऊंची महंगाई दर से जूझ रहा है. वहीं दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन में कोरोना ने हाहाकार मचाया हुआ है. यहां की ‘जीरो-कोविड’ पॉलिसी की वजह से इंडस्ट्री को भारी नुकसान पहुंचा है. इसका एक बड़ा फायदा भारत की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को मिला है.
दुनियाभर के शेयर बाजारों का हाल
अगर हम अमेरिका के डाउ जोन्स (Dow Jones) का हाल देखें तो 2022 में इसमें 5.89 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है. जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स (Shanghai Index) इस अवधि में 11.58 प्रतिशत टूटा है. जापान का निक्केई इंडेक्स (Nikkei) 2022 में अब तक 5.06 प्रतिशत गिर चुका है. वहीं नैस्डेक कंपोजिट (Nasdaq) में 27.61 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है.
इसके अलावा एसएंडपी 500 (S&P 500) में 2022 की जनवरी से अब तक 15.11 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है, तो हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स (Hang Seng Index) 16.14 प्रतिशत टूट चुका है.
भारतीय शेयर बाजार में रौनक की वजह?ग्लोबल मार्केट्स क्या है?
बीते मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार ने ऊंचाइयों का रिकॉर्ड बनाया था. बीएसई सेंसेक्स ने 63,000 अंक के उच्च स्तर को पार कर लिया था. आखिर इसकी वजह क्या है ? इस बारे में एक्सपर्ट क्या कहत हैं ?
एक्सपर्ट के मुताबिक दुनियाभर के शेयर बाजारों की खस्ता हालत के चलते विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार में निवेश बढ़ा है. इसकी वजह कोविड और महंगाई के बावजूद भारत की ग्रोथ रेट का सकारात्मक बने रहना है.
इसके अलावा भारत की युवा आबादी थोड़ा अधिक जोखिम ले रही है और इस वजह से शेयर बाजार में घरेलू इक्विटी फंड का योगदान बढ़ा है. ग्रोथ के चलते लोगों की डिस्पोजल इनकम बढ़ी है इसका कुछ हिस्सा शेयर बाजार में आया है. बीते हफ्ते आए दो IPO के सब्सक्रिप्शन को देखकर भी ये पता चलता है.
वहीं अंततराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से भारत के लिए आर्थिक संकेत मजबूत हुए हैं. कच्चा ग्लोबल मार्केट्स क्या है? तेल के कम होने से भारत में महंगाई कम होने की उम्मीद बढ़ी है, इससे अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मजबूत हुए हैं.
World Travel Market, वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट क्या है और यह कब आयोजित किया जाता है
World Travel Market : केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय लंदन में 7 नवंबर से 9 नवंबर के बीच आयोजित होने वाले वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट में भाग लिया है। लगभग 2 सालों के बाद विदेशी पर्यटकों के लिए भारत में फिर से प्रवेश के मद्देनजर वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट में भारत की भागीदारी का बहुत महत्व है। पर्यटन मंत्रालय ने अपने एक बयान में यह कहा है कि भारत स्वयं को टूरिस्ट के फेवरेट प्लेस के रूप में प्रजेंट करने के लिए वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट साल 2022 में भाग ले रहा है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में राज्य सरकारों, अन्य केंद्रीय मंत्रालयों, उद्योग भागीदारी के रूप में भारतीय उद्योग परिसंघ टूर ऑपरेटर और होटल मालिक समेत कुल 16 पक्ष को प्रेजेंटर के रूप में वर्ल्ड ट्रेवल मार्केट 2022 में भाग ले रहे हैं, इसमें भाग लेने का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय व्यापार समुदाय के लिए विभिन्न टूरिस्ट प्रोडक्ट और हेल्थ वैल्यू ट्रैवल और लग्जरी ट्रेन को प्रेजेंट करना है। भारत को वैश्विक पर्यटन हब बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. पर्यटन मंत्रालय पर्यटन क्षेत्र को डिवेलप करने के लिए विशेष रूप से कोविड-19 के बाद इसे नई ऊंचाई देने और 2030 के टिकाऊ लक्ष्य विकास लक्ष्यों को हासिल करने में तेजी लाने के प्रयास कर रहा है। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं FREE GK EBook- Download Now. / GK Capsule Free pdf - Download here
वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट क्या है
वर्ल्ड मार्केट पर्यटन एवं इससे संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले सभी लोगों के लिए एक साझा मंच प्रदान करता है।
वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट 2022: वैश्विक मंच पर पर्यटन की संभावनाओं का प्रदर्शन करेगा भारत
वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट पर्यटन एवं इससे संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के लिए एक साझा मंच प्रदान करता है। सम्मेलन में इस क्षेत्र से जुड़ी तमाम बातों पर चर्चा की जा सके। वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट रोमांच, जोखिम और एडवेंचर की दुनिया को और बेहतर बनाने के लिए काम करता है। यह प्लेटफार्म पेशेवरों के लिए प्रेरणा, शिक्षा, सोर्सिंग और बेंचमार्किंग प्रदान करता है। इस वर्ष वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट की प्रदर्शनी की थीम ‘द फ्यूचर ऑफ ट्रैवल स्टार्ट नाउ’ है।
तेज गति से उभरता हुआ क्षेत्र है पर्यटन
प्रोफेशनल और व्यक्तिगत जीवन की चुनौतियों के बोझ तले दबे होने के बाद, किसी के दिमाग को तरोताजा करने के लिए किसी भी खूबसूरत जगह पर यात्रा करना आवश्यक है। इस तरह की यात्राएं न केवल किसी की विलासिता का हिस्सा हैं बल्कि देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों के विकास के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। बीते कुछ सालों में भारत समेत दुनिया भर में पर्यटन एक मुख्य और अहम व्यवसाय के रूप में उभरकर सामने आया है। वर्ष 2019 के दौरान, भारत की जीडीपी में यात्रा और पर्यटन क्षेत्र का योगदान कुल अर्थव्यवस्था का 5.19 प्रतिशत था। वर्ष 2019 में, भारतीय पर्यटन क्षेत्र 79.86 मिलियन रोजगारों (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार) के लिए उत्तरदायी रहा। केंद्र और राज्य सरकारों के निरंतर प्रयासों से पर्यटन उद्योग को धीरे-धीरे कोविड-19 के झटके से महामारी-पूर्व स्तर तक आने में मदद मिली है।
भारत भी देश में पर्यटकों को लुभाने के लिए समर के अलावा विंटर टूरिज्म को भी बढ़ाने पर भी कई योजनाएं ला रहा है, जो देश ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी लुभा रहे हैं।
अपनी झलकियां प्रदर्शित करेगा भारत
लंदन में आयोजित होने वाली इस वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट 2022 में भारत अपने पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी तमाम झलकियां प्रदर्शित करेगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सामने वैश्विक पर्यटन उद्योग के हितधारकों के समक्ष भारत की विविध पर्यटन प्रस्तुतियों को प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर मुहैया करवाएगा। आने वाले भविष्य में भारत पर्यटन की दुनिया में सबसे उभरता हुआ केंद्र बनेगा हमारा पर्यटन क्षेत्र का व्यापक स्तर पर विकास के लिए तैयार है। इन प्रदर्शनियों से पर्यटन क्षेत्र को वैश्विक निवेशक मिलने की उम्मीद बढ़ेगी, जिससे क्षेत्र का और तेजी से विकास हो पाएगा।
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