वर्ष 1923 में अमरीका का शेयर बाज़ार चढ़ना शुरू हुआ और चढ़ता ही चला गया. लेकिन 1929 तक आते-आते इसमें अस्थिरता के संकेत आने लगे. अंततः 24 अक्टूबर 1929 को एक दिन मे क़रीब पाँच अरब डॉलर का सफ़ाया हो गया. अगले दिन भी बाज़ार का गिरना जारी रहा और 29 अक्टूबर 1929 को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और बुरी तरह गिरा और 14 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. इस तरह 29 अक्टूबर 1929 के दिन मंगलवार को 'ब्लैक ट्यूज़डे' की यह भालू बाजार कब समाप्त होगा संज्ञा दी गयी. यह मंदी दूसरे विश्व युद्ध के शुरू होने तक अर्थात 1939 तक चली थी.
विश्व इतिहास में सबसे बड़ी महामंदी कब, कहाँ और क्यों आई थी?
वर्ष 1929 में शुरू हुई महामंदी के आने से पहले विश्व के उद्योगपतियों की धारणा यह थी कि “पूर्ती अपनी मांग स्वयं पैदा कर लेती है”. इसी विचारधारा के कारण उद्योगपतियों ने उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान दिया उसकी बिक्री पर नहीं. एक समय ऐसा आ गया कि बाजार में वस्तुओं और सेवाओं की पूर्ती ज्यादा हो गयी और मांग कम. इसी कारण पूरा विश्व महामंदी की चपेट में आ गया था.
वर्ष 1930 की आर्थिक महामंदी इस दुनिया की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक मानी जाती है. इसे तीसा की मंदी भी कहा जाता है. इस घटना ने पूरी दुनिया यह भालू बाजार कब समाप्त होगा में क्लासिकल अर्थशास्त्रियों की आर्थिक मान्यताओं को ख़त्म कर दिया था. इस मंदी के आने से पहले विश्व के उद्योगपतियों की धारणा यह थी कि “पूर्ती अपनी मांग स्वयं पैदा कर यह भालू बाजार कब समाप्त होगा लेती है”. इसलिए सभी लोग केवल उत्पादन पर ध्यान देते थे इस उत्पादन की मांग की फ़िक्र इन लोगों को नहीं थी. इसी विचारधारा के कारण उद्योगपतियों ने उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान दिया उसकी बिक्री पर नहीं. इसी कारण पूरा विश्व महामंदी की चपेट में आ गया था.
इंदौर खण्डवा मार्ग पर दो बसों की आमने सामने हुई टक्कर, 15 से अधिक लोग घायल
खंडवा। मध्यप्रदेश (Madhya Padesh) के इंदौर (Indore) इच्छापुर हाईवे (ichchapur highway) पर सुबह (Morning) दो बसों (Two Bus) की आमने-सामने टक्कर (Accident) हो गई। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई। वहीं, 30 से अधिक लोग घायल हो गए। दुर्घटना इतनी भयानक थी कि दोनों ही बसों के अगले हिस्से चकनाचूर हो गए। फिलहाल घायलों को इंदौर और महू के अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया जा रहा है।
दरअसल, छनेरा से इंदौर जाने वाली बस यादव श्री और आर्य बस सर्विस के बीच इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर टक्कर हुई। यह यह भालू बाजार कब समाप्त होगा घटना बाई ग्राम के पास आमने-सामने यह भालू बाजार कब समाप्त होगा की भिड़ंत में हुई है। खंडवा के छनेरा से इंदौर चलने वाली यादव श्री बस और आर्य बस सर्विस की बस की आमने सामने से भिड़ंत हो गई है। इस घटना में एक यात्री की मौके पर मौत हो गई। 30 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
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यह दुर्घटना सिमरोल यह भालू बाजार कब समाप्त होगा के बाइ ग्राम में गुरुवार सुबह की बताई जा रही है, जहां दो बसों के बीच आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। इस हादसे में 30 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है। पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई है। घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा जा रहा है। घटना में आठ लोगों की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। कुछ घायलों को इंदौर भेजे जाने की सूचना है।
बाई ग्राम की सरपंच के पति लवलेश मीणा ने बताया कि जैसे ही बस दुर्घटना की सूचना मिली वह और उनके परिवारों सदस्यों ने सभी घायलों को गाड़ी में से निकाल यह भालू बाजार कब समाप्त होगा कर अस्पताल रवाना किया। लवलेश मीणा ने बताया कि घायलों को निकालते समय हमने एक मृतक को भी निकाला है। फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। लवलेश में बताया कि टक्कर बड़ी जबरदस्त थी। जिसके चलते दोनों ही बसों के आगे के भाग लगभग पूरी तरह खत्म हो चुके हैं।
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