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Kred-Allino Indicator को समझे कब Entry करे और कब Exit -Understand when to enter and when to exit the

Kred-Allino Indicator को समझे कब Entry करे और कब Exit -Understand when to enter and when to exit the

अगर आप इंट्राडे ट्रेडर है तो आप जानते होंगे की हमे मार्केट समझने के लिए काफी इंपोर्टेंट लेवल्स की जरूरत होती है ताकि हम सही प्राइज के साथ एंट्री ले और अच्छा प्रॉफिट ले सके, चुकी हम चार्ट देखने के लिए ट्रेडिंग व्यू का इस्तेमाल करते है यहा एक दिक्कत है की हम फ्री वर्जन में 3 से ज्यादा इंडिकेटर नही लगा सकते, मैने भी जब बतौर ट्रेडर अपनी जर्नी शुरू की थी मुझे काफी दिक्कत हो रही थी क्यों की मेरे पास पहले ही कैपिटल की कमी थी इसलिए मैं कही और इन्वेस्ट नही कर सकता था, इसीलिए मैंने मार्केट को समझने में अपने 4 साल बिताए और चार साल के अनुभव के साथ मैने सोचा की मेरे जैसे कई ने3 ट्रेडर्स होंगे और उन्हें भी यही दिक्कत होगी इसीलिए मैंने इस प्रॉब्लम का हल निकालने की ठानी, मैने जो 3 इंडिकेटर बनाए हैं इसमें तकरीबन 10 इंडिकेटर का काम होता है, और इस इंडिकेटर में वो सारे टेक्नीकल्स है जो की Intraday ट्रेडर को प्रॉफिट बनाने के लिए काफी है।

TradingView Multi-signal Indicator

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते समय आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण क्यों रखना चाहिए?

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I've been in the Finance industry since 2011 and love my profession, outside of work i have been interested for Trading in the Stock Market, Writing Blogs, and making informational Videos and of course explore the new areas.

स्कूटर हो या कार, हर गाड़ी में Fuel Indicator के बगल में होता है एक Arrow, पता है क्यों?

कई बार हम बड़ी-बड़ी, पर काम की चीज़ों पर इंडिकेटर क्या है ध्यान देना भूल जाते हैं. ऐसा भी नहीं होता कि ये चीज़ें हमारी नज़रों से ओझल रहती हैं. इन चीज़ों को हम बार-बार देखते हुए भी अनदेखा करते रहते हैं. शायद इसलिये हम इनका महत्व भी नहीं समझ पाते हैं. अब हम में से न जाने कितने लोग ऐसे होंगे, जिन्होंने कभी कार में Fuel Indicator के बगल में बने Arrow पर ध्यान दिया होगा.

BBC

माना ये एक बेहद छोटी सी चीज़ है, पर बनाने वाले ने इसे यूं ही तो नहीं बनाया होगा. अगर कार बनाते समय किसी चीज़ का निर्माण किया गया है, तो वो ग्राहकों के आराम के लिए ही बनाया गया होगा. वैसे जो लोग अब तक इस बात से अंजान इंडिकेटर क्या है हैं, उन्हें अब पता चल जायेगा. आइये जानते हैं कि आखिर Fuel Indicator के बगल में Arrow का चिन्ह क्यों बना होता है?

carfromjapan

दरअसल, Fuel Indicator के बगल में बना Arrow ये दर्शाता है कि ईंधन टैंक कार के किस तरफ़ है. ऐरो जिस तरफ़ बना होगा, समझ जाइयेगा कि ईंधन टैंक उसी तरफ़ है.

brightside

लर्निंग इंडिकेटर के माध्यम से स्कूलों में होगी पढ़ाई

जिले के सभी सरकारी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में बच्चों को लर्निंग इंडिकेटर के तौर तरीकों से बढ़ाया जाएगा। एनसीईआरटी के लर्निंग इंडिकेटर (सीखने के संकेत) के आधार पर हर विषय में कक्षा 1 से 3, कक्षा 3 इंडिकेटर क्या है से 5 और कक्षा 6 से 8 के लिए राज्य शिक्षा केंद्र स्तर पर लर्निंग इंडिकेटर बनाया है।

इसमें मुख्य रूप से अवधारण क्षेत्र, पेडागॉजिकल प्रक्रिया, लर्निंग इंडिकेटर एवं मूल्यांकन को शामिल किया गया है। गौरतलब है कि लर्निंग इंडिकेटर के माध्यम से पढ़ाने के तरीकों को चिह्नित करना आसान होगा। इसमें शामिल मूल्यांकन के अंश से अध्यापकों को शिक्षण में सहायता मिलेगी। इससे बच्चों की शैक्षिक उपलब्धि बढ़ाने में सहयोग मिलेगा।पहली कक्षा के बच्चों को छोटी-छोटी दो-दो, चार-चार पंक्तियों वाली सरल कविताएं सुनाना।

परिवेश में प्रचलित कहानियां सुनाना और स्थानीय भाषा या बोली की कविता व कहानी को रुचिपूर्ण व रोचक ढंग से सुनाना। प्रभारी डीईओ जेएन चतुर्वेदी ने बताया कि गणित सहित कक्षा 6 से 8 इंडिकेटर क्या है तक के बच्चों को इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र विषयों को लर्निंग इंडिकेटर के तरीकों से पढ़ाया जाएगा। इसे लेकर राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल ने हाल ही में आदेश जारी किए हैं। इससे स्कूली बच्चों का पढ़ाई के प्रति मानसिक स्तर में काफी सुधार आएगा।

हर बच्चा अनूठा है। उसकी अपनी क्षमताएं और कमियां हैं। सभी बच्चे सीखने की क्षमता रखते हैं। इसलिए उन्हें अभिप्रेरण, विश्वास और अधिक अवसर देने की आवश्यकता है। बच्चे अपनी सीखने की गति और तरीके निरंतर सीखते और प्रगति करते हैं। अर्थ निकालना, अमूर्त विचारों को विकसित करना, विवेचना व काम करने की क्षमता सक्रिय करना, सीखने की प्रक्रिया के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलू हैं।

1. नागरिक शास्त्र: बालक में अपनी वैयक्तिकता को बनाए रखते हुए सामाजिक शक्तियों और समाज विरोधी मूल्यों के संदर्भ में समझ विकसित करना, सम सामयिक मुद्दों को बहुआयामी परिप्रेक्ष्य में देखने की समझ विकसित करना एवं कार्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी की समझ विकसित करना।

2. भूगोल: पृथ्वी मनुष्यों एवं अन्य जीवों का प्राकृतिक निवास है, इसे जानेंगे, पृथ्वी पर वायुमंडल एवं इंडिकेटर क्या है उसकी विभिन्न परतों को समझेंगे, मानचित्र अंकन के कौशलों को अर्जित करना, प्राकृतिक एवं मानवीय पर्यावरण के घटकों को समझना।

3. Áइतिहास: ऐतिहासिक युगों में विकास क्रम जानना, ऐतिहासिक विविधता को समझना, छात्रों में सहानुभूति एवं कल्पनाशीलता का विकास, ऐतिहासिक मानचित्रों से परिचित होना व महत्व को जाना।

Buffett Indicator: वारेन बफे के हिसाब से खतरनाक स्तर पर शेयर बाजार, हमारे एक्सपर्ट की क्या है राय

शेयर बाजार मार्च 2020 में कई साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था लेकिन इसके बाद से यह दोगुना से ज्यादा बढ़ चुका है। राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) का कहना है कि शेयर बाजार में जारी तेजी लंबे समय तक जारी रहेगी और 1990 के दशक की शुरुआत की तरह फुस्स नहीं हो जाएगी।

warren buffett-indicator-above-100-is-bad-for-stocks-d-street-says-indias-can-hit-200

Buffett Indicator: वारेन बफे के हिसाब से खतरनाक स्तर पर शेयर बाजार, हमारे एक्सपर्ट की क्या है राय

वारेन बफे इंडिकेटर

भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) का मूल्यांकन करने के तरीके के हिसाब से यह खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। भारत का मार्केट केपिटलाइजेशन टू जीडीपी रेश्यो 100 के लेवल से ऊपर पहुंच गया है। यह वास्तव में शेयर बाजार (Stock Market) के वैल्यूएशन में बहुत अधिक इजाफे की तरफ संकेत कर रहा है। वारेन बफे (warren buffett) इंडिकेटर के हिसाब से मार्केट कैप टू जीडीपी रेश्यो 100 के लेवल से ऊपर जाना शेयरों की महंगाई के हिसाब से चिंताजनक है।

किस देश का क्या हाल?

वारेन बफे इंडिकेटर के हिसाब से मार्केट कैप टू जीडीपी रेश्यो 100 के लेवल से ऊपर जाना चिंताजनक है। दुनिया के दिग्गज निवेशकों में से एक वारेन बफे ने कहा है कि भारत के शेयर बाजार (Stock Market) का मार्केट कैप टू जीडीपी रेश्यो एक दिन 200 के लेवल को छू सकता है। यह किसी खास इंडिकेटर के लिए सही नहीं भी साबित हो सकता है। अमेरिका में मार्केट कैप टू जीडीपी रेश्यो 200 को इंडिकेटर क्या है छू चुका है जबकि ताइवान में यह 300 के करीब है।

मार्केट कैप टू जीडीपी रेश्यो

वारेन बफेट इंडिकेटर के हिसाब से अगर मार्केट कैप टू जीडीपी रेश्यो 100 के लेवल के ऊपर चला जाता है तो शेयरों को महंगा माना जाने लगता है। भारत के लिए 10 साल का औसत मार्केट कैप टू जीडीपी रेश्यो 79% पर है। भारत की अर्थव्यवस्था अभी नॉन लिस्टेड और नॉन फॉर्मल इस आकार में है। जैसे ही भारत के कम प्रतिनिधित्व वाले सेक्टर और नई इकोनामी के सेक्टर लिस्टेड स्पेस में पहुंचेंगे, यह रेश्यो और बढ़ सकता है। मसलन पिछले एक हफ्ते में फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के शेयर लिस्ट होने वाले हैं। इसके साथ ही पेटीएम, मोबिक्विक जैसी कंपनियों ने भी आईपीओ के लिए अपने दस्तावेज जमा कर दिए हैं।

कंपनियों के कामकाज का फायदा

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के एमडी संजीव प्रसाद ने कहा कि मार्केट कैप टू इंडिकेटर क्या है जीडीपी रेश्यो का 100 फ़ीसदी के ऊपर जाना कोई अनोखी बात नहीं है। इंडिकेटर क्या है इस समय अमेरिका का जीडीपी टू मार्केट कैप रेश्यो 200 से ऊपर है। अमेरिका की दिग्गज कंपनियां ऐमजॉन, गूगल, फेसबुक और नेटफ्लिक्स दुनिया भर में डिजिटल इंडिकेटर क्या है एक्टिविटीज कर रही हैं और इसका फायदा अमेरिकी शेयर बाजार को मिल रहा है।

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