Table of Contents
1 अरब साल पुराना दुनिया का सबसे बड़ा कट हीरा हुआ नीलाम, क्रिप्टोकरेंसी में हुआ पेमेंट
लगभग 1 अरब साल पुराना दुनिया का सबसे बड़ा हीरा बिक गया है. The Enigma नाम से मशहूर यह काले रंग का हीरा 43 लाख डॉलर में बिका है.
लगभग 1 अरब साल पुराना दुनिया का सबसे बड़ा हीरा बिक गया है. The Enigma नाम से मशहूर यह काले रंग का हीरा 43 लाख डॉलर में बिका है. दिलचस्प बात यह है कि, इसे खरीदने के लिए Cryptocurrency में पेमेंट किया गया है.
बता दें कि यह हीरा दुनिया का सबसे बड़ा Cut Diamond है. इस हीरे को दुबई के ऑक्शन हाउस Sotheby's ने नीलाम किया है. हालांकि Sotheby's को उम्मीद थी कि यह हीरा लगभग 6.8 मिलियन डॉलर यानी 50 करोड़ 57 लाख रुपये से भी अधिक में बेचा जाएगा.
पर नीलामी में इसे उम्मीद के मुताबिक कीमत नहीं मिली. इसे दुर्लभ हीरे को लेकर कई तरह की कहानियां भी हैं. ऐसा माना जा रहा है कि यह हीरा अंतरिक्ष से इस क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी धरती पर आया है. "हीरे का आकार मिडिल ईस्ट इलाके खमसा हथेली के प्रतीक पर आधारित है, अरबी में खम्सा का मतलब पांच होता है.
अप नेक्स्ट
1 अरब साल पुराना दुनिया का सबसे बड़ा कट हीरा हुआ नीलाम, क्रिप्टोकरेंसी में हुआ क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी पेमेंट
RBI Repo Rate: महंगे लोन के रहें तैयार, फरवरी में फिर बढ़ सकता है रेपो रेट
Cinema Hall In Rural Areas: गांव-गांव में खुलेंगे सिनेमा हॉल, जानें लाइसेंस लेने में होगा कितना खर्च ?
World Bank Report: लम्बे समय के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर, वर्ल्ड बैंक ने दिए संकेत
Ukraine-Russia Crisis : जंग से बिगड़े हालात, तो भारत पर क्या असर होगा?
राहुल बजाज : स्कूटर को घर-घर पहुंचाने वाला 'हमारा बजाज'
और वीडियो
Mahindra & Mahindra: 56 फीसदी बढ़ी महिंद्रा की सेल, स्कॉर्पियो ने मचाया धमाल
Digital Currency: 1 दिसंबर से ई-रुपी की शुरुआत, जानिए क्या है डिजिटल करेंसी जो कर देगा आपको कैश फ्री
Britain में 100 कंपनियों ने दी खुशखबरी! हफ्ते में तीन छुट्टी और 4 दिन करना होगा काम
Jio Outage: कई घंटे तक ठप रही Jio की सर्विस, कॉल और SMS करने में लोगों को आई दिक्कतें
Train में यात्रा के दौरान नहीं ले जाते हैं भोजन, तो खाने-पीने के लिए रेलवे स्टेशनों पर ढीली करनी होगी जेब
Brief History of Qatar: टैक्स फ्री सैलरी, हिंदू दूसरी बड़ी आबादी. जानें कतर के बारे में सबकुछ | Jharokha
Bank Holidays in December : दिसंबर में 13 दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें छुट्टियों की पूरी लिस्ट
Tata क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी Group to acquire Bisleri: 'बेटी' की वजह से बिकेगी बिसलेरी ! टाटा समूह 7000 करोड़ में खरीदेगा
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का है इरादा, आगे बढ़ने से पहले पांच जरूरी बातें
नई दिल्ली,डेस्क रिपोर्ट। पिछले कुछ दिनों से क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) लगातार सुर्खियों में है। इससे जुड़े फायदे नुकसान पर चर्चा तेजी से जारी है। इस बीच लोग अचानक क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) में निवेश करने में दिलचस्पी ले रहे हैं, क्रिप्टो से जुड़े स्कैम होने की संभावनाएं भी जताई जाती रही है। क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) को रेग्यूलेट करने के लिए फिलहाल भारत में कोई बड़ा फैसला नहीं हुआ है। हालांकि एडवर्टाइजिंग काउँसिल ने अपने स्तर पर गाइडलाइन जारी की है। जिसमें कहा गया क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी है कि 1 अप्रैल 2022 के बाद क्रिप्टो से जुड़े विज्ञापनों में डिस्क्लेमर देने जरूरी कर दिया गया है। जिसमें विज्ञापन देने वालों को ये साफ साफ लिखना होगा कि क्रिप्टो करेंसी भारत में रेग्युलेटेड नहीं है, इसमें निवश करना जोखिम भरा हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी का कोई आधार नहीं है
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल मुद्रा है, जिस पर किसी भी केंद्रीय बैंक या सरकार का नियंत्रण नहीं है| सभी क्रिप्टो करेंसी स्वतंत्र रूप से काम करती है| इनका मूल्यांकन करने के लिए न कोई संस्था है, और न ही कोई ठोस मौलिक कारक जिस पर उनका मूल्यांकन किया जा सके| क्रिप्टो करेंसी की विश्वसनीयता तथा फंडामेंटल के विषय में जानकारी करने का कोई Tool या Factor उपलब्ध नहीं है|
क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में हजारों क्रिप्टो करेंसी मौजूद है| इनमें से कुछ का चुनाव कर उस में निवेश करना एक कठिन कार्य है| इनमें कुछ क्रिप्टो करेंसी अच्छे हैं | जिन पर दांव लगाया जा सकता है| इनमें से बिटकॉइन एक है, जो सबसे पुराना और सबसे ज्यादा मूल्य का क्रिप्टो करेंसी | कुछ अन्य क्रिप्टो करेंसी भी हैं| जिसमें आप निवेश कर सकते हैं | इसकी जानकारी हमारी अन्य लेख से ले सकते हैं|
क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार में ब्लॉकचेन का महत्व
जब हम क्रिप्टो करेंसी के व्यापार की ओर देखते हैं| तो हमें यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि, क्रिप्टो करेंसी के अंदर क्या है जो इसे इतना मूल्यवान बनाता है | क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है | दरअसल ब्लॉकचेन एक बुनियादी ढांचा है, जिस पर क्रिप्टो करेंसी की स्थापना की जाती है| यह तकनीक एक डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी तथा विकेंद्रीकृत खाता बही है, जो लेन देन और भुगतान का रिकॉर्ड सुरक्षित तथा प्रभावी ढंग से दर्ज करती है | यह क्रिप्टोकरेंसी का टॉप सीक्रेट भी होता है|
क्रिप्टो करेंसी में लेनदेन और भुगतान के रिकॉर्ड को एक ब्लॉक में दर्ज किया जाता है| जब इस ब्लॉक की क्षमता पूरी हो जाती है तो क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी इसे ब्लॉकचेन में जोड़ दिया जाता है फिर दूसरे ब्लॉक का निर्माण किया जाता है| इन रिकॉर्ड को ब्लॉक में दर्ज करने के लिए एक गुप्त कोड की आवश्यकता होती है| इस गुप्त कोड के निर्माण में Miners की अहम भूमिका होती है| Miners उच्च क्षमता वाले कंप्यूटर का उपयोग से जटिल गणितीय समीकरणों को हल कर एक Hash code का निर्माण करते हैं| इसके लिए उन्हें Reward के रूप में coin दिया जाता है| यह क्रिप्टोकरेंसी के रहस्य में से एक है, जिसे आप को जाना चाहिए|
विकेंद्रीकरण इसे अत्याधिक सुरक्षित बनाता है
जैसा कि हम जानते हैं, क्रिप्टो करेंसी कोई केंद्रीय नियंत्रण वाली करेंसी नहीं है, इस पर एक संस्था, सरकार फिर एक व्यक्ति व्यक्ति का नियंत्रण नहीं है| कोई ऐसा एक केंद्रीय डाटा केंद्र भी नहीं है, जिस पर सारे के सारे विवरण एक ही जगह दर्ज है| और जहां से कोई साइबर अपराधी हमला कर उस पर नियंत्रण हासिल कर सकें|
ब्लॉकचेन विकेंद्रीकरण प्रणाली पर आधारित है| यह प्रणाली ब्लॉकचेन को आकर्षक, सुरक्षित तथा विश्वसनीय बनाता है | विकेंद्रीकरण प्रणाली ब्लॉकचेन में अधिक संख्या में होने वाले लेन देन को सुरक्षित और सुदृढ़ बनाते हैं|
संभल जाए क्रिप्टो करेंसी में इंवेस्ट करने वाले, सरकार कर रही कुछ बड़ी तैयारी
क्रिप्टो करेंसी के बढ़ते प्रभाव को कम और खत्म करने के लिए भारत ने कमर कस ली है। भारत सरकार इस तरफ अपने कदम आगे बढ़ा चुकी है। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर देश और दुनिया को आगाह भी किया था।
नई दिल्ली (जेएनएन)। क्रिप्टो करेंसी को लेकर देश में बड़ी अजीब सी स्थिति पैदा हो गई है। इसमें पैसा इंवेस्ट करने वालों को मंगलवार को इसकी कीमत अचानक गिर जाने से जबरदस्त झटका भी लगा है। ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में बिटक्वॉइ समेत दूसरी आभासी मुद्रा भी धड़ाम हुई है। बीते कुछ वर्षों में दुनिया के कई देशों में इसका चलन बड़ी तेजी से फैला है और लोगों की दिलचस्पी भी इसमें बढ़ी है। वहीं भारत की बात करें तो खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस क्रिप्टो करेंसी को लेकर देश की जनता को आगाह कर चुके हैं। अब इससे भी एक कदम आगे बढ़कर सरकार काम करना चाहती है। दरअसल, केंद्र क्रिप्टो करेंसी की रोकथाम के लिए आगामी शीतकालीन सत्र में एक बिल लाने की तैयारी कर रही है। इसको लेकर भी लोगों की धड़कनें काफी बढ़ी हुई हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत से भी इसमें पैसा लगाया गया है। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू होकर 23 दिसंबर को संपन्न होगा।
GST : Crypto Currency : क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का नया प्लान, जानें पूरी डिटेल
GST : Crypto Currency : सरकार माल एवं सेवा कर (GST) कानून के तहत क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को वस्तुओं या सेवाओं के रूप में क्लासिफाइड करने पर काम कर रही है, ताकि लेनदेन के पूरे मूल्य पर टैक्स लगाया जा सके।
HR Breaking News : नई दिल्ली : इस समय सिर्फ क्रिप्टो एक्सचेंज द्वारा दी जाने वाली सेवा पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है और इसे वित्तीय सेवाओं के रूप में क्लासिफाइड किया जाता है।
जीएसटी अधिकारियों का विचार है कि क्रिप्टो किसी लॉटरी, कैसीनो, सट्टेबाजी, जुआ, घुड़दौड़ के समान हैं, जिनके पूरे प्राइस पर 28 प्रतिशत जीएसटी लागू है। इसके अलावा सोने के मामले में पूरे लेनदेन मूल्य पर तीन प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 654